भारतीय रेलवे
भारतीय रेलवे (Inidain Railways) भारत सरकार के रेल मंत्रालय का एक वैधानिक निकाय है जो भारत की राष्ट्रीय रेलवे प्रणाली का संचालन करता है (Railway Ministry of India). 31 दिसंबर 2021 तक भारतीय रेल की कुल लंबाई 126,511 किमी है, जो दुनिया में चौथी सबसे बड़ी राष्ट्रीय रेलवे प्रणाली को मैनेज करता है (Length of Indian Railway). भारतीय रेलवे के सभी ब्रॉड-गेज मार्गों का 75 फीसदी यानी 45,881 किमी इलेक्ट्रिफाइड है.
फ्रेट सेगमेंट में, IR प्रतिदिन 8,479 ट्रेनें चलाता है. मालगाड़ियों की औसत गति लगभग 24 किमी/घंटा है. 100 किमी/घंटा की अधिकतम गति से चलने वाली 'कंटेनर स्पेशल' ट्रेनों के साथ उनके एक्सल लोड के आधार पर मालगाड़ियों की अधिकतम गति 60-75 किमी/घंटा से भिन्न होती है (Speed of Goods Train).
मार्च 2020 तक, भारतीय रेलवे के रोलिंग स्टॉक में 2,93,077 माल डिब्बे, 76,608 यात्री डिब्बे और 12,729 इंजन शामिल थे. IR भारत में कई स्थानों पर लोकोमोटिव और कोच-उत्पादन करता है. मार्च 2020 तक इसमें 1.254 मिलियन कर्मचारी थे, जिससे यह दुनिया का आठवां सबसे बड़ा नियोक्ता बन गया (Total Employees in Indian Railways). भारत सरकार ने 2023-24 तक भारत के पूरे रेल नेटवर्क को इलेक्ट्रिफाइड करने और 2030 तक "शून्य कार्बन उत्सर्जन रेलवे" बनाने के लिए काम कर रही है (Zero Carbon Emission Railway)
भारत की पहली यात्री ट्रेन 16 अप्रैल 1853 को बोरी बंदर (मुंबई) और ठाणे के बीच चली, जो 34 किलोमीटर लंबी थी. इसे ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे ने संचालित किया था. भारत की पहली ट्रेन के 14 डिब्बे में 400 लोगों ने यात्रा की थी (First Train in Indai).
महाकुंभ 2025 में रेलवे ने अभूतपूर्व प्रबंधन किया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज पहुंचकर रेलकर्मियों का आभार जताया. 45 दिनों में 3 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए 16,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई गईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सफल आयोजन हुआ. देखें.
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महोबा जिले के बेलाताल रेलवे स्टेशन के पास ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) लाइन टूटने से झांसी-प्रयागराज रेल मार्ग पर यातायात बाधित हो गया. करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद रेल रूट बहाल हुआ.
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने नौकरी के बदले जमीन मामले में समन जारी कर लालू परिवार को 11 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया है. लालू परिवार को पेशी का समन मिलने के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. आरजेडी का कहना है कि विपक्ष को परेशान करने के लिए केंद्र जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है, क्योंकि बिहार में चुनाव तो ये सब किया जा रहा है.
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के समापन में महज दो दिन बचे हैं. महाकुंभ का आज 44वां दिन है. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ ही 13 जनवरी से शुरू हुए आस्था के इस पर्व का समापन हो जाएगा. अबतक 63 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. आइए जानते हैं आखिरी अमृत स्नान के लिए क्या-क्या तैयारियां हैं...
Indian Railway Hyperloop Track: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देश का पहला हाइपलूप टेस्ट ट्रैक तैयार होने की जानकारी शेयर की है, जिसे आईआईटी मद्रास की मदद से बनाया गया है और ये 410 मीटर लंबा है.
MahaKumbh Crowd: 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अंतिम अमृत स्नान के साथ महाकुंभ संपन्न हो जाएगा. ऐसे में श्रद्धालुओं का रेला संगम नगरी की ओर चला आ रहा है. ट्रेन हो या प्लेन सब जगह यात्रियों की भारी उमड़ रही है.
Indian Railway ने ट्रेन में मिलने वाले सामानों की चोरी को लेकर कड़े नियम बनाए हैं और ऐसा करने वालों पर रेलवे प्रॉपर्टी एक्ट 1966 के तहत जुर्माने और जेल भेजने की कार्रवाई हो सकती है.
