झाकरखंड (Jharkhand) राज्य की राजधानी रांची (Ranchi) से लगभग 225 किलोमीटर दूर जामताड़ा (Jamtara) से एक साइबर गैंग (Cyber Gang) चलाया जा रहा है. यह ग्रुप जामताड़ा गैंग (Jamtara Gang) के नाम जाना जाता है. इस गैंग से जुड़े लोग आम लोगों के यूजरनेम, पासवर्ड और ओटीपी (Scamers Gang OTP) लेकर उनके बैंक खाते से पैसे निकल लेते हैं. लोगों तक पहुंचने के लिए यह गैंग कई तरह के जाल का इस्तेमाल करते हैं. मोबाइल पर कई तरह के मैसेज आते है जो आपको ओटीपी शेयर करने को कहते हैं. एक बार ओटीपी शेयर करते ही बैंक खाते पलक झपकते ही खाली कर देते हैं (Jamtara Gang Jhanrkhand).
जामताड़ा जिले में लगभग आठ लाख लोग रहते हैं, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण हैं. लेकिन ये कॉल स्कैमर्स (Jamtara Gang Call Scammers) जिले के जंगलों से काम करते हैं. इस साइबर गैंग में युवा शामिल है, जो पेैसा ठगने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाती हैं. ये गिरोह मनोविज्ञान रूप काम से अपने शिकार को फंसाते है, ताकि शिकार को सोचने समझने का समय न मिले और आसानी से ओटीपी शेयर हो जाए (Jamtara Gang Ranchi).
जामताड़ा के जंगलों से यह गिरोह बड़े पैमाने पर हैकिंग (Jamtara Gang Hacking) घोटालों को अंजाम देते हैं.
देशभर में साइबर अपराधों के लिए बदनाम जामताड़ा अब जिले के लोगों के लिए असुरक्षित बनता जा रहा है. इसी खतरे को देखते हुए यहां प्रशासन ने साइबर सुरक्षा को लेकर एक पहल की, जिसमें विशेषज्ञों ने लोगों को ठगी से बचने के महत्वपूर्ण टिप्स दिए. इस कार्यक्रम में जामताड़ा के अफसरों के साथ साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट मौजूद रहे.
झारखंड के जामताड़ा में साइबर टीम लगातार अभियान चला रही है. यहां आए दिन गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में करमाटोंड थाना क्षेत्र में छापेमारी कर पुलिस ने साइबर ठगी में लिप्त 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास 16 मोबाइल और 19 सिम बरामद हुई हैं.
जामताड़ा में साइबर अपराधियों को अगवा कर उनसे फिरौती वसूलने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने छापेमारी कर चार अपराधियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से पिस्तौल व कारतूस बरामद किए. एसपी ने इसे बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि जिले में अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
मुंबई की एक महिला से 12 लाख 77 हजार रुपये ठगने के मामले में जामताड़ा पुलिस ने दो साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी शहाबुद्दीन अंसारी ने अपने साथी विवेक कुमार सिंह के साथ मिलकर क्रेडिट कार्ड बंद होने का झांसा देकर महिला को ठगा था. पुलिस ने इनके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और कैश बरामद किया है.
देशभर में ऑनलाइन ठगी (online fraud) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसी को लेकर राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने बीते साल 2023 में 80 हजार सिम और मोबाइल नंबर बंद कराए थे. वहीं इस साल बीते दो महीने में 10 हजार से ज्यादा मोबाइल सिम और फोन के आईएमईआई नंबर ब्लॉक किए गए हैं.
जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के आसनबेड़िया पंचायत के पथराबाद गांव में शनिवार सुबह एक अज्ञात का शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई. क्षत-विक्षत हालत में मिले शव की आंखे निकाल ली गईं थीं. हालांकि, पुलिस का मानना है कि शव की आंखें जानवरों ने नोंची हैं. मृतक युवक की शिनाख्त करने की पुलिस कोशिश कर रही है.
दिल्ली से सटे मेवात के इन गांवों से देशभर में लगातार साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था. हाल ही में केंद्र सरकार ने 9 राज्यों में जिन 32 साइबर क्राइम के हॉटस्पॉट बताए थे, उनमें मेवात, भिवानी, नूह, पलवल, मनोटा, हसनपुर, हथन गांव शामिल थे. लगातार मिल रहीं साइबर घटनाओं की शिकायतों के बाद हरियाणा पुलिस ने ये कार्रवाई की.
दिल्ली पुलिस ने बैंकों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों के कस्टमर केयर अधिकारी बनकर हजारों लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में झारखंड और बंगाल से छह लोगों को अरेस्ट किया है. इसके अलावा पुलिस ने उनके पास से अब तक 20 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं. अब यह रकम पीड़ितों को रिफंड की जा रही है.
Jamtara News: महाराष्ट्र पुलिस की पकड़ में आए झारखंड के जालसाज गूगल पर कूरियर कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर अलग-अलग राज्यों में आम लोगों को ठग रहे थे. पुलिस ने सत्तार अंसारी, रियाज अंसारी और नजीर अंसारी नाम के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.