जौनपुर
जौनपुर (Jaunpur) भारतीय गणराज्य के प्रांत उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का एक जिला और शहर है और इस जिले का मुख्यालय यहीं है. यह वाराणसी मंडल का एक हिस्सा है. इस जिले का क्षेत्रफल 4,038 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area).
जौनपुर जिले में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Lok Sabha Constituency) और पांच विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र इस जिले में आते हैं (Jaunpu Assembly Cnstituency).
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक जौनपुर की जनसंख्या (Population) लगभग 45 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 1,113 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 1024 है. जौनपुर की 71.55 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 83.80 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 59.81 फीसदी है (Jaunpur literacy).
इतिहास के मुताबिक 14वीं शताब्दी में फिरोज शाह तुगलक ने अपने चचेरे भाई मुहम्मद बिन तुगलक की याद में, जिसका वास्तविक नाम जौना खां था, इस जगह की स्थापना की थी, इसी कारण इस शहर का नाम जौनपुर रखा गया. यह शहर मुस्लिम संस्कृति और शिक्षा के केन्द्र के रूप में भी जाना जाता है. यहां की अनेक खूबसूरत इमारतें अपने अतीत की प्रतीत हैं (History).
जौनपुर का प्रमुख नदियां गोमती और सई हैं. इसके अलावा, वरुण, पिली और मयुर जैसी छोटी नदियां बहती हैं. वर्तमान में यह शहर चमेली के तेल, तम्बाकू की पत्तियों, इमरती और स्वीटमीट के लिए लिए प्रसिद्ध है (Crops).
यहां दार्शनिक स्थलों में शाही किला और शाही पुल आकर्षण का केन्द्र है. इस जिले में भोजपुर, हिन्दी और अवधी भाषा बोली जाती है (Language).
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक बीएससी छात्रा ने सुसाइड कर लिया. जानकारी के अनुसार छात्रा ने यह कदम मंगेतर से बात करने के बाद उठाया. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
जौनपुर में एक महोत्सव के दौरान हुए सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े का मामला सामने आ रहा है. दरअसल, आरोप है कि सामूहिक विवाह के कार्यक्रम को संपन्न करने के लिए भाई बहन को शादी के लिए बैठाया गया था . अब मामले का भंडाफोड़ हुआ है तो जांच हो रही है.
यूपी के जौनपुर में हत्या की सनसनीखेज वारदात हुई है. एक शख्स ने होली की खरीदारी करने के बाद घर जाकर तकिये से पत्नी की हत्या कर दी. इसके बाद उसने खुद ही थाने पहुंचकर सरेंडर भी कर दिया. मृतक महिला की मां ने आरोप लगाया कि आलोक शादी के बाद से ही उनकी बेटी अल्का के साथ मारपीट करता था और उसे प्रताड़ित करता था.
जौनपुर जिले में एक बारात में उस समय हड़कंप मच गया जब बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने दूल्हे के पिता से लाखों रुपये की लूट की घटना को अंजाम दे दिया. बारात में दूल्हे के पिता पैसों से भरा बैग लेकर डीजे के पीछे-पीछे चल रहे थे.
जौनपुर जिले में समाजवादी पार्टी के बूथ अध्यक्ष की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. सोमवार की देर रात धारदार हथियार से गला रेतकर बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया.
सूटकेस में लड़की का शव मिलने के बाद जब जौनपुर पुलिस ने बैकग्राउंड स्टोरी को खंगालना शुरू किया तो पता चला की मृतका की शादी पहले टूट चुकी है. लड़की का संबंध उसी के गांव के एक लड़के से था. वारदात वाले दिन दोनों किराये के कमरे में ठहरे हुए थे.
यूपी के जौनपुर में उस वक्त सनसनी मच गई जब नाली में पड़े सूटकेस में एक महिला की लाश मिली. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सूटकेस को बाहर निकाला और खोलकर देखा तो उसमें करीब 35 साल की महिला का शव पड़ा था. शव की स्थिति को देखकर लग रहा था कि उसकी मौत को कई दिन हो चुके हैं. पुलिस हत्या की जांच में जुट गई है.
Jaunpur News: लड़का -लड़की के दो अलग समुदाय से होने के कारण दीवानी परिसर में जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के बाद किसी तरह युवक और उसके परिजन अपनी जान बचाकर भाग पाए.
Jaunpur News: लड़का -लड़की के दो अलग समुदाय से होने के कारण दीवानी परिसर में जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के बाद किसी तरह युवक और उसके परिजन अपनी जान बचाकर भाग पाए.
