INS Arihant एक स्ट्रेटेजिक स्ट्राइक न्यूक्लियर सबमरीन है, जिसे एस2 भी कहा जाता है. यह भारत की अरिहंत सीरीज की परमाणु ऊर्जा से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों का प्रमुख जहाज है. अरिहंत को 26 जुलाई 2009 को विजय दिवस (कारगिल युद्ध विजय दिवस) की वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लॉन्च किया था. 23 फरवरी 2016 को फिटिंग और व्यापक समुद्री परीक्षणों के बाद यह संचालन के लिए तैयार था. INS Arihant को अगस्त 2016 में कमीशन किया गया और 2018 में तैनात किया गया.
इसका वजन 6,000 टन है. इस जहाज का निर्माण विशाखापत्तनम में शिप बिल्डिंग सेंटर में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वेसल (एटीवी) परियोजना के तहत किया गया था. आईएनएस अरिहंत भारतीय नौसेना की गुप्त उन्नत प्रौद्योगिकी पोत (एटीवी) परियोजना के लिए डिजाइन और निर्मित पनडुब्बियों की सीरीज में नियोजित पांच जहाजों में से पहली जहाज है.
यह पोत 83 मेगावाट के दबावयुक्त हल्के पानी वाले रिएक्टर द्वारा यूरेनियम ईंधन से संचालित होता है.
भारत की दूसरी परमाणु पनडुब्बी INS Arighat बहुत जल्द भारतीय नौसेना को मिलेगी. परमाणु पनडुब्बी मतलब न्यूक्लियर पावर से चलने वाली और इसमें मिसाइलें भी परमाणु हथियारों से लैस होंगी. ये अरिहंत क्लास न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन होगी.
परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी INS अरिहंत से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया. इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने कहा कि INS अरिहंत द्वारा एसएलबीएम (पनडुब्बी से लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल) का सफल परीक्षण चालक दल की योग्यता साबित करता है.