आईएनएस विशाखापट्टनम
आईएनएस विशाखापट्टनम (INS Visakhapatnam) भारतीय नौसेना का प्रमुख जहाज और विशाखापत्तनम श्रेणी का पहला स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक है. इसे 21 नवंबर 2021 को कमीशन किया गया. यह जहाज भारतीय नौसेना के साथ सेवा में मौजूद सबसे बड़े विध्वंसकों में से एक है (Lead Ship of Indian Navy).
आईएनएस विशाखापट्टनम के निर्माण की शुरुआत 12 अक्टूबर 2013 को की गई थी और इसे 20 अप्रैल 2015 को मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड में लॉन्च किया गया था. इसका निर्माण मेक इन इंडिया पहल के तहत किया गया था. जहाज के स्टीयरिंग और स्टेबलाइजर सिस्टम का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो ने किया और हाइड्रोलिक्स पॉलीहाइड्रॉन सिस्टम्स द्वारा किया गया था (INS Visakhapatnam Make in India Initiative).
नौसेना दिवस 2020 के दौरान, नौसेनाध्यक्ष ने आईएनएस विशाखापट्टनम के समुद्री परीक्षण की शुरुआत की घोषणा की (INS Visakhapatnam Trials).
विशाखापट्टनम को 28 अक्टूबर 2021 को भारतीय नौसेना को सौंपा गया और 21 नवंबर 2021 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे भारतीय नौसेना के पश्चिमी नौसेना कमान में कमीशन किया (INS Visakhapatnam Commissioned).
11 जनवरी 2022 को विशाखापट्टनम ने समुद्र से समुद्र मोड में ब्रह्मोस मिसाइल के एक उन्नत संस्करण को सफलतापूर्वक दागा था (INS Visakhapatnam Fires Brahmos Missile).
भारतीय नौसेना ने विशाखापट्टनम के राम कृष्ण समुद्र तट पर ऑपरेशनल अभ्यास शुरू किया है. इस अभ्यास के दौरान नौसेना ने अपनी ताकत और काबिलियत का प्रदर्शन किया है, जिसे देखकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा. ये गतिविधि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. VIDEO
भारतीय नौसेना को अगले एक साल में 1 सबमरीन, 2 डेस्ट्रॉयर, 2 कॉर्वेट, 3 सर्वे वेसल और 5 डेस्ट्रॉयर मिलेंगे. कुछ इनमें से अपग्रेड हुए हैं. कुछ नए हैं. कुछ के ट्रायल्स पूरे हो चुके हैं, इनकी सिर्फ तैनाती बाकी है. लेकिन एक साल के अंदर ये 12 जंगी जहाज और सबमरीन नौसेना की तरफ से देश की रक्षा के लिए तैनात हो जाएंगे.
Indian Navy विशाखापत्तनम में MILAN 24 नौसैनिक अभ्यास शुरू कर दिया है. यह 19 से 27 फरवरी तक चलने वाला एक्सरसाइज है. इसमें इस बार 50 से अधिक देशों की नौसेनाओं के शामिल होने की संभावना है. भारत के दोनों एयरक्राफ्ट कैरियर भी पहली बार इसमें एकसाथ ऑपरेट करेंगे.
आईएनएस विशाखापत्तनम ने बुधवार रात ड्रोन हमले के बाद मार्शल आइलैंड के झंडे वाले व्यापारिक जहाज एमवी जेनको पिकार्डी को तत्काल मदद पहुंचाई. घटना में जहाज में आग लग गई थी. हालांकि इस पर काबू पा लिया गया. इस जहाज पर मार्शल आइलैंड का फ्लैग लगा हुआ था.
दुनिया की टॉप टेन नौसेनाओं में भारतीय नौसेना शामिल है. इंडियन नेवी के दस सबसे खतरनाक डेस्ट्रॉयर्स कौन से हैं? अभी INS Imphal स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर सेना में शामिल हुआ है. लेकिन हमारे देश में ऐसे कौन से जंगी जहाज हैं, जिनका लोहा पूरी दुनिया मानती है... आइए जानते हैं इस 10 बेस्ट इंडियन वॉरशिप को...
भारतीय नौसेना 26 दिसंबर को अपना सबसे आधुनिक, घातक और खतरनाक युद्धपोत INS Imphal कमीशन कर सकता है. ये विशाखापट्टनम क्लास का तीसरा विध्वंसक है. यह एक गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर है. जिसमें ब्रह्मोस और बराक जैसी खतरनाक मिसाइलें लैस हैं. ये पाकिस्तान के किसी भी युद्धपोत या सैन्य बेस को चुटकियों में खत्म कर सकता है.
भारतीय नौसेना ने हाल ही में गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS Mormugao से दुनिया की सबसे तेज उड़ने वाली मिसाइल का परीक्षण किया. इस जंगी जहाज से पहली बार ब्रह्मोस मिसाइल की लॉन्चिंग हुई. जिसने सटीकता के साथ टारगेट पर हमला किया. आइए जानते हैं कि इस जंगीपोत पर इस मिसाइल को लगाने का क्या फायदा होगा?
लखनऊ में चलती बाइक पर रोमांस करते कपल के वीडियो के बाद दुर्ग जिले के भिलाई में टाउनशिप की सड़कों पर चलती बाइक पर रोमांस करना कपल को भारी पड़ गया. वहीं, अब तीसरा वीडियो भी सामने आया है जो कि विशाखापट्टनम का है, इस वीडियो में भी बाइक सवार लड़के और लड़की को रोमांस करते देखा गया. पुलिस ने एक्शन लिया है और ऐसे लोगों को फटकार लगाई है.
भारतीय नौसेना (Indian Navy) की पहली एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट INS Arnala को लॉन्च कर दिया गया है. अब दुश्मन की पनडुब्बियों को खोज-खोजकर ये समुद्र में ही दफन कर देगी. नौसेना ऐसे 15 और युद्धपोत बनवा रही है. आइए जानते हैं इस जंगी जहाज की ताकत...
पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा, विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है. विक्रांत विशिष्ट है, विक्रांत विशेष भी है. विक्रांत केवल एक युद्धपोत नहीं है. उन्होंने कहा, यदि लक्ष्य दुरन्त हैं, यात्राएं दिगंत हैं, समंदर और चुनौतियां अनंत हैं तो भारत का उत्तर है विक्रांत. विक्रांत आजादी के अमृत महोत्सव का अतुलनीय अमृत है. विक्रांत आत्मनिर्भर होते भारत का अद्वितीय प्रतिबिंब है.