रेलवे द्वारा शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, इंजन में समस्या के वास्तविक कारण की अभी जांच की जा रही है. अधिकारियों द्वारा स्थिति का आकलन करने के लिए ट्रेन को सबीरा रेलवे स्टेशन पर खड़ा किया गया था. वहीं कुछ सूत्रों ने दावा किया कि मोटर और बैटरी दोनों इंजन से अलग हो गए होंगे, जिससे व्यवधान हुआ.
भारतीय रेलवे ने होली के लिए स्पेशल ट्रेन का ऐलान कर दिया है. यह स्पेशल ट्रेनें सेंट्रल रेलवे की ओर से संचालित की जाएंगी. स्पेशल ट्रेन अलग-अलग रूट के लिए चलेंगी. यह ट्रेन मुंबई-नागपुर और नागपुर से पुणे के लिए चलाई जाएंगी.
महाकुंभ अब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ अग्रसर हो रहा है. दुनिया के इस सबसे बड़े मेले का आखिरी अमृत स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन होगा और इसके साथ ही इस महाकुंभ का समापन हो जाएगा. ऐसे में संगम नगरी में भारी भीड़ उमड़ रही है.
महाकुंभ अब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ अग्रसर हो रहा है. दुनिया के इस सबसे बड़े मेले का आखिरी अमृत स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन होगा और इसके साथ ही इस महाकुंभ का समापन हो जाएगा. ऐसे में संगम नगरी में भारी भीड़ उमड़ रही है.
महाकुंभ के आखिरी दौर में महाशिवरात्रि के स्नान पर होने वाली ट्रेनों में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आरपीएफ, जीआरपी, लोकल पुलिस के साथ-साथ आरपीएफ की कमांडो टीम भी मोर्चा संभालेगी.
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर लोगों की भारी भीड़ है. सभी लोग प्रयागराज जाने के लिए स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं. भीड़ का आलम ये है कि प्लेटफॉर्म से लेकर रेलवे ट्रेक तक पैर रखने के लिए भी जगह नहीं है. देखें पूरी रिपोर्ट.
महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे ने 13 हजार से ज्यादा कुंभ मेला स्पेशल ट्रेन चला रखी हैं. इनमें बहुत सी ट्रेनें ऐसी हैं जिनमें दो-दो इंजन लगाए गए हैं. मतलब ट्रेन के आगे और पीछे इंजन लगा हुआ है. आइए जानते हैं इसकी खास वजह...
चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक फर्जी महिला टीटीई पकड़ी गई है. वह टीटीई की ड्रेस पहनकर, गले में आईकार्ड डालकर और हाथ में पेन-कॉपी लेकर यात्रियों के टिकट चेक कर रही थी.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ को लेकर जांच कमेटी की रिपोर्ट बाकी है लेकिन इस बीच हादसे को लेकर दो दावे सामने आए हैं. रेलवे ने कल जो दावा किया और आरपीएफ की ओर से आज जो दावा किया गया वो विरोधाभासी हैं. RPF की रिपोर्ट के मुताबिक अचानक प्रयागराज स्पेशल ट्रेन का प्लैटफॉर्म बदलने की घोषणा से भगदड़ मची. जबकि रेलवे कहता है कि भीड़ उतनी भी ज्यादा नहीं थी. ऐसे में सवाल ये कि हादसे का पूरा सच क्या है?
प्रयागराज में आस्था का सबसे बड़ा उत्सव चल रहा है, और इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए लोगों की होड़ लगी है. पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों से लोक महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं. अबतक करीब 54 करोड़ लोगों ने गंगा में स्नान कर लिया है लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोग महाकुंभ जा रहे हैं जिसकी वजह से रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ है.
महाकुंभ की वजह से एक तरफ जहां ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ हो रही है, वहीं दूसरी तरफ राइट टाइम चलने के लिए मशहूर राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी 12-12 घंटे लेट हो रही हैं. ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ होने और लेट लतीफी की वजह से यात्रियों का हाल बेहाल हो रहा है.
महाकुंभ के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रेलवे स्टेशनों पर उमड़ पड़ी है. कानपुर, सतना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर यात्रियों की भीड़ बेकाबू हो गई. ट्रेनों में चढ़ने के लिए लोग खिड़कियों से घुसने लगे. कई जगह धक्का-मुक्की की घटनाएं हुईं. सतना में एक महिला यात्री बेहोश हो गई. देखिए क्या है भीड़ का आलम
महाकुंभ की वजह से एक तरफ जहां ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन पर भी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ रहा है. ऐसे में आगामी 20 फरवरी तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री नहीं की जाएगी.