हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल (Hardik Patel) एक राजनेता हैं. पटेल जुलाई 2015 में राजनीति में प्रमुखता से आए. उन्होंने पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व किया था. इस आंदोलन का मकसद पाटीदार जाति के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा दिलाना था. पटेल 2020 से गुजरात में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राज्य इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है (Hardik Patel Former Congress Member). 18 मई 2022 को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया (Hardik Patel Resigns from Congress).
हार्दिक पटेल का जन्म 20 जुलाई 1993 को एक गुजराती पाटीदार परिवार में हुआ था (Hardik Patel Age). उनके पिता का नाम भरत और मां का नाम उषा पटेल है (Hardik Patel Parents). हार्दिक ने केबी शाह विनय मंदिर से पढाई की है. बाद में उनके माता पिता वीरगाम चले गए. वीरगाम से बारहवीं कक्षा पूरी करने के बाद, हार्दिक ने अपने पिता के साथ भूमिगत पानी के कुओं में सबमर्सिबल पंप लगाने का एक छोटा सा व्यवसाय चलाना शुरू किया. उनके पिता, भरत एक कांग्रेस कार्यकर्ता भी थे (Hardik Patel Father).
2010 में, पटेल ने अहमदाबाद के सहजानंद कॉलेज में प्रवेश लिया. वह कॉलेज छात्र संघ के महासचिव पद के लिए खड़े हुए और चुने गए. 2013 में, उन्होंने बैचलर ऑफ कॉमर्स (बी.कॉम.) की डिग्री प्राप्त की (Hardik Patel Education).
31 अक्टूबर 2012 को, हार्दिक पटेल सरदार पटेल समूह (एसपीजी), एक पाटीदार युवा निकाय में शामिल हो गए और जल्द ही इसकी वीरमगाम इकाई के अध्यक्ष बन गए. 2015 में, हार्दिक पटेल को एसपीजी के साथ उनके नेता लालजी पटेल के साथ संघर्ष के बाद उनके पद से हटा दिया गया था (Hardik Patel Political Career).
जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शहला राशिद और पाटीदार आंदोलन के कर्ताधर्ता हार्दिक पटेल. दोनों की राजनीति में 360 डिग्री का टर्न आया है. मुखर बीजेपी विरोध, आंदोलन और अभियान के बाद ये दोनों ही युवा नेता अब केंद्र की नीतियों से हामी रखते हैं, हार्दिक तो बीजेपी विधायक भी है. इस बीच दो बीजेपी शासित सरकारों ने इनके खिलाफ चल रहे देशद्रोह के मुकदमों को वापस ले लिया है.
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को बड़ी राहत मिली है. दरअसल राज्य सरकार ने पटेल और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज किए गए राजद्रोह के केस को वापस लेने का फैसला किया है. पटेल और उनके साथियों पर ये केस पाटीदार आरक्षण आंदोलन के वक्त दर्ज हुआ था. देखें गुजरात आजतक.
गुजरात सरकार ने पाटीदार समाज के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों से 14 आपराधिक मामले वापस लिए हैं, जिनमें दो राजद्रोह के मामले भी शामिल हैं. साल 2015 में पाटीदार आरक्षण की मांग को लेकर पहली रैली विसनगर में निकाली थी. इस रैली में शामिल हार्दिक पटेल और अन्य पर बीजेपी विधायक के दफ्तर में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा था.
MP Assembly Elections 2023: भोपाल में इन विधायकों को ट्रेनिंग दी जाएगी और इसके बाद हर विधायक को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र की ज़िम्मेदारी दी जाएगी. जहां जाकर यह विधायक स्थानीय नेताओं के साथ-साथ इलाके की आम जनता से भी चर्चा करेंगे. जिसकी रिपोर्ट बनाकर विधायक बीजेपी आलाकमान को सौंपेंगे.
गुजरात में कल विधायकों के लिए क्रिकेट लीग का आगाज होगा. इसे स्वर्णिम गुजरात एमएलए क्रिकेट लीग 2023 नाम दिया गया है. इसमें 10 टीमें खेलेंगी, जिसमें विधायकों की 9 और एक टीम मीडिया कर्मियों की होगी. विधायकों के इस टूर्नामेंट में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी खेलेंगे. वो साबरमती टीम की ओर से मैदान में उतरेंगे.
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है. चुनावी नतीजों में हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी ने भी जीत हासिल की है. इन तीन युवा नेताओं पर सबकी नजरें थी.
गुजरात में आज दूसरे दौर में 14 जिलों की 93 सीटों पर सुबह 8 बजे से वोट पड़ेंगे. आज मैदान में सीएम भूपेश पटेल, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, जिग्नेश मेवाणी समेत कई दिग्गज हैं. बीजेपी उम्मीदवार हार्दिक पटेल अपनी पत्नी के साथ वोट डालने पहुंचे. उसके बाद उन्होंने आजतक से बात भी की और बीजेपी की भव्य जीत का दावा किया.
आम आदमी पार्टी के दिल्ली से विधायक नरेश बालयान ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें बीजेपी नेता हार्दिक पटेल एक इंटरव्यू देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कस रहे हैं और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ कर रहे हैं. वायरल हो रहा यह वीडियो 19 जुलाई, 2016 को अपलोड किया गया था.
