इमरान खान का पूरा नाम इमरान अहमद खान नियाजी (Imran Ahmed Khan Niazi) है. वह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं. वह 2018 में पाकिस्तान आम चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री बने. अप्रैल 1996 में खान ने अपनी अध्यक्षता में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नाम की एक राजनैतिक पार्टी की स्थापना की (Chairman of Pakistan Tehreek-e-Insaf). इमरान खान ने 3 नवंबर 2022 को पाकिस्तान में आजादी मार्च निकाला, जिसे उन्होंने जेहाद बताया. इस रैली में फायरिंग हुई, जिसमें इमरान खान जख्मी हो गए (Imran Khan Injured). उनके अलावा चार और लोग भी घायल हुए थे. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है (Firing in Imran Khan's Rally 2022). इस हमले छह महीने बाद ही, 9 मई 2023 को इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार कर लिया गया (Imran Khan Arrested).
खान ने 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ के सैन्य तख्ता-पलट का समर्थन किया था. 20 अक्टूबर, 2002 विधायी चुनावों में PTI को सिर्फ 0.8 फीसदी वोट मिले और 272 में से सिर्फ एक सीट पर जीत मिली. वह नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक मियांवाली से नेशनल असेंबली के सदस्य रहे. इसके बाद, वह 2013-2018 तक दूसरी बार नेशनल असेंबली के सदस्य थे. 2018 पाकिस्तानी आम चुनाव में इमरान की पार्टी को 270 में से 116 सीटों पर जीत मिली और प्रधानमंत्री बने (Imran Khan political career).
इमरान खान का जन्म 5 अक्टूबर 1952 को लाहौर में हुआ था (Imran Khan age). उनके माता-पिता का नाम शौकत खानम और इकरमुल्लाह खान नियाजी है (Imran Khan parents). इमरान ने लाहौर में ऐचीसन कॉलेज, कैथेड्रल स्कूल और इंग्लैंड में रॉयल ग्रामर स्कूल वर्सेस्टर में पढ़ाई की. उन्होंने केबल कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में सेकेंड डिविजन से राजनीतिशास्त्र और थर्ड डिविजन से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया (Imran Khan education).
इमरान ने अपने टेस्ट करियर में 88 मुकाबलों में 362 विकेट लिए और 3807 रन बनाए. उन्होंने अपने वनडे करियर में 175 मैच खेले जिसमें 182 विकेट और 3709 रन उनके नाम हैं. इमरान 1971 से 1992 तक इंटरनेशनल क्रिकेट में सक्रिय थे. ख़ान ने 1982 से 1992 के बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कप्तानी की. इमरान की कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था (Imran Khan cricket career).
इमरान ने दुनिया भर से चंदा जमा कर, 1996 में शौकत खानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (Shaukat Khanum Memorial Cancer Hospital) और एक कॉलेज की स्थापना की.
इमरान खान 1970 और 1980 के दशक के दौरान लगातार लंदन के एनाबेल्स और ट्रैम्प जैसे नाइट क्लबों की पार्टियों में नजर आते थे (Known as a hedonistic bachelor and a playboy). हालांकि बाद में उन्होंने कभी शराब नहीं पीने का दावा किया. इस दौरान ब्रिटिश महिला सीता व्हाइट (Sita White) उनकी नाजायज बेटी की मां बनीं लेकिन खान ने इसे स्वीकार नहीं किया (Imran’s illegitimate child). इमरान ने 1995 में 43 साल की उम्र में, 21 साल की जेमिमा गोल्डस्मिथ से शादी की (Imran’s first wife, Jemima Goldsmith), जिनसे इनके दो बेटे हैं. 2004 में इस दंपत्ति का तलाक हो गया. 2015 में, इमरान ने ब्रिटिश-पाकिस्तानी पत्रकार रेहम खान से विवाह किया लेकिन उसी साल उनका तलाक भी हो गया (Imran’s second wife, Reham Khan). इसके बाद खान ने अपनी आध्यात्मिक सलाहकार बुशरा बीबी से विवाह किया (Imran’s third wife, Bushra Bibi).
अमेरिका में पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर पर बैन लगाने की मांग उठी है. दो सांसदों ने उन पर बैन लगाने के लिए एक बिल पेश किया है. बिल में पीटीआई प्रमुख इमरान खान को रिहा करने की मांग की गई है.
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है. इमरान खान को पाकिस्तान की एक अदालत ने अलकादिर ट्रस्ट के मामले में 14 साल की सजा सुनाई है. इस मामले में इमरान की पत्नी बुशरा बीबी को भी 7 साल की जेल हुई है.
राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि अगर पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान 9 मई 2023 की घटनाओं के लिए पूरी ईमानदारी से माफी मांगते हैं, तो उनकी रिहाई संभव हो सकती है. इस दिन इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया था.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने देश को 'हार्ड स्टेट' बनाने की बात कही है. इस बयान से पाकिस्तान में हलचल मच गई है. कई लोग इसे मार्शल लॉ की ओर इशारा मान रहे हैं. पाकिस्तान इस समय बलूच विद्रोहियों और तहरीक-ए-तालिबान के हमलों से जूझ रहा है. देखें.
पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी ने सेना और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बलूचिस्तान में हुए हमले के बाद सेना तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पर कार्रवाई करना चाहती है, लेकिन इमरान की पार्टी इसका विरोध कर रही है. इमरान खान की तालिबान के प्रति सहानुभूति सेना के लिए सिरदर्द बन गई है.
