गौरव वल्लभ (Gaurav Vallabh) कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता थे, जिन्होंने 4 अप्रैल को 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी के सभी पदों से अपना इस्तीफा दे दिया.
गौरव वल्लभ जमशेदपुर में जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) में प्रोफेसर हैं.
2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में, गौरव वल्लभ ने उदयपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. उनके प्रयासों के बावजूद, बीजेपी उम्मीदवार ताराचंद जैन ने 32,000 से अधिक वोटों की बढ़त के साथ जीत हासिल की. इससे पहले, उन्होंने 2019 में झारखंड के जमशेदपुर पूर्व से अपनी चुनावी यात्रा शुरू की थी. 2017 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद, उन्हें जल्द ही पार्टी के तत्कालीन संचार प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा एक मीडिया पैनलिस्ट के रूप में भर्ती किया गया और उन्होंने टीवी बहसों में पार्टी का प्रतिनिधित्व करना शुरू कर दिया.
रेवड़ी कल्चर और आर्थिक नीतियों पर गरमागरम बहस. कांग्रेस और आप शासित राज्यों में डेट टू जीडीपी रेशो की चिंता जताई गई. कॉरपोरेट टैक्स कटौती और पूंजीपतियों के कर्ज माफी पर सवाल उठाए गए. गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए योजनाओं का समर्थन किया गया. मोदी सरकार में देश का कर्ज बढ़ने का मुद्दा उठा. हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर बहस हुई.
'एजेंडा आजतक 2024' का महामंच सज चुका है. जिसके सत्र- मुफ्त का चंदन, घिस मेरे नंदन में खास तौर पर आमंत्रित रहे BJP प्रवक्ता गौरव बल्लभ, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, सरकार के पूर्व आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम और अर्थशास्त्री डॉक्टर अरुण कुमार. देखें ये सत्र.
राजनीति में रॉबर्ट वाड्रा की दिलचस्पी तो पहले भी देखने को मिली है, फर्क बस ये है कि अब वो खुल कर अमेठी का नाम लेने लगे हैं. और उनका एक दावा तो कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय हो सकता है - कांग्रेस में मची भगदड़ के बीच उनके पास भी दूसरे राजनीतिक दलों का ऑफर है.
चुनावी मौसम में एक के बाद एक नेता कांग्रेस का साथ छोड़ते जा रहे हैं. कोई सनातन का सवाल तो कोई राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को पार्टी छोड़ने की वजह बता रहा है तो कोई राहुल गांधी के इर्द-गिर्द कॉकस को.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए गौरव वल्लभ ने कांग्रेस लीडरशिप पर तीखा हमला किया. बिना किसी का नाम लिए गौरव ने कहा कि 'कांग्रेस का घोषणापत्र पिछले 30 वर्षों से उस व्यक्ति द्वारा तैयार किया जा रहा है, जिसने क्लास मॉनिटर का चुनाव भी नहीं लड़ा है'. एएनआई के मुताबिक गौरव वल्लभ ने जयराम रमेश पर निशाना साधा.
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने (जयराम रमेश) स्कूल में क्लास मॉनिटर के पद के लिए भी कभी चुनाव नहीं लड़ा है, वह सिर्फ कुछ पत्रकारों को बुलाते हैं और प्रतियां प्रकाशित करवाते हैं. इसके अलावा गौरव वल्लभ ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि उनमें से कुछ को पता ही नहीं है कि उत्तर प्रदेश और बिहार अलग-अलग राज्य हैं.
कांग्रेस के गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. दरअसल, गौरव वल्लभ ने संबित पात्रा से एक ऐसा सवाल पूछा था, जिसकी वजह से वो रातों-रात सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो गए थे. मगर सवाल उठ रहे हैं कि कुछ समय पहले पीएम और बीजेपी को कोसने वाले गौरव ने पार्टी क्यों बदल ली. देखें वीडियो.
लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी पार्टियों के कई नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस के गौरव वल्लभ ने कमल का हाथ थाम लिया है. मगर पहले वो पीएम पर काफी जुबानी वार किया करते थे. मगर बीजेपी क्यों ऐसे नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं. देखें वीडियो.
आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 370 सीटें जीतने का टारगेट सेट कर दिया है. इसे पूरा करने के लिए बीजेपी ने कई ऐसे नेताओं को भी टिकट दिया है जो दूसरी पार्टियों से आए हैं. चुनाव से पहले दूसरी पार्टियों से 34 उम्मीदवार बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
आज सुबह ही कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके गौरव वल्लभ ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली. दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी नेता विनोद तावड़े ने उन्होंने पार्टी की सदस्यता दिलाई. तेजतर्रार प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का 'हाथ'? आजतक पर बातचीत के दौरान उन्होंने खुद बताया. देखें वीडियो.
