हरतालिका तीज 2022
तीज (Teej) महिलाओं द्वारा मनाए जाने वाला हिंदू त्योहार है. हरतालिका तीज (Hartalika Teej) मानसून के मौसम में मनाया जाता हैं. यह अगस्त और सितंबर माह में पड़ता है. हरतालिका तीज 30 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा (Hartalika Teej 2022). यह मुख्य रूप से लड़कियों और महिलाओं द्वारा गीत, नृत्य और प्रार्थना अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है. तीज के मानसून त्योहार मुख्य रूप से पार्वती और शिव के साथ उनके मिलन को समर्पित हैं. तीज के उत्सव में महिलाएं पार्वती और शिव की पूजा करती हैं और उपवास रखती हैं.
हरतालिका तीज नेपाल के पहाड़ी और तराई क्षेत्रों और उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों - बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, सिक्किम और राजस्थान में मनाई जाती है (Hartalika Teej Celebrated in India).
हरतालिका संस्कृत शब्द हरित और आलिका का एक संयोजन है. हरित का अर्थ है "अपहरण" और आलिका का अर्थ है "महिला मित्र". हरतालिका तीज की कथा के अनुसार, पार्वती ने शैलपुत्री के रूप में अवतार लिया. युवा होने पर पार्वती ने शिव से शादी करने की बात अपने पिता से की लेकन वह नहीं माने. ऐसे में पार्वती की महिला मित्रों ने पार्वती को छपकर एक गुफा में धुपा दिया जहां उन्होंने उन भाद्रपुड़ शुक्ल पक्ष की तृतीया को पार्वती ने गंगा की रेत और गाद से शिवलिंग बनाकर तपस्या शुरू कर दी. शिव इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने पार्वती से विवाह करने का वचन दिया. आखिरकार, पार्वती शिव के साथ एकजुट हो गईं और उनके पिता के आशीर्वाद से उनका विवाह हो गया. तब से, उस दिन को हरतालिका तीज के रूप में जाना जाता है (Hartalika Teej Vrat Story).
तदनुसार, हरतालिका तीज को एक प्रमुख त्योहार के रूप में देखा जाता है. हरतालिका तीज की शाम के दौरान महिलाएं, पार्वती और शिव से प्रार्थना करती हैं, उनकी शादी को याद करती हैं और रात भर जागकर प्रार्थना करती हैं. निर्जला व्रत रखती हैं. हरतालिका तीज के दौरान दूसरे दिन महिलाएं अपना व्रत तोड़ती हैं (Hartalika Teej Fasting).
Hartalika Teej 2022: हरतालिका तीज को संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना का परम पावन व्रत माना जाता हैं. हरतालिका तीज का व्रत निर्जला किया जाता है. इस व्रत को कुमारी और सौभाग्यवती स्त्रियां करती हैं. इस बार हरतालिका तीज 30 अगस्त, मंगलवार यानी आज है. हरतालिका तीज का व्रत सबसे कठिन व्रत माना जाता है. इस दिन भगवान शंकर की पूजा फुलेरा से की जाती है.
Hartalika Teej vrat 2022: महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखने का संकल्प लेती हैं. यह व्रत मनचाहे और योग्य पति को प्राप्त करने के लिए रखा जाता है. जबकि सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए यह उपवास करती हैं. इस बार हरितालिका तीज का संयोग 30 अगस्त को बन रहा है.
हरतालिका तीज के दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास करती हैं. यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है. इसलिए माता पार्वती को सुहाग की वस्तुएं अर्पित की जाती हैं और उनसे पति की दीर्घायु और जीवन में सुख-शांति की कामना की जाती हैं.
Hartalika Teej 2022: हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि माता पार्वती ने भी भगवान शंकर को पाने के लिए यह व्रत किया था. इस दिन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती है और कुंवारी कन्याएं भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत रखती हैं.
Hartalika Teej 2022: अक्सर आपने देखा होगा कि विवाह योग्य उम्र होने के बावजूद कई लोगों का विवाह नहीं हो पाता है. किसी तरह उनका विवाह हो भी जाए तो दांपत्य जीवन में खुशियों की कमी रहती है. जिन लोगों के साथ ऐसी समस्या रहती है, वो हरितालिका तीज के दिन के दिन कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं.
Hartalika Teej 2022 Kab Hai: हरतालिका तीज पर विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं. इस दिन व्रती महिलाएं नर्जला और निराहार व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करती हैं. ऐसी मान्यताएं हैं कि भगवान शिव को पाने के लिए माता पार्वती ने भी यह व्रत किया था.