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि उनके खैबर पख्तूनख्वा में अभी भी “गुड तालिबान” मौजूद हैं, जबकि इस महीने की शुरुआत में बन्नू कैंटोनमेंट पर हमला “बैड तालिबान” द्वारा किया गया था. पाकिस्तान सेना और सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान जिस सुरक्षा समस्या का सामना कर रहा है, उसका समाधान ऑपरेशन नहीं है."
पाकिस्तान क्रिकेट में इन दिनों हंगामा मचा हुआ है.पूर्व पाकिस्तानी कप्तान और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सपोर्ट करने के चक्कर में पाक खिलाड़ी आमिर जमाल पर 1.3 मिलियन पाकिस्तानी रुपए का जुर्माना लगाया गया है
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश के हुक्मरानों को चेतावनी दी थी कि जल्द ही उनका मुल्क तीन टुकड़ों में टूट जाएगा. यही नहीं परमाणु बम भी उनके हाथ से निकल जाएगा. इमरान खान की बातें सही होतीं नजर आ रही हैं.
भारत से हार के बाद इमरान खान बोले पाकिस्तान का क्रिकेट नष्ट हो जाएगा. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी वाली पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है.
इमरान खान ने चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के बाहर होने पर निराशा व्यक्त की और क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन में खराब नेतृत्व को दोषी ठहराया है. जबकि पूर्व PCB(पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) प्रमुख नजम सेठी ने घरेलू ढांचे में बदलाव के कारण क्रिकेट में पतन के लिए इमरान को जिम्मेदार ठहराया. पाकिस्तान क्रिकेट में उथल-पुथल जारी है, हेड कोच आकिब जावेद को कथित तौर पर बर्खास्त किया जा सकता है.
नेशनल असेंबली में पीटीआई के नेता अयूब ने शनिवार को एक चैनल से कहा कि बातचीत का अध्याय अब बंद हो गया है. अयूब ने कहा कि राजनीतिक बातचीत केवल इच्छाओं पर आधारित नहीं होती, बल्कि इसके लिए दृढ़ प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है. जिसे सरकार प्रदर्शित करने में विफल रही है.
नेशनल असेंबली में पीटीआई के नेता अयूब ने शनिवार को एक चैनल से कहा कि बातचीत का अध्याय अब बंद हो गया है. अयूब ने कहा कि राजनीतिक बातचीत केवल इच्छाओं पर आधारित नहीं होती, बल्कि इसके लिए दृढ़ प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है. जिसे सरकार प्रदर्शित करने में विफल रही है.
मार्च 2019 में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी. वहीं, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अक्टूबर 2024 में किया था.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि चाहे जितना भी षड्यंत्र किया जाएं, मैं कोई डील नहीं करूंगा. मैं नवाज शरीफ नहीं हूं, जो जेल से बाहर आने के लिए सेना के साथ सौदा करूं. दरअसल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ ने अतीत में दो बार सेना से समझौता कर के पाकिस्तान छोड़ दिया था.
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है. इमरान खान को पाकिस्तान की एक अदालत ने अलकादिर ट्रस्ट के मामले में 14 साल की सजा सुनाई है. इस मामले में इमरान की पत्नी बुशरा बीबी को भी 7 साल की जेल हुई है
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई है अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट के 190 मिलियन पाउंड के भ्रष्टाचार मामले में उन्हें ये सजा सुनाई गई है. इमरान के साथ उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भी 7 साल की सजा सुनाई गई है. देखें लंच ब्रेक.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई. अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट के 190 मिलियन पाउंड के भ्रष्टाचार मामले में उन्हें ये सजा सुनाई गई. इमरान के साथ उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भी 7 साल की सजा सुनाई गई. देखें ये वीडियो.
पाकिस्तान की संसद में अजीबोगरीब नज़ारा देखने को मिला. जब इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेताओं ने गीदड़ की आवाज़ निकालकर विरोध दर्ज कराया. यह घटना प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ द्वारा दिए गए एक सुझाव का परिणाम थी, जिसमें उन्होंने जापान की होंडा फैक्टरी के कर्मचारियों का उदाहरण देते हुए कहा था कि वे काम करते हुए विरोध करते हैं. देखिए VIDEO
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को आतंकवाद विरोधी अदालत से हत्या समेत 13 से अधिक मामलों में अंतरिम जमानत मिली है. बुशरा पर पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शनों के आरोप थे. अदालत में सुनवाई के दौरान बुशरा ने जस्टिस सिस्टम को लेकर कहा कि अदालतों में अब उनका कोई विश्वास नहीं है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक ने आगे कहा कि उनका मानना है कि पाकिस्तान के फैसले देश के अंदर ही लिए जाने चाहिए. उन्होंने कहा, "मेरा रुख स्पष्ट है: पहले मेरे हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं और नेताओं को रिहा करें. उसके बाद ही मैं अपनी व्यक्तिगत स्थिति पर चर्चा करने पर विचार करूंगा."
पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने मिलिट्री कोर्ट की प्रशंसा की, जहां इमरान खान के समर्थकों के खिलाफ ट्रायल चल रहा है. उन्होंने मिलिट्री कोर्ट के बचाव में कहा कि ये अदालतें निष्पक्ष सुनवाई कर रही हैं. बीते साल मई में इमरान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जब दावा है कि मिलिट्री संस्थानों को भी निशाना बनाया गया था.