Guillain Berre Syndrome एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम नर्व्स पर हमला करती है. यह कमजोरी, सुन्नता या पैरालिसिस का कारण बन सकता है.
हाथों और पैरों में कमजोरी और झुनझुनी आमतौर पर पहले लक्षण होते हैं. ये संवेदनाएं तेजी से फैल सकती हैं और पैरालिसिस का कारण बन सकती हैं. गुलेनबेरी सिंड्रोम के मरीज को अस्पताल में उपचार की आवश्यकता होती है.
गुलेनबेरी सिंड्रोम दुर्लभ है और इसका सटीक कारण ज्ञात नहीं है. लेकिन दो-तिहाई लोगों में गुलेनबेरी सिंड्रोम के लक्षण शुरू होने से छह सप्ताह पहले संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं.
गुलियन बेरी सिंड्रोम एक रेयर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है. आम तौर पर इसके मामले नहीं देखे जाते. डॉक्टर्स के मुताबिक, इसमें पेरीफेरल नर्व्स डैमेज हो जाती हैं. इस वजह से हाथों और पैरों में कमजोरी आने लगती है.
गुलियन बैरी सिंड्रोम पश्चिम बंगाल में एक 17 साल के लड़के की मौत हो गई, जिसके बाद अब इस बीमारी से देशभर में मौतों का आंकड़ा 3 हो गया है. अस्पताल के मुताबिक छात्र की मौत सेप्टिक शॉक और मायोकार्डिटिस के कारण हुई है. डॉक्टरों का अनुमान है कि इसकी मूल बीमारी गुलियन बैरी सिंड्रोम हो सकती है.