हमास (Hamas) एक फिलिस्तीनी सुन्नी इस्लामवादी राजनीतिक और सैन्य आंदोलन है जो 2007 से इजरायली कब्जे वाले गाजा पट्टी के कुछ हिस्सों पर शासन कर रहा है. हमास की स्थापना फिलिस्तीनी इमाम और कार्यकर्ता अहमद यासीन ने 1987 में की थी.
हमास ने मिस्र और कतर की ओर से गाजा में युद्धविराम के लिए दिए गए नए प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. अब अगर इजराइल भी इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है तो युद्धविराम जल्द लागू हो सकता है. देखें दुनिया आजतक.
हमास ने 29 मार्च को कहा कि उसने दो दिन पहले मिस्र और कतर से मिले गाजा सीजफायर प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्ताव में कहा गया है कि हमास हर हफ्ते इजरायल के पांच बंधकों को रिहा करेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह नागपुर पहुंचे. बाबासाहेब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने स्वागत किया. तमिलनाडु के चेन्नई एयरपोर्ट पर रविवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब तड़के 4.55 बजे स्पाइसजेट विमान की लैंडिंग के लिए हवाई अड्डे पर पूर्ण आपातकाल घोषित किया गया.
हमास और इजरायल में जंग की वजह से डेढ़ सालों के भीतर गाजा पट्टी लगभग तबाह हो चुकी. तेल अवीव लगातार कहता रहा कि आतंकी समूह हमास को खुद स्थानीय लोग शरण दे रहे हैं. आरोप किसी हद तक सही भी था. अब इसी इलाके में हमास-आउट के नारे लग रहे हैं. लेकिन हमास के जाने से पैदा पॉलिटिकल वैक्यूम और मुश्किलें ला सकता है.
हमास के विरोध में भारी संख्या में गाजा की सड़कों पर निकले लोगों का कहना है कि हमें न युद्ध चाहिए और न ही हमास. हमें शांति से जीना है. सफेद झंडे लहराते हुए इन लोगों ने शांति की मांग की है.
हमास के विरोध में भारी संख्या में गाजा की सड़कों पर निकले लोगों का कहना है कि हमें न युद्ध चाहिए और न ही हमास. हमें शांति से जीना है. सफेद झंडे लहराते हुए इन लोगों ने शांति की मांग की है.
हमास की कैद से रिहा हुए इजरायली शख्स ने जो बताया वो हैरान करने वाला है उन्होंने कहा कि हमास के लड़ाके खूब अच्छा-अच्छा खाना खाते थे और बंधकों को भूखा रखते थे
हमास की कैद से रिहा हुए एक इजरायली बंधक ने अपनी आपबीती सुनाई है. उन्होंने कहा है कि हमास के लड़ाके राजाओं की तरह खूब अच्छा-अच्छा खाना खाते थे और बंधकों को भूखा रखते थे. उन्होंने बताया कि कैद में रहने के दौरान उनका वजन 15 किलो कम हो गया.
हमास के सूत्रों के अनुसार, बरदावील और बरहौम दोनों ही हमास के 19 सदस्यीय निर्णय लेने वाले निकाय के सदस्य थे, जिनमें से 11 की मौत 2023 के अंत में युद्ध शुरू होने के बाद से हो चुकी है. हमास के अल-अक्सा टीवी ने कहा कि बरहौम पिछले हमले में घायल हो गया था.
इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए हैं. लोगों ने इजरायली पीएम का दफ्तर घेरने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों की अपील है कि युद्धविराम की शर्तों का पालन किया जाए जिससे बंधकों को हमास छोड़ दे. बंधकों को छुड़ाने की नेतन्याहू की नीति असफल हो रही है. देखें दुनिया आजतक.
इजरायली सेना आईडीएफ ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनकी सेना ने मध्य और दक्षिणी गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है. यह हमला उत्तरी और दक्षिणी गाजा के बीच आंशिक तौर पर बफर जोन तैयार करना और इजराइल बॉर्डर से लगे सिक्योरिटी जोन का विस्तार करना है.
