हिंदी दिवस (Hindi Diwas) भारत में हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है. दरअसल 14 सितंबर 1949 को भारत के संविधान के प्रारूपण के दौरान उन भाषाओं पर समझौता किया गया था, जिन्हें भारत गणराज्य में आधिकारिक दर्जा प्राप्त होना था. इस समझौता को आमतौर पर मुंशी-अयंगर फॉर्मूला (Munshi-Ayyangar formula) कहा जाता है. इस दिन को खास तरीके से याद करने के लिए हिंदी दिवस की शुरुआत हुई (Hindi Diwas 2023).
इस मसौदा समिति के सदस्यों के एम मुंशी और एन गोपालस्वामी अय्यंगार थें. इस पर दो विरोधी खेमों के बीच तीन साल की बहस के बाद भारत की संविधान सभा द्वारा मतदान किया गया था. हिंदी नेता चाहते थे कि हिंदी भारत की एकमात्र "राष्ट्रीय भाषा" हो. दक्षिण भारत के प्रतिनिधियों ने संविधान में स्थान पाने के लिए अंग्रेजी को प्राथमिकता दी. मुंशी-अयंगर सूत्र ने तीन तरीकों से इसका निर्णय लिया- (i) हिंदी को भारत की संघीय सरकार की 'आधिकारिक भाषा' घोषित किया (ii) अंग्रेजी को 15 वर्षों के लिए एक सहयोगी आधिकारिक भाषा के रूप में, जिसके दौरान हिंदी का औपचारिक शब्दकोष विकसित किया जाएगा और (iii) आधिकारिक अंक होने के लिए हिंदू-अरबी अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप शामिल किया (Languages, Constitution of India).
समझौता प्रस्ताव भारत के संविधान का अनुच्छेद 343-351 बन गया, जो 26 जनवरी 1950 को प्रभावी हुआ था. जब 15 वर्ष पूरे होने पर 1965 में, भारत सरकार ने घोषणा की कि अंग्रेजी 'भारत की वास्तविक औपचारिक भाषा' बनी रहेगी (Articles 343–351).
भारत के पूर्व राष्ट्रपति, प्रणब मुखर्जी (Former President Pranab Mukherjee) ने नई दिल्ली में विज्ञान भवन में एक समारोह में हिंदी से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए थे. राजभाषा पुरस्कार मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों और राष्ट्रीयकृत बैंकों को भी दिए गए (Awards on Hindi Diwas). बाद में गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने 25 मार्च 2015 में हिंदी दिवस पर प्रतिवर्ष दिए जाने वाले दो पुरस्कारों के नाम बदल दिए. 1986 में स्थापित 'इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार' (Indira Gandhi Rajbhasha Puraskar) को बदलकर 'राजभाषा कीर्ति पुरस्कार' (Rajbhasha Kirti Puraskar) और 'राजीव गांधी राष्ट्रीय ज्ञान-विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार' (Rajiv Gandhi Rashtriya Gyan-Vigyan Maulik Pustak Lekhan Puraskar) को बदलकर 'राजभाषा गौरव पुरस्कार' (Rajbhasha Gaurav Puraskar) कर दिया गया (Changed the Name of 2 Awards).
2014 में बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को आगे कर बनारस से दिल्ली को साधने की कोशिश की थी, सफल रही. 10 साल बाद मोदी बनारस से दक्षिण भारत को साधने में जुटे हैं. राहुल गांधी कश्मीर से कन्याकुमारी को कनेक्ट करते हैं, तो मोदी काशी से कन्याकुमारी को - जाहिर है उत्तर-दक्षिण की राजनीति में निशाने पर पूरा INDIA गुट है.
अमित शाह की टिप्पणी की आलोचना करते हुए, उदयनिधि स्टालिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तमिल में एक पोस्ट में कहा कि 'हिंदी देश के लोगों को एकजुट करती है - क्षेत्रीय भाषाओं को सशक्त बनाती है', केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने हमेशा की तरह हिंदी भाषा के प्रति अपना प्यार दिखाते हुए कहा. यह विचार यह चिल्लाकर कहने का एक वैकल्पिक रूप है कि यदि आप हिंदी पढ़ेंगे, तो आप प्रगति कर सकते हैं."
आज यानी 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस मनाया जा रहा है. इस खास मौके पर हम आपके लिए भारत में बोले जाने वाले कुछ ऐसे शब्द लेकर आए हैं, जिन्हें ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में जगह मिली हुई है.
Hindi Diwas 2023: चीनी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट के अनुसार 70 प्रतिशत चीनी ही मंदारिन बोलते हैं. जबकि भारत में हिंदी बोलने वालों की संख्या करीब 78 प्रतिशत दुनिया में 64 करोड़ लोगों की मातृभाषा हिंदी है. जबकि 20 करोड़ लोगों की दूसरी भाषा, और 44 करोड़ लोगों की तीसरी, चौथी या पांचवीं भाषा हिंदी है.