एडॉल्फ हिटलर (Adolf Hitler), ऑस्ट्रिया में जन्में एक जर्मन राजनेता थे. वह 1933 से 1945 तक जर्मनी का तानाशाह थे. वह नाज़ी पार्टी (Nazi Party) के सदस्य थे, जो 1933 में चांसलर बने और फिर 1934 में फ्यूहरर अंड रीचस्कैन्ज़लर की उपाधि मिली. अपनी तानाशाही के दौरान, उन्होंने 1 सितंबर 1939 को पोलैंड पर आक्रमण करके यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध (Hitler, Second World War) की शुरुआत की.
वह निकटता से शामिल थे युद्ध के दौरान सैन्य अभियानों में और प्रलय के अपराध के लिए केंद्रीय था और लगभग छह मिलियन यहूदियों और लाखों अन्य पीड़ितों का नरसंहार हुआ (Hitler, Jews Genocide).
हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया-हंगरी में ब्रौनौ एम इन में हुआ था (Hitler Born). वह 1900 के पहले दशक में बाद में वियना में रहे और 1913 में जर्मनी चले गए. प्रथम विश्व युद्ध में जर्मन सेना में उनकी सेवा के बाद,1919 में, उन्हें जर्मन वर्कर्स पार्टी (DAP) में शामिल किया गया. 1921 में हिटलर नाजी पार्टी का नेता नियुक्त किया गया. 1923 में, उन्होंने म्यूनिख में एक असफल तख्तापलट में सरकारी सत्ता को जब्त करने का प्रयास किया और उन्हें पांच साल की सजा हुई. जेल में, उन्होंने अपनी आत्मकथा और राजनीतिक घोषणापत्र मीन कैम्फ ("माई स्ट्रगल") का पहला भाग लिखा. 1924 में अपनी रिहाई के बाद, हिटलर ने वर्साय की संधि पर हमला करके नाजी प्रचार के साथ पैन-जर्मनवाद, यहूदी-विरोधी और साम्यवाद-विरोधी को बढ़ावा देकर समर्थन प्राप्त किया. उन्होंने अक्सर एक यहूदी साजिश के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय पूंजीवाद और साम्यवाद की निंदा की (Hitler History).
हिटलर का उद्देश्य जर्मनी से यहूदियों को खत्म करना और ब्रिटेन और फ्रांस के वर्चस्व का मुकाबला करने के लिए एक नया आदेश स्थापित करना था.
1942 के अंत में, अल अलमीन की दूसरी लड़ाई में जर्मन सेना हार गई, जिससे स्वेज नहर और मध्य पूर्व पर कब्जा करने की हिटलर की योजना विफल हो गई. इसके बाद कुर्स्क की लड़ाई में एक निर्णायक रणनीतिक हार हुई. हिटलर का सैन्य निर्णय तेजी से अनिश्चित हो गया और जर्मनी की सैन्य और आर्थिक स्थिति बिगड़ गई, साथ ही, हिटलर का स्वास्थ्य भी बिगड़ने लगा था (Hitler German Army).
1939 और 1945 के बीच, हिटलर की हत्या करने की कई योजनाएं बनाई जा रही थी, जिनमें से कुछ काफी हद तक आगे बढ़ीं. सबसे प्रसिद्ध, 1944 की 20 जुलाई की साजिश थी जर्मनी के तरफ से की जा रही थी. ऑपरेशन वल्किरी में क्लॉस वॉन स्टॉफ़ेनबर्ग ने हिटलर के मुख्यालय में से एक, रैस्टेनबर्ग, वुल्फ्स लायर में बम लगाने की साजिश भी की गई थी, जो सफल नहीं हो सकी (Hitler Attempt to Murder).
वह 1929 में अपने प्रेमी ईवा ब्रौन से मिले और 29 अप्रैल 1945 को उससे शादी की (Hitler Wife) और 30 अप्रैल 1945 को दोनों ने आत्महत्या कर ली (Hitler Suicide).