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को बैक टू बैक तीन बड़े झटके लगे हैं. बॉक्सर विजेंदर सिंह बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वहीं, गौरव वल्लभ का कहना है कि जिस कांग्रेस पार्टी के साथ वो थे, वैसी कांग्रेस पार्टी अब नहीं रही. संजय निरुपम ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. देखें वीडियो.
24 घंटे के अंदर कांग्रेस के 3 कद्दावर लोगों ने पार्टी छोड़ दी है. बॉक्सर विजेंदर सिंह, पूर्व सांसद संजय निरूपम और प्रवक्ता गौरव वल्लभ का पार्टी छोड़ना पार्टी के लिए बहुत बड़ा सेटबैक है. ऐन चुनाव के मौके पर इन नेताओं का पार्टी से मुंह मोड़ना पार्टी के नेतृत्व की कमजोरियों को उजागर करता है. गौरव वल्लभ और संजय निरूपम दोनों ने पार्टी के उन अंतर्विरोधों की चर्चा की है जिसके चलते उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी . हालांकि दोनों ने कोई नई बात नहीं बताई है. कांग्रेस से जाने वाले कई सालों से वही बात दुहरा रहे हैं पर कोई एक्शन होता नहीं दिखता है. अब तो सोशल मीडिया में लोग यह भी कहने लगे हैं हैं कि इस तरह तो कांग्रेस में केवल गांधी परिवार ही बचेगा.
चुनाव में एक तरफ कांग्रेस इसे लोकतंत्र बचाने वाला चुनाव बताकर लड़ने की बात करती है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के भीतर ही लोकतंत्र का सवाल उठाकर लगातार नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं. 24 घंटे के भीतर कांग्रेस की तरफ से अब तक वो तीन नेता पार्टी को बाय बाय बोल चुके हैं, जो अब तक कांग्रेस के लिए खुलकर बीजेपी के खिलाफ बैटिंग करते आए.
कांग्रेस अभी बॉक्सर विजेंदर सिंह के सियासी पंच और संजय निरुपम के हमले से उबर भी नहीं पाई थी कि 24 घंटे में गौरव वल्लभ के रूप में ट्रिपल अटैक का सामना करना पड़ गया. गौरव ने बड़ी सधी हुई भाषा में कांग्रेस को आइना दिखाया है और भटकी हुई पार्टी करार दिया है. देखें वीडियो.
कांग्रेस का आज एक और झटका लगा है. 2 दिन में 3 नेता पार्टी से चले गए हैं. बुधवार को विजेंदर सिंह और संजय निरुपम गए. गुरुवार को तेजतर्रार प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. गौरव वल्लभ ने पार्टी मल्लिकार्जुन खरगे को इस्तीफे की एक लंबी चौड़ी चिट्ठी भी लिखी है.
मुख्तार अंसारी की मौत पर किए गए सवाल के जवाब में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि माफियाओं पर लगाम लगाना और उनका नामोनिशान मिटाना अलग-अलग चीजें हैं. इस तरह के अंत को उचित नहीं कहा जा सकता. अगर न्यायालय मुकदमा चला करके उनको दंडित करती और वह सजा भुगतते तो उचित रहता.
आज पीएम मोदी बिहार के जमुई पहुंचे हैं जहां उनकी भव्य रैली होने वाली है. आज से बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का आगाज हो जायेगा. उधर कांग्रेस में बड़ी उठापटक जारी है. संजय निरुपम और विजेंदर सिंह के बाद आज गौरव वल्लभ ने भी पार्टी से किनारा कर लिया. देखें ब्रेकिंग न्यूज.
सबसे खतरनाक होता है सपनों का मर जाना. कांंग्रेस पार्टी में कार्यकर्ताओँ और नेताओं की आंखों में सपने भरने वाले नेतृत्व की कमी के चलते हर रोज कोई न कोई महत्वपूर्ण नेता पार्टी छोड़ रहा है. इन 6 पॉ़इंट्स पर कांग्रेस को जरूर गौर करना चाहिए.
आज सुबह ही कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके गौरव वल्लभ ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली. दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी नेता विनोद तावड़े ने उन्होंने पार्टी की सदस्यता दिलाई. इससे पहले अपने कांग्रेस छोड़ने के फैसले को लेकर गौरव ने बाकायदा एक ट्वीट किया और वजह भी बताई थी. देखें लंच ब्रेक.
कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले गौरव वल्लभ ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली है. दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी नेता विनोद तावड़े ने उन्होंने पार्टी की सदस्यता दिलाई. इससे पहले अपने कांग्रेस छोड़ने के फैसले पर गौरव वल्लभ ने कहा कि मैंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर मेरे दिल की सारी भावनाएं उसमें व्यक्त कर दीं हैं.
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं. कांग्रेस के सीनियर नेता और प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बकायदा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने का कारण भी बताया है.