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां सई नदी में नहाने गए दो दोस्तों की डूबने से मौत हो गई. दोनों 12वीं के छात्र थे और नदी में मस्ती के दौरान एक दूसरे को बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवा बैठे. घटना के बाद गांव में मातम पसर गया. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जौनपुर में दो अलग-अलग सड़क हादसों में आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई. पहला हादसा गुरुवार सुबह हुआ, जब हाइवे किनारे खड़ी डबल डेकर बस में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी. इसमें चार लोगों की मौत हो गई. वहीं, दूसरे हादसे में टाटा सूमो गाड़ी में पीछे से एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई.
Mahakumbh Stampede A touching case study: ननद जगवंती देवी ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो हमारी भाभी ने कहा- मेरी बच्ची को बचा लो. किसी ने मेरी 7 साल की भतीजी को बाहर की तरफ फेंक दिया और हमारी भतीजी बांस की बैरिकेडिंग पकड़कर काफी देर तक लटकी रही. तब जाकर इसकी जान बच पाई. लेकिन हमारी भाभी और हमारी मां नहीं बच पाई.
अपने आखिरी वीडियो में जौनपुर के मनोज सोनी कहते हैं- 'मां एक भाई का हक छीनकर दूसरे भाई को देना चाहती है. लो, मैं धन, दौलत के साथ अपनी जान भी तुम्हें दे देता हूं.' इस वीडियो में मनोज अपनी पत्नी को संबोधित करते हुए आगे कहते हैं कि अब मैं जा रहा हूं, मुझे माफ करना, अपना और बच्चों का ख्याल रखना.
हिंदू पक्ष का कहना है कि कब्रिस्तान में मिला शिवलिंग लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुराना है. वहीं, मुस्लिम पक्ष इसे 15-20 वर्ष पुराना बताते हुए कभी कभार पूजा पाठ की बात कह रहा है. फिलहाल, शांति-व्यवस्था के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से छपरा जा रही छठ स्पेशल वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) अचानक जौनपुर में रुक गई और सायरन बजने लगा. सूचना मिलते ही रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और ट्रेन में आई तकनीकी खराबी को ठीक किया. इसके बाद ट्रेन को छपरा के लिए रवाना किया गया.
अतुल सुभाष सुसाइड केस में पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के साथ सास और साले को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, अतुल का बेटा कहां है, इस बारे में कोई खबर सामने नहीं आई है. ऐसे में अतुल के परिवार ने उसको लेकर चिंता जताई है.
Atul Subhash Suicide Case Study: अतुल के पिता पवन मोदी ने बताया कि निकिता और उनके बेटे के वैवाहिक विवाद को 2021 में सुलझाने की कोशिश हुई थी, लेकिन सहमति के बावजूद निकिता और उसकी मां ने समझौते को गंभीरता से नहीं लिया. निकिता ने तलाक के बदले 20 लाख की मांग की थी, जिसकी लिस्ट आज भी उनके पास है.
AI इंजीनियर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में आरोपी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास, साले और चाचा ससुर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में चारों की अग्रिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की गई है जिसपर बुधवार को सुनवाई हो सकती है.
बेंगलुरू में काम कर रहे 34 साल के AI इंजीनियर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या (Atul Subhash Suicide Case) ने देश को हिला कर रखा दिया है. मालूम हुई कि अतुल सुभाष पर पत्नी निकिता सिंघानिया की तरफ से जौनपुर अदालत में कुल पांच मुकदमे दायर किए गए थे जिसमें से उन्होंने 2 मुकदमे वापस ले लिए थे.
अतुल के फाइनल 32 टास्क थे. इन टास्क को अतुल ने तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटा था. पहले हिस्से का नाम उसने 'बिफोर लास्ट डे' यानि आखिरी दिन से पहले रखा था. दूसरे हिस्से का नाम 'लास्ट डे' रखा था. जबकि तीसरे हिस्से का नाम 'एग्जिक्यूट लास्ट मूमेंट' यानि आखिरी पल वाले काम रखा था.
Atul Subhash सुसाइड केस में जौनपुर पहुंची बेंगलुरु पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में निकिता सिंघानिया की तरफ से दर्ज कराए गए सभी केसों की स्टेटस रिपोर्ट ली. पता चला कि निकिता ने हाई कोर्ट में भी एक याचिका डाल रखी थी. आइए जानते हैं सभी केसों के बारे में...