सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ (Satinder Singh alias Goldy Brar) गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है (Goldy Brar Close Associate of Lawrence Bishnoi). वह पंजाब में चलाए जा रहे रंगदारी रैकेट में शामिल रहा है. उस पर यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल पहलवान की हत्या में शामिल होने का भी आरोप है (Gangster Goldy Brar). गोल्डी ने 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर और कांग्रेस पार्टी के नेता सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मानसा में हुई हत्या की जिम्मेदारी ली (Goldy Brar Claims Responsibility of Sidhu Moosewala’s Killing) . वह 2021 से कनाडा में रह रहा है और वहां से पंजाब में एक मॉड्यूल के जरिए काम करता है. बराड़ पंजाब के फरीदकोट जिले का मूल निवासी है.
गोल्डी बराड़ का सम्बंध पंजाब के मुक्तसर से है (Goldy Brar belongs to Muktsar). उसके पिता शमशेर सिंह पंजाब पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर थे, जिन्हें मर्डर केस में नाम आने के बाद 2021 में कंपल्सरी रिटायरमेंट दे दिया गया था (Goldy Brar Father).
गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या को बदले की कार्रवाई बताया. उसके मुताबिक, सिंगर मूसेवाला अकाली दल के नेता विक्की मिड्दुखेड़ा और उसके चचेरे भाई गुरलाल बरार की हत्या में शामिल था. 33 साल के मिद्दुखेड़ा की 7 अगस्त 2021 को मोहाली में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि बराड़ की हत्या चंडीगढ़ में एक डिस्क के बाहर कर दी गई थी. इसके बाद, गोल्डी और लॉरेंस ने मूसेवाला पर आरोप लगाया था कि उसने अपने मैनेजर शगुनप्रीत सिंह से कहकर इस हत्याकांड को अंजाम दिलवाया. रिपोर्टों के मुताबिक, गोल्डी बराड़ अलग – अलग कोड नामों के साथ पंजाब में लगातार अपने आपराधिक कारगुजारियों को अंजाम दे रहा है. वह पहले “डॉक्टर” कोड नाम के साथ सक्रिय था (Goldy Brar Crime Career).
भारत ने पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिका को 10 कुख्यात गैंगस्टर और आतंकवादियों की सूची सौंपी है और उनके प्रत्यर्पण की मांग की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सूची में अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बरार का नाम शामिल हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे अमेरिका में छिपे हुए हैं.
भारत सरकार अमेरिका में रह रहे 10 भारतीय गैंगस्टर की सूची अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को सौंपने की तैयारी में है. ये कदम भारत-अमेरिका के बीच हुए समझौते के तहत उठाया जा रहा है. इस सूची में गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्नोई जैसे खतरनाक अपराधियों के नाम शामिल हैं. दोनों देश मिलकर इन अपराधियों के प्रत्यर्पण की रणनीति तैयार करेंगे.
भारत सरकार का यह कदम भारत-अमेरीका के बीच हुए समझौते के तहत लिया गया है. समझौते में इस बात पर मुहर लगी थी कि दोनों देश में छिपे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
पंजाब की फरीदकोट की जिला अदालत ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को रंगदारी के एक मामले में सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है. फरीदकोट के कोटकपूरा शहर में साल 2021 में लॉरेंस के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज कराया गया था.
इस वक्त देश भर में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने जालंधर में एक एनकाउंटर के बाद इस गैंग के दो बड़े शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है. ये दोनों कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया करते थे.
नशे की काली दुनिया का कुख्यात नाम सुनील यादव अमेरिका में मारा गया. अमेरिका के कैलिफोर्निया में शूटआउट के दौरान उसकी मौत हो गई. उसका नाम बड़े ड्रग माफियाओं की लिस्ट में शुमार था. हाल ही में खुलासा हुआ है कि गैंगस्टर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा ने अमेरिका में उसे मारने की जिम्मेदारी ली है.
स्टॉकटॉन पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि पुलिस टीम एक व्यक्ति को गोली लगने की सूचनी मिलने पर कॉल लोकेशन पर पहुंची. मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने वहां एक शख्स को घायल पाया. उसे गोली लगी थी. फौरन उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वायरल पोस्ट में हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए शख्स ने कहा, "मैं रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़, जो आज कैलिफोर्निया स्टॉकटन में मकान नंबर 6706 माउंट एलबर्स व्हाई में सुनील यादव उर्फ गोलिया विराम खेड़ा अबोहर की हत्या हुई हैं, उसकी हम पूरी जिम्मेदारी लेते हैं."
