INS अरिघाट, अरिहंत पनडुब्बी का नया एडिशन है. यह दूसरी परमाणु ऊर्जा चालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है. विशाखापत्तनम में शिप बिल्डिंग सेंटर में परमाणु पनडुब्बियों के निर्माण के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी पोत (एटीवी) परियोजना के तहत पनडुब्बी को 2017 में इसे लॉन्च किया गया. इसका कोड नाम S3 है.
INS अरिघाट में एक सात-ब्लेड प्रोपेलर है जो दबाव वाले पानी के रिएक्टर से चलता है. यह सतह पर होने पर 12-15 नॉट्स (22-28 किमी प्रति घंटा) और पानी में डूबे होने पर 24 नॉट्स (44 किमी प्रति घंटा) की अधिकतम गति हासिल कर सकता है. पनडुब्बी के हंप (कूबड़) में चार लॉन्च ट्यूब हैं. वह 12 K-15 सागरिका मिसाइलों या चार K-4 मिसाइलों को ले जा सकती है.
अक्टूबर 2022 तक, आईएनएस अरिघाट बंदरगाह परीक्षणों से गुजर रहा था और इसे 2022 में कमीशन किया जाना था. आईएनएस अरिघाट को 5 फरवरी 2023 तक कमीशन नहीं किया गया और आधिकारिक कमीशनिंग डेट की घोषणा नहीं की गई है. एक रिपोर्ट के अनुसार आईएनएस अरिघाट को 2024 में कमीशन किया जाना है (INS Arighat).
भारत की नौसेना में दूसरी परमाणु पनडुब्बी शामिल हो गई है. पनडुब्बी के शामिल होने से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत को रणनीतिक बढ़त मिल सकती है. वहीं, भारत की दूसरी परमाणु पनडुब्बी से चीन चिढ़ गया है.
भारतीय नौसेना अपने हथियारों के जखीरे में INS अरिघात को शामिल करने वाली है. यह भारत की दूसरी न्यूक्लियर पनडुब्बी है, जिसे पूरी तरह से स्वदेश में बनाया गया है. यह पनडुब्बी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में नौसेना में शामिल होगी. देखिए पूरा वीडियो...
भारत की दूसरी परमाणु पनडुब्बी INS Arighat बहुत जल्द भारतीय नौसेना को मिलेगी. परमाणु पनडुब्बी मतलब न्यूक्लियर पावर से चलने वाली और इसमें मिसाइलें भी परमाणु हथियारों से लैस होंगी. ये अरिहंत क्लास न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन होगी.
इस साल अंत तक भारतीय नौसेना को दूसरी न्यूक्लियर पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS Arighat मिल जाएगी. इससे भारत की ताकत समंदर में ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. यह अरिहंत क्लास की अपग्रेडेड सबमरीन है, जिसके समुद्री ट्रायल्स लगभग पूरे हो चुके हैं.