गुजरात चुनाव में हर सीट की अपनी अहमियत है, लेकिन अहमदाबाद की विरमगाम सीट बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है. विरमगाम सीट पर 2017 में कांग्रेस के लाखाभाई भारवाड़ जीते थे. यहां 2012 में भी लोगों ने कांग्रेस पर ही भरोसा जताया था. विरमगाम सीट पर बीजेपी ने इस बार हार्दिक पटेल पर दांव लगाया है. देखें बाइक रिपोर्टर.
गुजरात चुनाव बेहद नजदीक हैं और सभी पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार के लिए पूरा दमखम दिखा रहे हैं. इसी कड़ी में हार्दिक पटेल पहुंचे अपने क्षेत्र वीरमगाम में जहां उन्होंने आजतक संवाददाता से बात करते हुए बताया कि पहले जिस पार्टी के खिलाफ विरोध किया, जिस पार्टी के लोगों को हिटलर कहा उससे कैसे जुड़ गए?
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 8 दिसबंर को चुनाव की नतीजे आएंगे. दूसरे चरण के चुनाव के लिए आज से नामांकन शुरू हो गया है. इसमें इसी साल कांग्रेस से बीजेपी में आए हार्दिक पटेल ने भी आज पर्चा भरा. इस दौरान उनके साथ कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी. देखें कैसा है गुजरात का चुनावी माहौल.
बीजेपी नेता हार्दिक पटेल को गुजरात हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है. 2015 के एक तोड़फोड़ वाले मामले में हार्दिक को कोर्ट ने राहत दी है. उस आदेश के बाद हार्दिक अब मेहसाणा जिले में जा पाएंगे. अभी तक उन पर प्रतिबंध लगा हुआ था, लेकिन अब एक साल के लिए वे एंट्री ले पाएंगे.
गुजरात में 15वीं विधानसभा ते चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं. पहले चरण में 89 सीटों के लिए 1 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी किसी भी कीमत पर 7वीं बार गुजरात की सत्ता हासिल करना चाहती है. कांग्रेस से टूटकर आए हार्दिक पटेल, गुजरात के पटेल समुदाए तो खींचने की कोशिश करेंगे. तो क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी को भी बीजेपी ने जामनगर से टिकट देकर बड़ी बाज़ी खेली है.
भाजपा ने गुजरात चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान कर दिया है. इस लिस्ट में पाटीदार आंदोलन का चेहरा रहे हार्दिक पटेल का भी नाम है. हार्दिक पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैंं. ऐसे में आजतक की टीम ने उनसे बात की. देखें ये वीडियो.
पटेलों का गढ़ मानी जाने वाली विरमगाम सीट पर बीजेपी और हार्दिक दोनों के लिए बड़ी चुनौती है. इस सीट पर पिछले 2 बार यानी 2012 से कांग्रेस का दबदबा रहा है. पाटीदार आंदोलन के चलते 2017 चुनाव में भी बीजेपी को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था.
गुजरात चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. हालांकि अगर देखा जाए तो जिग्नेश मेवाणी एकमात्र ऐसे नेता हैं जो अभी भी कांगेस के साथ बने हुए हैं. हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकुर ने कांग्रेस का साथ पहले ही छोड़ चुके हैं.
आजतक के खास कार्यक्रम में गुजरात बीजेपी के दो युवा नेता हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर ने शिरकत की और आने वाले चुनावों पर बात की. बीजेपी की सदस्यता से लेकर इस बार के चुनावों के अहम मुद्दों और रणनीति पर भी बातें हुईं. देखें क्या बोले हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर.
गुजरात के टाउनहॉल में कांग्रेस के पूर्व नेता और वर्तमान में बीजेपी के पाटीदार चेहरा हार्दिक पटेल ने कांग्रेस छोड़ने का कारण बताया है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल को असलियत समझने में जहां 50 और 35 साल गए. वहीं, मैं सिर्फ दो साल में ही कांग्रेस की असलियत को समझ गया.
आजतक के खास कार्यक्रम में गुजरात बीजेपी के दो युवा नेता हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर ने शिरकत की और आने वाले चुनावों पर बात की. बीजेपी की सदस्यता से लेकर इस बार के चुनावों के अहम मुद्दों और रणनीति पर भी बातें हुईं. देखें क्या बोले हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर.
Gujarat Vidhansabha Chunav 2022: पटेलों का गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों बाजी मारती रही हैं. हालांकि, बीजेपी यहां ज्यादा मजबूत स्थिति में रही है. साल 2012 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो कांग्रेस की महिला उम्मीदवार तेजश्रीबेन पटेल ने 84 हजार 930 वोट पाकर बीजेपी के नारणभाई पटेल को मात दी थी. नारणभाई को 67 हजार 947 वोट मिले थे.
हार्दिक पटेल से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें दिख रहा है कि लोग हार्दिक से किसी बात पर बहस कर रहे हैं. आजतक की फैक्ट चेक टीम ने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो उसे भ्रामक पाया गया. गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति गरम हो गई है.