जादवपुर यूनिवर्सिटी (Jadavpur University) का मुख्य परिसर जादवपुर, कोलकाता में स्थित है. इसकी स्थापना 25 जुलाई 1906 को बंगाल तकनीकी संस्थान के रूप में की गई थी और 24 दिसंबर 1955 को इसे जादवपुर यूनिवर्सिटी में बदल दिया गया था. 10 मार्च 2025 को पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में दीवार पर आजाद कश्मीर और फ्री फिलिस्तीन की पेंटिंग (ग्रैफिटी) बनाई गई. जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था.
2024 एनआईआरएफ रैंकिंग के अनुसार, जादवपुर विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालयों में 9वें, इंजीनियरिंग संस्थानों में 12वें और भारत में कुल मिलाकर 17वें स्थान पर रखा गया है. इसके अलावा नेचर इंडेक्स ने जादवपुर विश्वविद्यालय को भारत के विश्वविद्यालयों में पहला और शोध आउटपुट (2023-2024) के मामले में भारत में कुल मिलाकर 22वां स्थान दिया है. विश्वविद्यालय को यूजीसी द्वारा "उत्कृष्टता की क्षमता" वाले संस्थान के रूप में मान्यता दी गई है और राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा "ए+" ग्रेड से मान्यता प्राप्त है.
कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों ने बिना आधिकारिक अनुमति के रामनवमी मनाई. छात्रों का कहना है कि उन्होंने समय पर अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए अनुमति नहीं दी. इसके बावजूद छात्रों ने परिसर में रामलला की मूर्ति स्थापित कर पूजा की. देखें ये वीडियो.
इससे पहले बुधवार को छात्रों और राम नवमी समारोह के आयोजक ने कहा कि वे इस साल परिसर के अंदर राम नवमी मनाने के लिए दृढ़ हैं. साथ ही छात्रों ने कुछ दिन पहले कैंपस में इफ्तार पार्टी मनाने की अनुमति देने के यूनिवर्सिटी के फैसले पर भी सवाल उठाए.
Jadavpur University Ram Navami Row: पश्चिम बांगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैंपस में राम नवमी उत्सव मनाने की अनुमति नहीं दी है. विद्यार्थियों का कहना है कि जब ईद और इफ्तार का आयोजन हो सकता है, तो राम नवमी क्यों नहीं. प्रशासन ने पिछले साल की परंपरा और वाइस चांसलर की अनुपस्थिति का हवाला देकर अनुमति नहीं दी. इस फैसले से एबीवीपी और लेफ्ट छात्र संगठनों के बीच तनाव बढ़ गया है.