इरावडी नदी (Irrawaddy River) दक्षिणपूर्व एशिया के म्यांमार (बर्मा) की सबसे लंबी और महत्वपूर्ण नदी है. यह नदी म्यांमार की अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक जीवन का एक अभिन्न अंग है. इरावडी को संस्कृत में "इरावती" कहा जाता था, जिसका अर्थ "पवित्र जलधारा" है. यह नदी प्राचीन काल से ही व्यापार और परिवहन का एक प्रमुख माध्यम रही है.
इरावडी नदी की उत्पत्ति उत्तरी म्यांमार में कचिन पहाड़ियों में स्थित माली और न’माई नदियों के संगम से होती है. यह नदी दक्षिण की ओर बहते हुए लगभग 2,170 किलोमीटर का सफर तय करती है और अंडमान सागर में मिलती है.
इसकी मुख्य सहायक नदियों में चिंदविन नदी (सबसे बड़ी), माली नदी, न’माई नदी, और म्यित्न्गे नदी शामिल है. इरावडी नदी का डेल्टा क्षेत्र अत्यधिक उपजाऊ है. यहां चावल की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. हालांकि, जलवायु परिवर्तन और समुद्री जलस्तर वृद्धि के कारण यह क्षेत्र प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में रहता है.