गोदरेज ग्रुप (Godrej Group) एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई में है. इसकी स्थापना 1897 में अर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा बुर्जोरजी गोदरेज ने की थी. यह रियल एस्टेट, कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, उपकरण, फर्नीचर, सुरक्षा और कृषि उत्पादों सहित कई क्षेत्रों में काम करता है. इसकी सहायक और संबद्ध कंपनियों में गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, गोदरेज एग्रोवेट और गोदरेज प्रॉपर्टीज, साथ ही निजी होल्डिंग कंपनी गोदरेज एंड बॉयस एमएफजी कंपनी लिमिटेड शामिल हैं.
भारत का पहला आम चुनाव साल 1951-52 में हुआ था और 489 सीटें लोकसभा सीटों पर वोटिंग 25 अक्टूबर 1951 को शुरू होकर 21 फरवरी 1952 तक चली थी. टाटा ग्रुप से लेकर गोदरेज ग्रुप तक उस समय एक बड़ा नाम बन चुके थे.
Godrej Family Split: देश के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में शामिल गोदरेज ग्रुप का बिजनेस दो हिस्सों में बंट गया. इस ग्रुप की टोटल वैल्यू करीब 2.34 लाख करोड़ रुपये है और पांच कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं.
Godrej Success Story : Godrej Group की स्थापना भारत को आजादी मिलने से पहले साल 1897 में आर्देशर गोदरेज और उनके भाई पिरोजशा गोदरेज द्वारा की गई थी. अंग्रेजों के जमाने में शुरू हुए इस ग्रुप का कारोबार आज दुनिया के 90 देशों में फैला है.
साबुन से लेकर लॉकर तक बनाने वाली कंपनी ने देश के लगभग हर घर तक अपनी पहुंच बनाई है. गोदरेज ग्रुप का कारोबार 90 से ज्यादा देशों तक फैला हुआ है और इसके 110 करोड़ से ज्यादा कस्टमर्स हैं. ग्रुप की टोटल वैल्यू 2.34 लाख करोड़ रुपये है.
Godrej Share Fall: गोदरेज फैमिली में हुए बंटवारे का बुरा असर उसकी कंपनियों के शेयरों पर दिखाई दे रहा है, गुरुवार को मार्केट ओपन होने के साथ ही गोदरेज इंडस्ट्रीज और गोदरेज प्रॉपर्टीज का शेयर 9 फीसदी तक फिसल गया.
भारत की आजादी से पहले के कारोबारी घरानों का जिक्र होता है, तो इसमें गोदरेज फैमिली का नाम भी आता है. लेकिन, अब 127 साल पुरानी इस घराने में बंटवारा हो गया है. गोदरेज ग्रुप का बिजनेस दो हिस्सों में बंट गया है. देखें वीडियो.