गूगल मैप्स
गूगल मैप्स (Google Maps) एक वेब मैपिंग प्लेटफॉर्म है. यह गूगल का कंज्यूमर एप्लीकेशन है. यह उपग्रह इमेजरी, हवाई फोटोग्राफी, सड़क के नक्शे, सड़कों के 360 ° इंटरैक्टिव दृश्य, वास्तविक समय यातायात की स्थिति, और पैदल, कार, बाइक, हवाई (बीटा में) और सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करने के लिए रूट प्लानिंग करता है. 2020 तक, दुनिया भर में हर महीने 1 बिलियन से अधिक लोग Google मानचित्र का उपयोग कर रहे थे (Google Maps Uses).
Google मैप्स एक C++ डेस्कटॉप प्रोग्राम के रूप में शुरू हुआ, जिसे लार्स और जेन्स रासमुसेन भाइयों ने व्हेयर 2 टेक्नोलॉजीज में विकसित किया गया था (Google Maps Founders). अक्टूबर 2004 में, इस कंपनी को Google ने अधिग्रहित कर इसे एक वेब एप्लिकेशन में बदल दिया (Google Maps Acquisition). इसके बाद, Google मैप्स को फरवरी 2005 में लॉन्च किया गया (Google Maps Launched. इस सेवा का फ्रंट एंड जावास्क्रिप्ट, एक्सएमएल और अजाक्स का उपयोग करता है. Google मानचित्र एक एपीआई प्रदान करता है जो मानचित्रों को थर्ड-पार्टी वेबसाइटों पर एम्बेड करने की अनुमति देता है, और दुनिया भर के कई देशों में तमाम लोगों के लिए एक लोकेटर प्रदान करता है (Google Maps Functionality).
Google मैप्स का सैटेलाइट व्यू टॉप-डाउन या बर्ड्स-आई व्यू है, शहरों की ज्यादातर हाई-रिजॉल्यूशन इमेजरी 800 से 1,500 फीट पर उड़ान भरने वाले विमानों से ली गई हवाई फोटोग्राफी है, जबकि अधिकांश अन्य इमेजरी उपग्रहों से हैं. अधिकांश उपलब्ध उपग्रह इमेजरी तीन साल के भीतर की है और इसे नियमित रूप से अपडेट किया जाता है. अगस्त 2018 में, Google मैप्स के डेस्कटॉप वर्सन को 3D ग्लोब दिखाने के लिए अपडेट किया गया था. सेटिंग्स में 2D मैप्स पर स्विच करने का विकल्प अभी भी उपलब्ध है. एंड्रॉइड और आईओएस उपकरणों के लिए गूगल मैप्स सितंबर 2008 में जारी किया गया था और इसमें पार्किंग सहायता सुविधाओं के साथ जीपीएस टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन की सुविधा है (Google Maps Features).
अगस्त 2013 में, इसे दुनिया का सबसे लोकप्रिय स्मार्टफोन ऐप बताया गया. उस दौरान, इसे 54% से अधिक वैश्विक स्मार्टफोन मालिक इसका उपयोग कर रहे थे. मई 2017 में, इस ऐप ने Android पर 2 बिलियन यूजर्स होने की सूचना दी थी (Google Maps Users).
अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित लॉस एंजिल्स एक बार फिर से चर्चा में आ गया है. इस शहर में रेलवे ट्रैक और खाली मैदान के अंदर पड़े कबाड़ का इस्तेमाल करके Help का साइन बनाया है. यह साइन इतने विशाल है कि उन्हें Google Maps पर आसानी से देखा जा सकता है. अब पुलिस और रीजनल अथॉरटीज जांच कर रही हैं कि ये साइन कौन बना रहा है. हालांकि यह मानव तस्करी का संकेत देता है.
how to track live location : यहां आज आपको फोन नंबर से लोकेशन सर्च करने का सबसे आसान तरीका बताने जा रहे हैं. इसका इस्तेमाल सिर्फ पुलिस सरकारी जांच एजेंसियां ही कर सकती हैं.
स्मार्टफोन की मदद से किसी की लोकेशन पता करना काफी आसान हो गया है. इसकी मदद से दोस्त, गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड या किसी रिश्तेदार आदि की लोकेशन देखी जा सकती है.
Google Maps... कहीं का रास्ता मालूम ना तो लोग अब इसका इस्तेमाल सबसे पहले करते हैं. एक वक्त था जब लोग एक दूसरे से रास्ता पूछते हुए अनजान सड़कों पर आगे बढ़ते थे, लेकिन टेक्नोलॉजी के इस दौर में अब मैप्स सर्विस के जरिए लोग आगे बढ़ते हैं. ऐसे में कई बार लोग गलत रास्ते पर निकल जाते हैं, तो कुछ बार दुर्घटना का सामना भी करना पड़ता है.
यूपी के बरेली में गूगल मैप्स फॉलो करते हुए जा रहे तीन युवकों की मौत हो गई. उनकी कार टूटे हुए पुल से नीचे गिर गई, जो युवकों की मौत का कारण बना. इस घटना के बाद से यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस हादसे में गूगल मैप्स की गलती है. तो आइए आपको बताते हैं कि गूगल मैप्स आखिर कैसे काम करता है.
How to Check AQI: दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत इस वक्त प्रदूषण से बुरी तरह से प्रभावित है. दिल्ली-NCR में हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि स्कूल्स को बंद करना पड़ा है.
