जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) एक अंतरिक्ष दूरबीन है जिसे मुख्य रूप से इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी के संचालन के लिए डिजाइन किया गया है. यह अंतरिक्ष में अब तक का सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप है, इसका बेहतरीन इन्फ्रारेड रिजॉल्यूशन और संवेदनशीलता इसे हबल स्पेस टेलीस्कॉप के मुकाबले बहुत पुरानी और बहुत दूरी की धुंधली वस्तुओं को देखने में सक्षम बनाएगी (Most Powerful Space Telescope). इसकी मदद से सबसे पुराने सितारों का अवलोकन और पहली आकाशगंगाओं का निर्माण, और संभावित रहने योग्य एक्सोप्लैनेट के विस्तृत वायुमंडलीय लक्षण के वर्णन में सहायता मिलेगी (James Webb Space Telescope Mission Goal).
JWST को दिसंबर 2021 में Kourou, फ़्रेंच गयाना से ESA Ariane 5 रॉकेट पर लॉन्च किया गया था (James Webb Space Telescope Launch Date). यह मई 2022 तक परीक्षण और संरेखण के दौर से गुजर रहा है (James Webb Space Telescope Status). संभवत: जून 2022 के अंत में इसके चालू होने के बाद, JWST का उद्देश्य खगोल भौतिकी में नासा के प्रमुख मिशन के रूप में हबल की जगह लेना है (James Webb Space Telescope Aim).
यूएस नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और कैनेडियन स्पेस एजेंसी (CSA) के सहयोग से JWST के विकास का नेतृत्व किया. मैरीलैंड में नासा गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर (जीएसएफसी) ने टेलीस्कोप विकास का प्रबंधन किया, बाल्टीमोर में स्पेस टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट जेडब्लूएसटी को संचालित करता है (James Webb Space Telescope Control and Operation). टेलिस्कोप का नाम जेम्स ई. वेब के नाम पर रखा गया है, जो मरकरी, जेमिनी और अपोलो कार्यक्रमों के दौरान 1961 से 1968 तक नासा के प्रशासक थे (James Webb Space Telescope Naming).
2007 में लॉन्च करने की योजना के साथ इसका विकास 1996 में शुरू हुआ था. इस योजना की शुरुआत 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बजट के साथ हुई थी. 2005 में एक प्रमुख रीडिजाइन, कुछ दुर्घटनाएं, अमेरिकी कांग्रेस द्वारा परियोजना को रद्द करने की धमकी और COVID-19 महामारी जैसी कई बाधाओं के चलते इस परियोजना में देरी और लागत में वृद्धि हुई (James Webb Space Telescope Delays and Hurdles). इसका निर्माण 2016 के अंत में पूरा हुआ (James Webb Space Telescope Construction Completion Date). इस परियोजना की कुल लागत अब लगभग 9.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है (James Webb Space Telescope Cost).
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने अंतरिक्ष में तीन प्राचीन, विशालकाय और रहस्यमयी 'Red Monster' आकाशगंगाएं खोजी हैं. कायदे से इन्हें मौजूद नहीं होना चाहिए था. लेकिन ये ब्रह्मांड के बनने के 100 करोड़ साल बाद से अब तक मौजूद हैं. इनके अंदर से लाल रोशनी निकल रही है. ये हमारी आकाशगंगा जितनी बड़ी हैं.
अंतरिक्ष में जब एक तारा मरता है तो क्या होता है? James Webb स्पेस टेलिस्कोप ने पहली बार एक तारे के मरने के बाद के न्यूट्रॉन स्टार विस्फोट को कैद किया. यह अंतरिक्ष में दिखा अब तक सबसे बड़ा विस्फोट है. आइए जानते हैं कि इस विस्फोट के पीछे कौन सा तारा था, जो अब खत्म हो चुका है.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप अक्सर यूनिवर्स में ली गई तस्वीरों को धरती पर भेजता है. इनमें कई तस्वीरें ऐसी होती हैं, जिन्हें एक बार देखने के बाद कोई अपनी नजर नहीं हटा पाता. ये बिल्कुल अद्भुत लगती हैं. देखें वीडियो.
James Webb स्पेस टेलिस्कोप इतना ताकतवर है कि वह 2100 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर आइंस्टीन की अंगूठी (Einstein Ring) की फोटो ले लेता है. यह एक तोड़ी-मरोड़ी रोशनी का छल्ला है. जो अद्भुत तरीके से पूरा गोल है. साथ ही यह एक घने आकाशगंगा को घेरती है. आइए जानते हैं अंतरिक्ष की इस अंगूठी के बारे में...
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने बच्चा तारों की तस्वीर ली है. ये अभी बन ही रहे हैं. इनके चारों तरफ कई रंगों की रोशनी का विस्फोट देखा गया है. इन तारों को नाम दिया गया है हरबिग-हारो 46/47 (Herbig-Haro 46/47). इसकी तस्वीर जब वैज्ञानिकों को मिली तो वो हैरान रह गए. क्योंकि यहां जुड़वां तारों का जन्म हो रहा है.
शनि ग्रह के छल्लों की इतनी शानदार तस्वीर आज तक सामने नहीं आई है. पहली बार ऐसी तस्वीर नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने ली है. शनि की इस तस्वीर में शनि के तीन चंद्रमा भी दिख रहे हैं. साथ ही छल्लों में अंतर भी दिखाई दे रहा है. इससे पहले जेम्स वेब ने तीन और ग्रहों की शानदार तस्वीर ली थी.
NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JWST) ने हमारे सौर मंडल के सातवें ग्रह यूरेनस (Uranus) की अब तक की सबसे शानदार तस्वीर ली है. इस तस्वीर में इसके 13 छल्ले यानी रिंग्स और कुछ चांद भी दिख रहे हैं. इसके पहले हबल स्पेस टेलिस्कोप से ली गई तस्वीर इतनी साफ नहीं थी.
सौर मंडल के नीले ग्रह यूरेनस (Uranus) की हबल स्पेस टेलिस्कोप ने नई फोटो ली हैं. इसे NASA ने जारी किया है. हबल ने यूरेनस की आठ साल बाद दोबारा फोटो ली है. यूरेनस के उत्तरी गोलार्ध पर कोहरे के बादल देखे गए हैं. साथ ही उसके छल्लों की शानदार तस्वीर आई है.
दुनिया के सबसे बड़े रेडियो टेलिस्कोप का निर्माण शुरू हो गया है. अब अंतरिक्ष और एलियन के रहस्यों से पर्दा हटाया जाएगा. उनके सिग्नल पकड़े जाएंगे. बातें की जाएंगी. इस टेलिस्कोप का नाम है द स्क्वायर किलोमीटर एरे ऑब्जरवेटरी (The Square Kilometer Array Observatory - SKAO). यह दो अलग-अलग महाद्वीपों पर बन रहा है.
नासा के सबसे ताकतवर टेलिस्कोप ने शनि ग्रह के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन की पहली बार फोटो ली. फोटो से हैरान करने वाले खुलासे हुए. पता चला वहां बड़े बादल हैं. 1000 फीट गहरा समुद्र है. पहली बार टाइटन की इतनी दूर से ली गई स्पष्ट तस्वीर मिली है.
33 साल में पहली बार नेपच्यून ग्रह के छल्लों की तस्वीर आई है. यह स्पष्ट तस्वीर ली है नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने. बर्फीले वायुमंडल वाले नेपच्यून ग्रह की इतनी शानदार तस्वीरें इससे पहले कभी नहीं आई थीं. इन छल्लों की तस्वीर देखकर नासा समेत दुनियाभर के वैज्ञानिक हैरान हैं. इनकी रिंग्स पर स्टडी कर रहे हैं.
पहली बार सौर मंडल के बाहर किसी ग्रह के वायुमंडल में कार्बन डाईऑक्साइड (CO2) मिला है. यह खोज की है नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने. जिस ग्रह पर यह गैस मिली वह हमारे सूरज जैसे तारे के चारों तरफ घूम रहा है. वह एक गैस जायंट है. जैसे हमारे सौर मंडल में बृहस्पति ग्रह को बोला जाता है.
क्या हो अगर आप चांद की दो लाख बार फोटो खींचे. आखिर में आपको सबसे बेहतरीन तस्वीर मिल जाएगी. सबसे स्पष्ट, सबसे सुंदर. फोटो में दिख रही हर चीज एकदम क्लियर. इस तस्वीर को दो एस्ट्रोफोटोग्राफर्स ने लिया है. उन्हें यह इकलौती एक फोटो बनाने में दो साल का समय लग गया. देखिए चांद की सबसे खूबसूरत तस्वीर...
बृहस्पति ग्रह की अब तक ऐसी तस्वीर नहीं ली गई थी. जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप द्वारा ली गई इस तस्वीर को देख कर ज्यूपिटर को सौर मंडल का राजा कहा जा सकता है. इस तस्वीर में जितनी बारीक चीजें दिखाई पड़ी हैं, वो अब तक किसी भी स्पेसक्राफ्ट या टेलिस्कोप से नहीं दिखी थीं.
James Webb Space Telescope ने अंतरिक्ष में एक इतने खूबसूरत आकाशगंगा की तस्वीर ली है, जो पहिए के आकार का है. हैरानी इस बात की है कि इस गैलेक्सी के हर हिस्से की बारीक जानकारी मिल रही है. इस गैलेक्सी के अंदर एक तारे का निर्माण हो रहा है. जबकि, हबल से ली गई इसी गैलेक्सी की तस्वीर बेहद धुंधली थी.
James Webb Space Telescope ने दो नई गैलेक्सियों की खोज की है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि ये अब तक कि सबसे पुरानी और सबसे दूरस्थ गैलेक्सी हो सकती हैं.
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कॉप (James Webb Space Telescope) अपनी पहली तस्वीरें साझा करने के बाद, अगले प्रोजेक्ट की तरफ रुख करने वाला है. यह टेलिस्कोप बृहस्पति (Jupiter) ग्रह का अध्ययन करेगा और इस ग्रह से जुड़े सवालों के जवाब खोजेगा.
सोवियत संघ को नीचा दिखाने के लिए अमेरिका ने 60 साल पहले अंतरिक्ष में परमाणु बम फोड़ा था. यह विस्फोट धरती से 400 KM ऊपर किया गया था. इससे जो नुकसान हुआ वो आज भी जानकर लोग सहम जाते हैं...
NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JSWT) ने अंतरिक्ष में ऐसी नर्सरी खोजी है, जहां पर तारों का निर्माण हो रहा है. साथ ही यहां पर अंतरिक्ष के पहाड़ और घाटियां भी दिख रही हैं. ये सभी के सभी कैरीना नेबुला में देखे गए हैं. यह तस्वीर इतनी स्पष्ट पहली बार सामने आई हैं.