इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) भारत सरकार के स्वामित्व वाली तेल और गैस खोजकर्ता और निर्माता कंपनी है. यह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार के स्वामित्व में है, जिसका मुख्यालय भारत की राजधानी नई दिल्ली में है (Headquarter of Indian Oil). सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को 2021 तक दुनिया के सबसे बड़े निगमों की फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में 212वें स्थान पर रखा गया है.
यह वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 6.1 डॉलर बिलियन के शुद्ध लाभ के साथ देश में सबसे बड़ा सरकारी स्वामित्व वाला तेल निगम है. 31 मार्च 2021 तक, इंडियन ऑयल के कर्मचारियों की संख्या 31,648 है, जिसमें से 17,762 कार्यकारी और 13,876 गैर-कार्यकारी हैं, जबकि 2,775 महिलाएं हैं, जो कुल कार्यबल का 8.77% हैं (Indian Oil Profits).
इंडियन ऑयल के व्यावसायिक हित संपूर्ण हाइड्रोकार्बन मूल्य-श्रृंखला को ओवरलैप करते हैं, जिसमें रिफाइनिंग, पाइपलाइन परिवहन, पेट्रोलियम उत्पादों का विपणन, कच्चे तेल की खोज और उत्पादन, प्राकृतिक गैस और पेट्रोकेमिकल शामिल हैं. इंडियन ऑयल ने वैकल्पिक ऊर्जा और डाउनस्ट्रीम परिचालनों के वैश्वीकरण में कदम रखा है. इसकी श्रीलंका (Lanka IOC), मॉरीशस और मध्य पूर्व (IOC मध्य पूर्व FZE) में सहायक कंपनियां हैं (Indian Oil Production).
फरवरी 2020 में, कंपनी ने रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट (Russian oil company Rosneft) के साथ वर्ष 2020 में प्रति दिन 140,000 बैरल कच्चे तेल की खरीद के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. 1 अप्रैल 2020 तक इंडियन ऑयल तेलंगाना में अपने सभी रिटेल आउटलेट्स में BS-VI (Bharat Stage VI) ईंधन लॉन्च करने और विश्व स्तरीय उत्सर्जन मानदंडों को अपनाने के लिए पूरी तरह से तैयारी की.
ऑयल कंपनियों ने सिर्फ कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर (Commercial LPG Cylinders) के दाम घटाए हैं. पिछले महीने की पहली तारीख यानी एक जुलाई 2023 को रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था.
गैस पाइपलाइन फटने की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. फिलहाल, मौके पर आला अधिकारी पहुंच गए हैं. एक वीडियो में पाइपलाइन फटने के बाद पानी के ऊंचे फव्वारे को उठते देखा जा सकता है.
तेल कंपनियों के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक Petrol, Diesel और घरेलू LPG कीमतों में नुकसान बढ़ने से ये घाटा बढ़ा है. विदेशी बाजार में कीमतों में उछाल के बीच खुदरा कीमतें स्थिर रहने से कंपनियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की ओर से मंदिर की संपत्ति की घोषणा करते हुए कहा गया है कि विभिन्न बैंकों में नकद और सोने की जमा में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाती है. मंदिर द्वारा की जाने वाली आय भक्तों, व्यवसायों और संस्थानों द्वारा दिए गए दान से आती है.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की मानें तो दूसरी तिमाही में कंपनियों का सकल रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) घटने से खुदरा बिक्री घाटा 9.8 रुपये प्रति बैरल पर रह सकता है. हालांकि, यह पहली तिमाही में 14.4 रुपये प्रति बैरल रहा था. यह संभवत: पहली बार है जब लगतार दो तिमाही कंपनियों को नुकसान उठाना होगा.
सूर्य नूतन सोलर कुक टॉप में कई विशेषताएं हैं. इसे एक ही जगह पर स्थाई तरीके से लगाया जा सकता है. यह एक रिचार्जेबल और इनडोर सोलर कुकिंग प्रणाली है. इसे इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र, फरीदाबाद ने डिजाइन व डेवलप किया है. इंडियन ऑयल ने इसका पेटेंट भी कराया है.
ताजी फार्च्यून ग्लोबल 500 लिस्ट में पहली बार एलआईसी को जगह मिली है. इस बार लिस्ट में भारत की 9 कंपनियों को जगह मिली है. इनमें से 5 कंपनियां सरकारी हैं, जबकि बाकी 4 कंपनियां निजी क्षेत्र की हैं. रेवेन्यू (Revenue) के आधार पर तैयार होने वाली इस लिस्ट में एलआईसी को 98वां स्थान मिला है.
सूर्य नूतन सोलर कुक टॉप में कई विशेषताएं हैं. इंडियन ऑयल ने इसका पेटेंट भी कराया है. इसका एक यूनिट धूप में रहता है और वह चार्ज करते समय ऑनलाइन कुकिंग मोड प्रदान करता है. इसके अलावा चार्ज हो जाने के बाद भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है. इस तरह 'सूर्य नूतन' सौर ऊर्जा का अधिक से अधिक इस्तेमाल सुनिश्चित करता है और धूप नहीं होने पर भी इसपर खाना पकाया जा सकता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगर कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में एक डॉलर का इजाफा होने से देश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel) का दाम 50 से 60 पैसे बढ़ जाता है. देश में ईंधन (Fuel) की कीमतें स्थिर रहने से तेल कंपनियों को बड़ा घाटा हो रहा है.
कच्चे तेल में तेजी और देश में स्थिर Petrol-Diesel के दाम, अब तेल विपणन कंपनियों के लिए परेशानी बन गए हैं. पेट्रोल-डीजल की खुदरा बिक्री के 90 फीसदी कारोबार पर नियंत्रण रखने वाली कंपनियों IOC, BPCL, HPCL को जून तिमाही में 10,700 करोड़ का घाटा होने अनुमान है.