यह तस्वीर 2021 में मियामी में ली गई थी, जब मस्क आर्ट बेसल इंटरनेशनल आर्ट फेयर में शामिल होने गए थे. इस फोटो को लेकर लोग मस्क के हेयरस्टाइल की तुलना एडॉल्फ हिटलर के कुख्यात लुक से कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे एडॉल्फ हिटलर के लुक से जोड़ा, तो कुछ ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन जैसा बताया. कुछ यूजर्स ने इसे नाजी अधिकारी हिमलर के स्टाइल से भी जोड़ा.
सुभाषचंद्र बोस की जर्मन तानाशाह हिटलर से मुलाकात का मात्र एक मकसद भारत की आजादी की लड़ाई को धार और रफ्तार देना था. सुभाष बाबू दूर-दूर तक नाजी विचारधारा से इत्तेफाक नहीं रखते थे. लेकिन बोस को इस मुलाकात के लिए घेरने वाले श्वेत वर्चस्ववादी (white supremacist) कभी चर्चिल की कारगुजारियों पर खुद से सवाल नहीं पूछते हैं.
अमेरिकी मीडिया और सोशल मीडिया पर एलोन मस्क पर नाज़ी सैल्यूट करने के गंभीर आरोप लग रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद हुई रैली में मस्क ने भाषण दिया और लोगों को अभिवादन किया. उनके इस जेस्चर को हिटलर के नाज़ी सैल्यूट से तुलना दी जा रही है. मस्क ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि 'हर कोई हिटलर है' वाला जुमला अब पुराना हो चुका है. VIDEO
कमला हैरिस के प्रचार के लिए जॉर्जिया के एक कार्यक्रम में पहुंचे ओबामा ने चेताते हुए कहा कि ट्रंप को एक और मौका देना बहुत बड़ी भूल होगी. ओबामा ने कहा कि हमें एक ऐसा तानाशाह नहीं चाहिए, जो अपने दुश्मनों को सबक सिखाना का इरादा रखता हो. आपको इसकी जरूरत नहीं है. अब अमेरिका को इस चैप्टर से आगे बढ़ने की जरूरत है.
दुनिया की सबसे बड़ी तोप हिटलर ने बनवाई थी. यह 155 फीट लंबी थी. 1300 टन वजन था. चार मंजिला ऊंचे तोप से 7 टन का गोला निकलता था. जो 47 किलोमीटर दूर तक दुश्मन की धज्जियां उड़ा देता था. आइए द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल हुए इस तोप की ताकत जानते हैं...
भारत दुनिया के बड़े लोकतांत्रिक देशों में से एक है. हर पांच साल बाद यहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराए जाते हैं. भारत का चुनाव इतिहास काफी लंबा रहा है और हर चुनाव में कुछ न कुछ ऐसा जरूर होता है जो आश्चर्यजनक होता है. ऐसा ही कुछ 2008 के मेघालय चुनाव में देखने को मिला था, जब कैनेडी और हिटलर अखबार की सुर्खियां बने थे.
जर्मन तानाशाह एडॉल्फ हिटलर अपनी विचित्र टूथब्रश स्टाइल वाली मूंछों के कारण दुनिया भर में लोगों के आकर्षण का केंद्र है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर उसने ऐसी अनोखी मूंछों की स्टाइल का चुनाव क्यों किया?
यहूदियों और हिटलर पर शिवसेना नेता संजय राउत के ट्वीट के बाद हंगामा खड़ा हो गया है. नई दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास ने संजय राउत के खिलाफ विदेश मंत्रालय को कड़े शब्दों में एक वर्बल नोट और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र भेजा है.
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बेहद प्राचीन और शुभ कहलाते स्वस्तिक को हिटलर न सिर्फ अपनी पार्टी का चिन्ह बनाया, बल्कि अपनी क्रूरता से उसकी पहचान तक को बदरंग बना दिया. हालात ये हुए कि पूरे यूरोप में स्वस्तिक से नफरत की जाने लगी. एक वक्त ऐसा भी आया, जब खुद जर्मनी ने इस चिन्ह पर बैन लगवाने की कोशिश की. लेकिन सवाल ये है कि स्वस्तिक से मिलते-जुलते चिन्ह को आखिर हिटलर ने क्यों अपनाया?