इजराइल के भारत स्थित राजदूत ने आज तक को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि यदि हमास गाजा पट्टी से नहीं निकलता तो इजराइली सेना पूरे क्षेत्र पर कब्जा कर सकती है. उन्होंने कहा कि हमास को सत्ता छोड़नी होगी और बंधकों को रिहा करना होगा, अन्यथा सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी. देखें.
गाजा में इजरायल के ताजा हमले में एक विदेशी नागरिक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. सेंट्रल गाजा सिटी में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के पास ये हमला किया गया था. इजरायली सेना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तरी गाजा में एक हमास ठिकाने को निशाना बनाया था.
गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य अभियान पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि हमास को सत्ता छोड़नी होगी, अन्यथा सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी. अमेरिका के साथ समन्वय की बात कही गई. गाजा के पुनर्निर्माण और फिलिस्तीनियों के अस्थायी विस्थापन पर भी चर्चा हुई. क्षेत्रीय स्थिरता के लिए कट्टरपंथी ताकतों को हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया.
इजराइल के राजदूत रूविन अजहर ने आजतक पर कहा कि अगर हमास गाजा पट्टी नहीं छोड़ता है तो इजराइल की सेना पूरी गाजा पट्टी पर कब्जा कर सकती है. उन्होंने कहा कि हमास न केवल इजराइली बंधकों को, बल्कि पूरी फिलिस्तीनी आबादी को बंधक बना रहा है. अजहर ने कहा कि इजराइल मानवीय सहायता का प्रबंधन खुद करना चाहता है क्योंकि हमास इसका दुरुपयोग कर रहा है.
भारत ने बुधवार को गाजा में बढ़ते संघर्ष और इजरायली हमलों के चलते बढ़ती मौतों पर गंभीर चिंता जताई है। गाज़ा पट्टी में हालिया घटनाओं में 400 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और यह स्थिति दो महीने की शांति के बाद आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर अपना गहरा खेद व्यक्त किया है।
इजरायली हमलों में हमास के कई प्रमुख नेता मारे गए, जिनमें गाजा के आंतरिक मंत्री, राजनीतिक ब्यूरो के सदस्यों और आंतरिक सुरक्षा प्रमुख शामिल हैं. इन हवाई हमलों में कम से कम 413 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. हमास और अन्य फिलिस्तीनी गुटों ने इसे संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन बताते हुए विरोध प्रदर्शन की मांग की है.
मध्य पूर्व में युद्ध फिर शुरू हो गया है. इजराइल ने गाजा पट्टी पर हमले तेज कर दिए हैं. वायुसेना ने हमास के कई ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है. फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार 413 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल हैं. इजराइल ने उत्तरी गाजा को खाली करवाने का आदेश दिया है.
इजरायली हमलों में हमास के कई प्रमुख नेता मारे गए, जिनमें गाजा के आंतरिक मंत्री, राजनीतिक ब्यूरो के सदस्यों और आंतरिक सुरक्षा प्रमुख शामिल हैं. इन हवाई हमलों में कम से कम 413 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. हमास और अन्य फिलिस्तीनी गुटों ने इसे संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन बताते हुए विरोध प्रदर्शन की मांग की है.
इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने हमास के दर्जनों लक्ष्यों को निशाना बनाया है. इजरायली आर्मी ने कहा कि हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक आवश्यक होगा और हवाई हमलों से आगे भी जारी रहेंगे, जिससे यह संभावना बढ़ गई है कि इज़रायली जमीनी सैनिक लड़ाई फिर से शुरू कर सकते हैं. बता दें कि इजरायल के 59 बंधक अभी भी हमास के कब्जे में हैं.
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, "समूह द्वारा युद्ध विराम बढ़ाने के अमेरिकी प्रस्तावों को अस्वीकार करने के बाद इज़रायल ने गाजा में हमास के खिलाफ़ सैन्य अभियान फिर से शुरू कर दिया है."