Google Maps की मदद से बहुत से लोगों ने ट्रैफिक से खुद को कई बार बचाया होगा या फिर नई लोकेशन तक पहुंचने का रास्ता पता किया होगा. आज आपको इस खास फीचर के बारे में बताने जा रहे हैं.
क्या आपने कभी सोचा है कि गूगल मैप को आखिर पता कैसे चलता है कि आगे ट्रैफिक लगा हुआ है क्योंकि यह तो घटता बढ़ता रहता है. आइए जानते हैं. बता दें किसी रास्ते में जाम लगा हुआ है यहा वहां ट्रैफिक स्लो चल रहा है ये जानकारी देने के लिए गूगल मैप रास्ते में चल रही गाड़ियों में मौजूद यूजर के फोन की लोकेशन ट्रैक कर उसका एनालिसिस करता है. उसके हिसाब से ही वहां के ट्रैफिक की स्थिति को दिखाता है.
Google Maps की मदद से बहुत से लोगों ने ट्रैफिक से खुद को कई बार बचाया होगा या फिर नई लोकेशन तक पहुंचने का रास्ता पता किया होगा. आज आपको इस खास फीचर के बारे में बताने जा रहे हैं.
MapMyIndia की पेरेंट कंपनी ने OLA को एक लीगल नोटिस भेजा है और OLA पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. MapMyIndia का आरोप है कि Ola इलेक्ट्रिक ने उसके डेटा को चोरी किया और लाइसेंस समझौते के नियमों का उल्लंघन किया है. OLA ने हाल ही में अपना ओला मैप्स लॉन्च किया था, और MapMyIndia ने आरोप लगाया है कि इसमें उसके मैप्स का डेटा यूज किया है.
MapMyIndia की पेरेंट कंपनी ने OLA को एक लीगल नोटिस भेजा है और OLA पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. MapMyIndia का आरोप है कि Ola इलेक्ट्रिक ने उसके डेटा को चोरी किया और लाइसेंस समझौते के नियमों का उल्लंघन किया है. OLA ने हाल ही में अपना ओला मैप्स लॉन्च किया था, और MapMyIndia ने आरोप लगाया है कि इसमें उसके मैप्स का डेटा यूज किया है.
Rule Changes 1 August: 1 अगस्त से Google Maps को लेकर एक बड़ा नियम बदलने जा रहा है. कंपनी ने अपनी पेमेंट को रिवाइज किया है.
Rule Change From 1st August 2024 : देश में हर महीने की पहली तारीख को कई बदलाव देखने को मिलते हैं और दो दिन बाद 1 अगस्त को भी कई रूल चेंज होने जा रहे हैं, जो घर की रसोई से लेकर आपके बिल पेमेंट के तरीके तक पर असर डालने वाले हैं.
कई बार लोग Google Maps की वजह से लोग गलत फ्लाईओवर ले लेते हैं जिसकी वजह से काफी परेशानी होती है. क्योंकि अभी तक गूगल मैप्स आपको साफ तौर पर ये नहीं बताता कि कौन सा फ्लाईओवर लेना है और कौन सा नहीं लेना….ऐसे में वो मिस हो जाता है…लेकिन अब कंपनी ने बड़ा ऐलान कर दिया है.
Google Maps ने भारतीयों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए नए फीचर्स को शामिल किया है. इसमें Flyover Alert से लेकर मेट्रो टिकट तक खरीदने का ऑप्शन दिया गया है. यह आपको संकरी सड़कों से भी बचाएगा. बेहतर यूजर्स एक्सपीरियंस के लिए इसमें AI का इस्तेमाल किया है. इसमें EV चार्जिंग स्टेशन की भी इंफोर्मेशन को शामिल किया है. आइए इनके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
ग्रुप के एक लड़के ने बताया, "हम घूमने के लिए गए थे और पैदल चलकर मंदिर को पार करते हुए पहाड़ी की चोटी पर पहुंचे. हमें गूगल से पता चला कि ऊपर एक खूबसूरत जगह है, जहां दूसरे लोग आते हैं, इसलिए हम वहां चले गए लेकिन वहां सबवे के अलावा कुछ भी अच्छा नहीं था."
Google Maps का सहारा लोग अनजान रास्तों पर अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए लेते हैं. हालांकि, कई बार टेक्नोलॉजी पर भरोसा करना आपको मुसीबत में डाल सकता है. ऐसा ही कुछ केरल में हैदराबाद से आए चार लोगों के साथ हुआ. ये टूरिस्ट्स गूगल मैप्स की बताई डायरेक्शन पर आगे बढ़ रहे थे कि उनकी कार नदी में गिर गई.
स्मार्टफोन की लोकेशन पता करने के वैसे तो बहुत से तरीके हैं. इसमें यूजर्स से WhatsApp और Google Maps की मदद से लोकेशन मांग सकते हैं और उसे ट्रैक कर सकते हैं. आज आपको खास ट्रिक बताने जा रहे हैं.
Google Maps mistake: Google Maps की एक गलती ने दो टूरिस्ट को जंगल के बीच में पहुंचा दिया. इतना नहीं, उन्हें वापस शहर तक आने में कई दिन लगे.
Google Maps के लिए दो नए फीचर को रोलआउट कर दिया है. इसकी मदद से यूजर्स आसानी से Weather और Air Quality की डिटेल्स ले सकेंगे.