गुप्त नवरात्रि
गुप्त नवरात्रि (Gupt Navaratri) ज्यादातर तांत्रिकों और साधुओं द्वारा देवी शक्ति को प्रसन्न करने के लिए तंत्र साधना के लिए मनाया जाता है. इन नवरात्रि को भक्तों द्वारा गुप्त रूप से या छिपाकर मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि के दौरान पूजा की सफलता अनुष्ठानों की गोपनीयता पर निर्भर करती है (Gupt Navaratri, Secracy of Rituals).
नवरात्रि हिंदुओं का सबसे शुभ त्योहार है. यह नौ दिनों का त्योहार है. दो, शरद और चैत्र नवरात्रि हिंदू भक्तों द्वारा व्यापक रूप से मनाए जाते हैं और दो नवरात्रि, जो माघ और आषाढ़ महीने में आते हैं, गुप्त नवरात्रि के रूप में जाने जाते हैं. द्रिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि में गुप्त नवरात्रि पर्व मनाया जाता है. पूजा के दौरान भक्त दुर्गा चलीसा, दुर्गा 32 नाम, महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम का पाठ करते है (Gupt Navratri Worship).
इस साल माघ मास की गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से शुरू होकर 7 फरवरी तक चलेगी. गुप्त नवरात्रि गोपनीय साधनाओं के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसमें शक्ति प्राप्त की जाती है और बाधाओं का नाश करने का वरदान मांगा जाता है.
Ashadh Gupt Navratri 2024: इस साल आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रि में इस बार गुप्त नवरात्रि में माता रानी की सवारी घोड़ा है. गुप्त नवरात्रि, गोपनीय साधनाओं के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस बार 6 जुलाई यानी आज से आषाढ़ माह के गुप्त नवरात्रि शुरू होने जा रही है और इसका समापन 15 जुलाई को होगा.
Magh Gupt Navratri 2024: माघ महीने के गुप्त नवरात्रि की शुरुआत आज से हो रही है. साल में दो बार गुप्त नवरात्रि आती है - माघ महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष. गुप्त नवरात्रि में देवी की 10 महा विद्याओं की पूजा की जाती है. गुप्त नवरात्रि के व्रत मनोकामना पूर्ति के लिए किए जाते हैं.
ज्यादातर लोग साल में आने वाली केवल दो नवरात्रि के बारे में जानते हैं. चैत्र या शारदीय नवरात्र. इसके अलावा दो और नवरात्रि भी हैं जिनमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है. कम लोगों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इसको गुप्त नवरात्रि कहते हैं. वर्ष में दो बार गुप्त नवरात्रि आती है - माघ शुक्ल पक्ष में और आसाढ़ शुक्ल पक्ष में , इस प्रकार कुल मिलाकर वर्ष में चार नवरात्र होते हैं.
Gupt Navratri 2023: माघ मास की गुप्त नवरात्रि 22 जनवरी 2023, रविवार से शुरू होगी और इसका समापन 30 जनवरी 2023 को होगा. नवरात्रि साल में चार बार आती है. गुप्त नवरात्रि माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को रखी जाती है. गुप्त नवरात्रि की पूजा के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है.
Ghatasthapana Timing: नवरात्रि में देवी की उपासना से पहले घटस्थानपना की जाती है. घटस्थापना में मां दुर्गा की चौकी के पास एक पवित्र कलश की स्थापना होती है. इस पवित्र कलश को स्थापित करने के बाद ही देवी की उपासना का फल हमें मिल पाता है. इस बार शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना सोमवार, 26 सितंबर को शुभ मुहूर्त के तहत की जाएगी.