हाथरस
हाथरस (Hathras) भारत के राज्य उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का एक जिला और शहर है. इस जिले का मुख्यालय भी यहीं है और ये अलीगढ़ मंडल का एक हिस्सा है. बीच में कुछ वक्त के लिए इसका नामकरण महामायानगर कर दिया गया था. इस जिले का क्षेत्रफल 1,840 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area).
हाथरस जिले एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Lok Sabha Constituency) है जो अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है और इस जिले में तीन विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं.(Assembly Constituency).
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक हाथरस की जनसंख्या (Population) लगभग 16 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 850 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 871 है. हाथरस की 71.59 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 82.38 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 59.23 फीसदी है (Hathras literacy).
हाथरस जिले का गठन 3 मई 1997 को अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिले के हिस्सों को मिलाकर किया गया था. मायावती सरकार में इस जिले का नाम गौतम बुद्ध की माता के नाम पर महामाया रखा गया था. साल 2012 में इसे फिर से हाथरस कर दिया गया (Hathras renamed).
हाथरस में तेल मिल और कॉटन मिल प्रसिद्ध है, इसके अलावा, धातु हस्तशिल्प उद्योग भी यहां मशहूर है जो ठठेरा समाज द्वारा किया जाता है. यहां की धातु शिल्प की मांग विदेशों तक में होती है. साथ ही, यहां की हींग विश्व प्रसिध्द है (Industries).
हाथरस जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ. मुगलगढ़ी-फुलरई गांव के पास एक युवक को कार ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. कार में सवार छह लोग प्रयागराज से दिल्ली लौट रहे थे, तभी वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से उतर गया. सभी घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद दिल्ली भेज दिया गया.
हाथरस में पिछले साल 2 जुलाई को हुए सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में भोले बाबा को क्लीन चिट दी गई है, जबकि पुलिस और आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है. विपक्षी दल इस रिपोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं और उत्तर प्रदेश सरकार को घेर रहे हैं. विपक्ष का कहना है कि जिस बाबा के नाम पर इतना बड़ा आयोजन हुआ, उसे क्लीन चिट कैसे दी जा सकती है. घटना की जिम्मेदारी को लेकर प्रशासन, आयोजक और संस्थान की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं.
हाथरस में 2 जुलाई 2024 को हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट दी है. सूत्रों के अनुसार, आयोग ने भोले बाबा को क्लीन चिट दी है, जबकि पुलिस की लापरवाही और आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई 2024 को हुए भीषण भगदड़ कांड में न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. इस हादसे में 121 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए थे. न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट को कैबिनेट में पेश किया गया, जिसे सदन में रखने की मंजूरी भी दे दी गई है. रिपोर्ट में भगदड़ के लिए मुख्य रूप से आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है, जबकि प्रशासन और पुलिस की लापरवाही को भी गंभीर चूक माना गया है.
हाथरस भगदड़ कांड (Hathras Stampede) में न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है, जिसमें 121 लोगों की मौत के लिए पुलिस और आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है. आयोग ने सत्संग करने वाले भोले बाबा को क्लीन चिट दे दी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि आयोजकों की लापरवाही और प्रशासनिक चूक के कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ.
यूपी के हाथरस में हुए सत्संग भगदड़ मामले में न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट दाखिल कर दी है. इस घटना में 121 लोगों की मौत हुई थी. रिपोर्ट में भोले बाबा को क्लीन चिट दी गई है, जबकि पुलिस और आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है. देखें न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में क्या-क्या कहा?
Aaj Ki Taza Khabar: हाथरस भगदड़ में 121 मौतों पर भोले बाबा को क्लीन चिट मिल गई है. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप के वफादार काश पटेल बने FBI के डायरेक्टर, सीनेट से इस मुद्दे पर मंजूरी मिल गई है.
यूपी में हाथरस पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर महिलाओं से दोस्ती कर उनके पैरों की तस्वीरें मांगता था. आरोपी के मोबाइल से 1000 से अधिक महिलाओं के पैरों की तस्वीरें मिली हैं.
