पौधों को उगाने और उनकी खेती करने को बागवानी (Gardening) कहा जाता है. बगीचों में, सजावटी पौधे, उपयोगी पौधे, जैसे जड़ वाली सब्जियां, पत्तेदार सब्जियां, फल और जड़ी-बूटियां उगाएं जाते हैं, जिनका उपयोग रंगों के लिए या औषधीय या कॉस्मेटिक उपयोग के लिए की जाती हैं. शहरी लोग अब अपने घर के छत पर पालक आलू, टमाटर, हरी मिर्च, पुदीना, तोरई, भिंडी जैसी हरी सब्जियां उगा कर बंपर मुनाफा कमा सकते है. ऐसा करने के लिए उन्हें सरकार से बंपर सब्सिडी भी मिल रही है. ताकि ग्रामीणों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र के लोग भी खेती-किसानी से जुड़ सके और मुनाफा पा सके.
बागवानी का दायरा फलों के बगीचों से लेकर एक या एक से अधिक विभिन्न प्रकार की झाड़ियों, पेड़ों और जड़ी-बूटियों के पौधों के साथ लंबे बुलेवार्ड वृक्षारोपण तक, लॉन और नींव रोपण सहित घर के गार्डन तक, अंदर या बाहर उगाए गए कंटेनर गार्डन तक होता है.
बागवानी बहुत विशिष्ट हो सकती है, जिसमें केवल एक प्रकार के पौधे उगाए जा सकते हैं या मिश्रित रोपण में कई प्रकार के पौधे शामिल हो सकते हैं.
सोलर दीदी योजना से जुड़ने से पहले देवकी देवी के परिवार का मुश्किल से गुजारा होता था, लेकिन अब वह महीने के 20 से 25 हजार रुपये आसानी से कमा लेती हैं.
नई सरसों के भाव में गिरावट इसलिए हुई है क्योंकि नई सरसों में नमी रहती है, जिसके चलते उससे तेल कम निकलता है. नमी की सरसों आने के चलते सरसों के भाव 4800 से 5300 प्रति क्विंटल है जबकि मंडी में प्रतिदिन केवल 200 कट्टे ही पहुंच रहे हैं.
आलू किसी भी परिवार की हर रोज की जरूरत है लेकिन ये जमीन के नीचे होता है इसलिए इसमें कार्बोहाइड्रेट, फैट और शुगर सभी तत्व मौजूद होते हैं. इसलिए सेहत का ध्यान रखने वाले लोग इससे किनारा करना चाहते हैं. अब इस परेशानी का उपाय आ गया है.
लंबे समय तक सूखे के दौर ने शिमला के किसानों को भी चिंतित कर दिया है. सूखे के दौर से सेब की फसल के उत्पादन में कमी का खतरा मंडरा रहा है. पंजाब और हरियाणा के अधिकांश हिस्सों में भी बारिश काफी कम हुई है.
हरियाणा के करनाल के चोरापूरा गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान मुनीश ने 4 साल पहले 12/24 के घर के एक कमरे से मशरूम की खेती की शुरुआत की. आज वो 2 केनाल में 3 शेड बनाकर तीन महीने की मशरूम की खेती से 4 लाख रुपये का मुनाफा कमा रहा है यानी तीन शेड की लागत 2 लाख और मुनाफा डबल. मुनीश अन्य किसानों को अच्छे मुनाफे के लिए अलग हटकर खेती करने की सलाह दे रहे हैं. मुनीश का कहना है कि पहले साल लागत से दोगुना मुनाफे की गारंटी है और इसके बाद तगड़ा मुनाफा होगा.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि सरकार के मन में खोट दिखाई दे रहा है. अब 14 फरवरी को होने वाली बैठक को लेकर सस्पेंस है कि उसमें कृषि मंत्री होंगे या नहीं. उस दिन कृषि मंत्री चंडीगढ़ में किसानों के साथ बैठक करेंगे या फिर भोपाल में अपने बेटे की शादी में मौजूद रहेंगे.
करनाल के गांव खानपुर के रहने वाले पुष्पिंदर ने अपनी प्राचीन धरोहर को संभालते हुए एक नया आयाम स्थापित किया. पुष्पिंदर कोल्हू लगाकर अपने ही खेतों में विभिन्न प्रकार के तेल तैयार कर पूरे भारत समेत कई देशों में बेच रहे हैं.
पिछले साल सितंबर से अक्टूबर के महीने में रघुनाथ ने आधा एकड़ ज़मीन पर प्रयोगात्मक आधार पर स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाए थे. प्रयोग के सफल होने के बाद इस साल डेढ़ एकड़ ज़मीन पर स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाए गए हैं.
कई फसल ज्यादा ठंड नहीं सहन कर पाती हैं और खराब होने लगती हैं. सबसे ज्यादा नुकसान आलू की फसल को होता है. ठंड लगने की वजह से आलू को झुलसा रोग लग जाता है, जिससे पूरी की पूरी फसल चौपट हो जाती है.
कब कौन सी सब्जी उगाई जाए, इसे लेकर अक्सर कंफ्यूजन रहता है. आज हम आपके इस कंफ्यूजन को दूर कर देते हैं और आपको बताते हैं कि कौन से मौसम में कौन सी सब्जी किचन गार्डन में सही रहेगी.
आज हम आपको बताएंगे कि सर्दियों के मौसम में गमले में गुलदाउदी का पौधा कैसे उगाया जा सकता है.
Plant Care Tips: अगर आपको गार्डनिंग का शौक है तो अपने घर में आसानी से पीस लीली लगा सकते हैं. तो चलिए बताते हैं जरूरी बातें.
अंजीर की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है. दरअसल, बिहार सरकार अंजीर की खेती को बढ़ावा देने के लिए 'अंजीर फल विकास योजना' के तहत बागवानी कार्यक्रम चला रही है. इस योजना के तहत किसानों को अंजीर की खेती करने के लिए बंपर सब्सिडी दी जाएगी.
आज हम आपको एक ऐसे ही फूल के पौधे के बारे में बता रहे हैं, जिसे आप ठंड के मौसम में गमले में उगा सकते हैं. इस पौधे का नाम है पिटुनिया, जिसके फूल देखने में बहुत सुंदर लगते हैं.
बथुआ की भाजी को लोग सर्दियों के मौसम में खूब चाव से खाते हैं साथ ही बथुआ सेहत के लिए भी खूब फायदेमंद है. ऐसे में अगर आप बथुआ घर में ही उगा लें तो बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
भारत एक कृषि प्रधान देश है और खेती भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. आज हम आपके लिए कृषि से जुड़ा एक क्विज लेकर आए हैं, जिससे आप अपनी नॉलेज टेस्ट कर सकते हैं.
सर्दियों में अपने शमी पौधे को हरा-भरा और स्वस्थ रखने के लिए कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं. अपनी नियमित देखभाल से यह पौधा आपके घर को प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करता रहेगा.
आज हम आपको बताएंगे कि सर्दियों के मौसम में गमले में करेले का पौधा कैसे उगाया जा सकता है.
बिहार सरकार की तरफ से छत पर बागवानी करने के लिए सब्सिडी दी जा रही है. अगर आपको भी गार्डनिंग का शौक है और आप बिहार के रहने वाले तो आप नीचे बताए गए तरीके से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
तापमान में गिरावट के कारण आलू की फसल पर पाला पड़ने का खतरा बढ़ गया है. इसलिए हम आपको बताएंगे कि आलू की फसल को पाले से कैसे बचाया जा सकता है.
आज हम आपको बताएंगे कि गमले में गुड़हल का पौधा कैसे उगाया जा सकता है.