पुलिस और गोल्डी बराड़ के गुर्गों के मुठभेड़ हरियाणा के हिसार में हुई. पुलिस के मुताबिक, यह हरियाणा एसटीएफ और चंडीगढ़ पुलिस का एक ज्वाइंट ऑपरेशन था. जिसमें दोनों बदमाशों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के दुश्मन बंबीहा गैंग के खिलाफ एनआईए ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. इस गैंग के एक गैंगस्टर अर्श डाला के कनाडा में गिरफ्तारी के बाद हिंदुस्तान में जांच एजेंसियों ने कई ठिकानों पर छापेमारी की है.
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या और बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान के घर पर फायरिंग के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग पूरे देश में कुख्यात हो गया है. आए दिन लोगों को इस गैंग के नाम से रंगदारी की कॉल आ रही है. इसी बीच मुंबई पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है.
इस साल अक्टूबर तक दिल्ली के कारोबारियों को जबरन वसूली के लिए कॉल मिलने की करीब 160 सूचनाएं मिली हैं. एक सूत्र ने बताया कि कुछ मामलों में, कॉल के बाद टारगेट पर लिए गए शख्स के घर या दफ्तर के बाहर गोलीबारी की गई.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं और 'जय बलकारी' उसकी गैंग का नारा है. इसमें 300 के करीब शूटर अकेले पंजाब से जुड़े है. इन सबके बीच लॉरेंस के लिए काम करने वाले कुछ ऐसे चेहरे भी हैं जो उसके बेहद करीबी बताए जाते हैं.
गोल्डी के कनाडा शिफ्ट हो जाने से गैंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने में मदद मिली. गैंग के प्रमुख खिलाड़ी अब भारत और कनाडा दोनों में रहकर काम कर रहे हैं. मई 2022 में पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या ने उनकी अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों पर भारत की तमाम एजेंसियों का ध्यान केंद्रित किया था.
संगठित अपराध में शामिल होने की वजह से अनमोल बिश्नोई अपने भाई लॉरेंस के आपराधिक नेटवर्क में एक अहम शख्स बन गया है. लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक अनमोल को कई अवैध गतिविधियों में शामिल पाया गया है.
कनाडा में हुए शूटआउट के एक मामले में खालिस्तानी आतंकवादी और इंडिया के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अर्श डाला को पुलिस ने पकड़ा है. वो पिछले चार साल से अपनी पत्नी के साथ कनाडा में रह रहा है. वहां से हिंदुस्तान विरोधी आतंकी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. देश के दुश्मन उसके अजीज दोस्तों में शामिल हैं.
Arsh Dalla vs Lawrence Bishnoi: कनाडा के ओंटोरियो में रविवार को एक शूटआउट के बाद खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के बाद अर्श डाला ही आतंकी संगठन टाइगर फोर्स को लीड कर रहा है.
एक इस हत्याकांड के बाद गोल्डी कनाडा भाग गया. इसके बाद वह वहीं से पंजाब में अलग-अलग वारदातों को अंजाम देने के लिए साजिश रचता रहा है. गोल्डी की 5 अलग-अलग तस्वीरें पंजाब पुलिस के डोजियर में हैं, जिन्हें देखने से पता चलता है की हालात के साथ वो अपना हुलिया बदलता रहा है.
90 के दशक की शुरुआत में बॉम्बे शहर अंडरवर्ल्ड और गैंगवार से परेशान था. तब तक दाऊद इब्राहिम एक बड़ा डॉन बन चुका था. ये वो दौर था, जब तब के बॉम्बे और आज के मुंबई के सीने पर लगभग हर रोज गैंगवार या एनकाउंटर के नाम पर खून बहाए जाते थे.
पहले हर बड़ी वारदात के पीछे दाऊद इब्राहिम या पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने की बात सामने आती थी. यह माना जा सकता है कि दोनों विदेश से ही ऑपरेट करते थे, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई करना आसान नहीं था. लेकिन, ऐसा कैसे हो सकता है कि भारत की जेल में रहकर लॉरेंस विश्नोई और उसका गैंग आतंक का इतना बड़ा पर्याय बन गया. ये तो सीधे सीधे सरकार का फेल्योर है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग चर्चा में है. मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में लॉरेंस गैंग का नाम सामने आ रहा है. इससे पहले अप्रैल में बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग में भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया था. गैंग से जुड़े सदस्यों की गिरफ्तारी हुई थी. इसी गैंग ने मई 2022 में पंजाबी गायक सिद्दू मूसेवाला और दिसंबर 2023 में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की भी गोली मारकर हत्या की थी.