UP News: हाथरस पुलिस ने एक अजीबोगरीब साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया के जरिए महिलाओं से दोस्ती कर उनके पैरों की तस्वीरें मांगता था. आरोपी न सिर्फ महिलाओं को अश्लील मैसेज भेजता था, बल्कि उनकी तस्वीरें न मिलने पर धमकाने और ब्लैकमेल करने की भी कोशिश करता था. उसके मोबाइल से 1000 से अधिक महिलाओं के पैरों की तस्वीरें बरामद हुई हैं. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
हाथरस जिले में हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई. हादसे में पांच लोग घायल भी हुए हैं. ये हादसा उस वक्त हुआ जब एक कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी.
टिकैत ने दावा किया कि बिहार में किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा, "बिहार में देशभर में पॉपकॉर्न के लिए इस्तेमाल होने वाला मक्का पैदा होता है, लेकिन वहां के किसानों को केवल 12-14 रुपये प्रति किलो का भाव मिलता है. यही वजह है कि कई किसान बिहार छोड़कर पलायन कर गए हैं."
हाथरस जिले के एक कॉलेज में अजीबोगरीब मामला देखने को मिला. यहां 12वीं के छात्रों की फेयरवेल पार्टी में एक छात्र कार या बाइक के बजाय घोड़ी पर सवार होकर कॉलेज पहुंचा.
हाथरस जिले में चचेरे भाई ने 2 नाबालिग बहनों की गला रेतकर हत्या कर दी. इतना ही उसने चचेरी बहनों के माता-पिता पर भी हमला कर दिया. गनीमत रही कि इस हमले में उनकी जान बच गई.
यूपी के हाथरस जिले में सड़क पर मृत पड़ी गाय को बचाने के चक्कर में एक कार आउट ऑफ कंट्रोल होकर डिवाइडर से टकरा गई फिर दूसरे लेन में ट्रक से जा भिड़ी. जिसके चलते चार लोगों की मौत हो गई.
हाथरस जिले में आत्महत्या से पहले उसने इंस्टाग्राम स्टेटस पर अपनी फोटो के साथ लिखा कि 'सॉरी मां, इसमें किसी का दोष नहीं है, मैं खुद ही कर रहा हूं.' फिर वह फांसी के फंदे से झूल गया. जैसे ही इसकी सूचना घरवालों को मिली कोहराम मच गया.
हाथरस में जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज का 1 जनवरी को अपहरण हो गया था. बदमाशों ने 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी. पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने खुद को दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के गैंग से जुड़ा बताया था. हालांकि, जांच में पता चला कि आरोपी किसी गैंग से नहीं जुड़े थे, बल्कि उन्होंने पैसे के लिए खुद गैंग बना लिया था.
हाथरस में गूगल मैप के गलत निर्देश के कारण एक कार मिट्टी के टीले से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. पुलिस ने घायलों को सुरक्षित रेस्क्यू किया. हाईवे पर डायवर्जन और चेतावनी संकेत न होने से खतरा बढ़ गया है. कार सवारों ने प्रशासन से गूगल मैप सुधारने की मांग की है. इससे पहले बरेली में भी ऐसा हादसा हो चुका है.
हाथरस जिला एक बार फिर सुर्खियों में है. वजह है दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र कृतार्थ की हत्या. वैसे तो कृतार्थ की हत्या करीब ढाई महीने पहले हुई थी, हत्यारोपी जेल भी भेजे जा चुके थे, लेकिन अब इस केस एक नया और बेहद चौंकाने वाला मोड़ आ गया है, जिसे जानकर हर कोई हैरत में है.
एजेंडा आजतक में पहुंचे वरुण धवन ने बताया कि उनकी नई फिल्म में उन्होंने पुलिस ऑफिसर और पिता का किरदार निभाया है. फिल्म में महिला सुरक्षा और मानव तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों को छुआ गया है. उनकी फिल्म हाथरस-निर्भया केस जैसे मुद्दों से डील करती है. देखिए VIDEO
राहुल गांधी अचानक उत्तर प्रदेश की राजनीति में बहुत दिलचस्पी लेने लगे हैं. संभल और हाथरस की यात्रा यूं ही नहीं तैयार की गई थी. कांग्रेस इस रणनीति के पीछे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का मजबूत आधार तय करना है या अखिलेश यादव पर जवाबी हमला है?
राहुल गांधी ने गुरुवार को हाथरस में रेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, 'पूरा परिवार आज भी डर के साए में जी रहा है. उनके साथ क्रिमिनल्स के जैसा व्यवहार किया जा रहा है. उन्हें हर समय बंदूक और कैमरों की निगरानी में रखा जाता है.'