माड़वी हिडमा (Hidma) नक्सल कमांडर है. वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Maoist) की केंद्रीय समिति का सबसे युवा सदस्य है. हिडमा कथित तौर पर छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर विभिन्न हमलों और दरभा घाटी में 2013 के नक्सली हमले के लिए जिम्मेदार है. उसे पकड़ने के लिए इनाम रखा गया है.
हिडमा की तलाश जारी है. लगभग 125 से ज्यादा गांवों की मैपिंग की गई है.
हिडमा का जन्म छत्तीसगढ़ राज्य के दक्षिण सुकमा के पुरवती गांव में हुआ था. उसे हिडमालू उर्फ संतोष के नाम से भी जाना जाता है और वह बस्तर में माओवादियों का एक बड़ा चेहरा है. कक्षा 10 तक की शिक्षा पूरी करने के बाद, वह पार्टी में शामिल हो गया और सैन्य अभियान और गुरिल्ला युद्ध का एक मास्टर रणनीतिकार बन गया.
नक्सलियों के खिलाफ आने वाले दिनों में और भी बड़े ऑपरेशन होंगे. नक्सली कमांडर हिडमा की तलाश में सुरक्षा बल जुटे हुए हैं. हिडमा की तलाश के लिए 125 से ज्यादा गांवों की टेक्निकल मैपिंग की जा रही है. सिक्योरिटी फोर्स छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित करीब 125 गांव का थर्मल इमेजिंग करवा रही है.
नक्सली कमांडर हिडमा के क्रिमिनल बायोडाटा में कई ऐसे कांड है जिसे सुनकर ही सिहरन पैदा हो जाती है. छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र के घने जंगलों छिप-छिपकर रहने वाला माडवी हिडमा ने सुरक्षा बलों पर कई हमले किए हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने हिडमा के ऊपर 45 लाख का इनाम रखा है. अगर आपको 25 मई 2013 की खूनी नक्सली वारदात याद है तो आपको झीरम घाटी की घटना भी याद होगी.