जर्मन शेफर्ड (German Shepherd) दुनिया की सबसे लोकप्रिय कुत्तों की नस्लों में से एक है. यह अपनी बुद्धिमानी, वफादारी और ताकत के लिए जाना जाता है. इस नस्ल का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे कि पुलिस और सैन्य सेवाएं, खोज और बचाव कार्य, और परिवारों के लिए एक सुरक्षात्मक पालतू जानवर के रूप में.
जर्मन शेफर्ड की उत्पत्ति जर्मनी में 19वीं शताब्दी के अंत में हुई थी। इसे मुख्य रूप से हेरडिंग (पशु चराने) के लिए विकसित किया गया था, लेकिन इसकी बहुमुखी प्रतिभा के कारण इसे विभिन्न सेवाओं में उपयोग किया जाने लगा। इसके विकास में कैप्टन मैक्स वॉन स्टेफनिट्ज़ का महत्वपूर्ण योगदान था।
जर्मन शेफर्ड आमतौर पर काले और टैन (भूरे) रंग में पाया जाता है, लेकिन इसके अन्य रंग भी होते हैं जैसे कि ब्लैक, सेबल, और व्हाइट.
इनकी औसत आयु 9 से 13 वर्ष होती है.
इन्हें प्रशिक्षण देना आसान होता है क्योंकि ये आज्ञाकारी होते हैं और जल्दी सीखते हैं. यह नस्ल सुरक्षात्मक स्वभाव की होती है, इसलिए यह अपने परिवार और मालिक के प्रति बहुत समर्पित होती है.
जर्मन शेफर्ड को मानसिक और शारीरिक रूप से सक्रिय रखने के लिए प्रतिदिन व्यायाम की आवश्यकता होती है.
हालांकि यह नस्ल मजबूत होती है, लेकिन इनमें कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे हिप डिस्प्लेसिया, गैस्ट्रिक डाइलेशन वोल्वुलस (ब्लोट), डीजेनेरेटिव मायेलोपैथी (रीढ़ की हड्डी से जुड़ी एक बीमारी), एलर्जी और त्वचा संबंधी समस्याएं.