इफ्तार
इफ्तार (Iftar), रमजान के दौरान किए गए शाम का भोजन होता है. इसे सूर्यास्त के समय अपने रोज के उपवास को समाप्त करते हैं. वे शाम की नमाज के बाद अपना उपवास तोड़ते हैं.
इफ्तार उनके दिन का दूसरा भोजन होता है. रमजान के दौरान उपवास सहरी के भोजन के तुरंत बाद शुरू होता है और पूरे दिन जारी रहता है. सूर्यास्त के साथ इफ्तार के भोजन के साथ समाप्त होता है.
रमजान के महीने के दौरान सुबह से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं. उपवास के रूप में वो ऊपर वाले के प्रति अपनी श्रद्धा दिखाते हैं. खुदा की मेहर पाने के लिए लोग पूरे एक महीने तक चलने वाला रमजान में अपने परिवारवालों के साथ उपवास रखते हैं (Fasting in Ramazan)
इफ्तार रमजान के धार्मिक अनुष्ठानों में से एक है, जिसमें मुस्लिम लोग एक साथ अपना उपवास तोड़ने के लिए इकट्ठा होते हैं. मग़रिब की नमाज के बाद भोजन किया जाता है. इस व्रत तोड़ने के लिए परंपरागत रूप से पहले तीन खजूर खाए जाते हैं फिर बाकी का भोजन किया जाता है (Iftar food).
रमजान के मौके पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इफ्तार पार्टी दी, जिसपर विवाद शुरू हो गया है. दरअसल, इस पार्टी में ट्रंप ने अपने देश के मुस्लिम सांसदों को नहीं बुलाया था. उन्होंने मुस्लिम देशों के राजदूतों को तरजीह दी. इसको लेकर अब सवाल उठ रहे हैं. देखें US टॉप 10.
कई बरसों के बाद दिल्ली से लेकर पटना, मुंबई तक इफ्तार पार्टियां हो रही हैं. भाजपा ने भी इफ्तार दावतें देनी शुरू की हैं और नेता भी खुल कर इन पार्टियों में शामिल हो रहे हैं. भाजपा विरोधी पार्टियां जो कुछ सालों से इफ्तार पार्टियों से दूर हो गईं थीं इस साल वो भी इफ्तार को गुलजार बना रही हैं.
नीतीश कुमार लंबे अर्से तक बीजेपी के साथ रहकर भी अपनी सेक्युलर छवि बनाये रखने का संदेश देते आ रहे थे, लेकिन अब वो बात नहीं रही. मुस्लिम संगठनो ने नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का बहिष्कार कर साफ कर दिया है, नीतीश कुमार से उनका मोहभंग हो चुका है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं आप सभी का व्हाइट हाउस के इफ्तार डिनर में स्वागत करता हूं. हम इस्लाम के पवित्र महीने रमजान का जश्न मना रहे हैं. यह बहुत बेहतरीन महीना है. दुनियाभर के मुस्लिमों को रमजान मुबारक. हम दुनिया के बेहतरीन धर्मों में से एक धर्म की परंपरा निभा रहे हैं.
इससे पहले सोमवार को पटना में आरजेडी प्रमुख लालू यादव भी इफ्तार पार्टी हुई थी. 23 मार्च को सीएम नीतीश कुमार ने इफ्तार पार्टी दी थी. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी इफ्तार पार्टी दे चुके हैं.
पटना में आज होने वाली नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का मुस्लिम संगठनों ने बायकॉट किया है. प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद और इमारत-ए-शरिया ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर रुख को देखते हुए नीतीश कुमार के इफ्तार, ईद मिलन और दूसरे कार्यक्रमों का भी बहिष्कार करने का फैसला किया है.
बिहार में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टियों पर चर्चा जारी है. नीतीश कुमार और अजीत पवार समेत कई नेताओं ने इफ्तार पार्टियों में शिरकत की. क्या यह मुस्लिम वोट बैंक साधने का प्रयास है? बीजेपी भी इस दौड़ में शामिल हुई है. विपक्षी दलों का आरोप - बीजेपी धार्मिक आधार पर राजनीति कर रही है.
