जी डी नायडू (G D Naidu) एक प्रसिद्ध भारतीय आविष्कारक, उद्योगपति और इंजीनियर थे. उनका पूरा नाम गोपालस्वामी दुरईस्वामी नायडू था. उन्हें 'भारत के एडिसन' (Edison of India) के रूप में भी जाना जाता है. उन्होंने कई तकनीकी और वैज्ञानिक खोजें कीं.
जी डी नायडू का जन्म 23 मार्च 1893 को कोयंबटूर, तमिलनाडु में हुआ था. उनके पिता एक किसान थे. उन्होंने 1930 के दशक में भारत की पहली इलेक्ट्रिक कार विकसित की थी. उन्होंने कई ऑटोमोबाइल उपकरणों और मशीनों का आविष्कार किया. नायडू ने कोयंबटूर में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई संस्थानों की स्थापना की. उन्होंने कई उपकरण और मशीनें भी विकसित कीं, जो भारत के औद्योगीकरण में मददगार साबित हुईं. उन्होंने कृषि उपकरणों और नई खेती की तकनीकों पर भी काम किया.
उनके नाम कई महत्वपूर्ण संस्थाएं है- जी. डी. नायडू इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (Coimbatore), कोयंबटूर में जी.डी. मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल और जी.डी. पब्लिक स्कूल शामिल है.
जी डी नायडू का योगदान भारतीय विज्ञान और तकनीक के विकास में अमूल्य रहा है. वे अपने समय से आगे की सोच रखने वाले व्यक्ति थे और उन्होंने भारतीय उद्योग और नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
आविष्कारों और इंजीनियरिंग की दुनिया में एक ऐसा भारतीय नाम हुआ है, जिसे अपने वक्त में दुनिया भर की नामचीन हस्तियां पहचानती थीं मगर आज उनका नाम शायद ही किसी को याद हो. उन्होंने अलग-अलग क्षेत्र में इतने अविष्कार किए थे कि उन्हें 'भारत का एडिसन' कहा जाता है. आइए बताते हैं कौन थे वो.