बिहार में नीतीश कुमार द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी को लेकर सियासी बहस छिड़ गई है. भाजपा ने तेजस्वी यादव पर टीका मिटाने का आरोप लगाया है. राजद ने इसे फर्जी खबर बताया है. इफ्तार पार्टी में शामिल होने को लेकर तुष्टिकरण की राजनीति के आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं. राष्ट्रगान के अपमान का मुद्दा भी उठा है.
बिहार में इफ्तार पार्टियों ने सियासी रंग ले लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इफ्तार दावत में इस बार BJP भी शामिल होगी, जबकि RJD अपनी अलग इफ्तार पार्टी कर रही है. क्या यह 2025 के चुनावों की तैयारी है? क्या इफ्तार अब वोट बैंक की राजनीति का नया हथियार बन गया है? देखें वीडियो.
अजित पवार ने कहा, 'मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि आपका भाई अजित पवार आपके साथ है. जो कोई भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आंख दिखाएगा, अगर कोई भी दो समूहों के बीच झगड़ा कराने की कोशिश करेगा और कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेगा, चाहे वह कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा.'
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार को दरभंगा पहुंचे. तेजस्वी पहले मंदिर गए और फिर इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. पूजा में शामिल हुए तेजस्वी यादव ने पहले तिलक लगाया और इफ्तार पार्टी में जालीदार टोपी पहनी. बीजेपी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि 'तेजस्वी टीका भूल गए और टोपी पहन ली.'
दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहां द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पहुंचीं. उनके साथ भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा भी मौजूद रहे. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी पहुंचे.
ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में पहली बार रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. जिसमें इमाम ने अरबी और अंग्रेजी में संबोधित किया. पीएम कीर स्टार्मर ने भी इस पार्टी में शिरकत की और कहा, ब्रिटिश मुस्लिम की उपलब्धियों का हमें जश्न मनाना चाहिए.
ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब House of Commons में सभी दलों ने रमज़ान के मौके पर इफ्तार पार्टी का आयोजन कराया. इससे पहले हर साल ये आयोजन Speaker House में होता था, लेकिन पहली बार ब्रिटेन की सरकार ने वहां की संसद में ये इफ्तार पार्टी दी.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि यह एक प्रैंक वीडियो है. ये एक तरह का प्रयोग था जिससे ये पता लगाने की कोशिश की गई कि ऐसी स्थिति में लोग क्या प्रतिक्रिया देते हैं.
इस्लाम का सबसे पवित्र महीना रमजान शुरू होने वाला है. इस्लाम के दो सबसे पवित्र शहरों मक्का और मदीना के देश सऊदी अरब ने रमजान से ठीक पहले इफ्तार को लेकर बड़ी घोषणा की है. घोषणा में मुसलमानों के लिए कई बातें कही गई हैं.
रमजान का महीना है और आपने रमजान के दिनों में इफ्तार पार्टी के बारे में सुना और देखा होगा. सोशल मीडिया पर एक तस्वीर इस दावे के साथ वायरल हो रही है कि आजाद भारत की पहली इफ्तार पार्टी की है, वही इफ्तार पार्टी जिसका आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने किया था. सोशल मीडिया पर वायरल आजाद भारत में आयोजित पहली इफ्तार पार्टी का क्या है सच, जानिए.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बाद अब RJD ने भी उसी तरह की इफ्तार पार्टी का ऐलान किया है. RJD नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वे 9 अप्रैल यानी रविवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे हैं. इससे पहले शुक्रवार शाम को नीतीश कुमार ने सीएम आवास में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जिसका कि भाजपा ने बहिष्कार किया.
बिहार हिंसा की आग से धधकता रहा है और धर्म के नाम पर सासाराम और बिहार शरीफ जलता रहा है. इधर पटना में सीएम नीतीश कुमार इफ्तार पार्टी में शामिल हुए . इफ्तार के मंच के पीछे लाल किले की तस्वीरों ने सियासी सवाल खडे कर दिए तो जेडीयू ने इसका जवाब बिना लाग लपेट दे दिया- लाल किले का मतलब क्या 2024 का चुनाव या दिल्ली का दांव है.