जयंती चौहान (Jayanti Chauhan) उद्योगपति रमेश चौहान (Ramesh Chauhan) की इकलौती बेटी हैं. रमेश चौहान पैकेज्ड पानी के कारोबार बिसलेरी इंटरनेशनल (Bisleri) के मालिक है. उन्होंने अपना अधिकांश बचपन दिल्ली, मुंबई और न्यूयॉर्क शहर में बिताया.
हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह लॉस एंजिल्स में फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग (FIDM) में शामिल हो गईं. वहां उसने उत्पाद विकास का अध्ययन किया जिसके बाद वह iStituto Marangoni Milano में फैशन स्टाइलिंग में शामिल हो गईं. जयंती ने बाद में लंदन कॉलेज ऑफ फैशन में प्रवेश लिया जहां उन्होंने फैशन स्टाइलिंग और फोटोग्राफी का अध्ययन किया (Jayanti Chauhan Education).
रमेश चौहान ने साल 2022 में घोषणा की कि वह अपने पैकेज्ड पानी के कारोबार बिसलेरी इंटरनेशनल के लिए एक खरीदार की तलाश कर रहे हैं, क्योंकि उनकी बेटी जयंती चौहान कंपनी का नेतृत्व करने में दिलचस्पी नहीं रखती हैं (Bisleri International).
लेकिन कंपनी बिसलेरी फिलहाल नहीं बिक रही है. रमेश चौहान की बेटी जयंती चौहान कंपनी के कारोबार को संभालेंगी. जयंती फिलहाल कंपनी की वाइस चेयरपर्सन हैं (Jayanti Chauhan Vice Chairperson of Bisleri).
टाटा कंज्यूमर ने करीब दो साल पहले बिसलेरी के साथ बातचीत शुरू की थी, लेकिन कंपनी ने बातचीत बंद करने का फैसला किया. जयंती कई साल से बिसलेरी के कारोबार से जुड़ी हुई हैं. बिसलेरी के पोर्टफोलियो का ब्रॉन्ड वेदिका पर जयंती का चौहान का खास फोकस रहा है. 2011 से जयंती बिसलेरी के मुंबई कार्यालय प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाल रही हैं.
रमेश चौहान ने 2022 में अपनी कंपनी Bisleri को उत्ताधिकारी की कमी के चलते ही Tata Group के हाथों में देने के लिए डील की थी. उस समय जयंती चौहान की कंपनी के बिजनेस में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन ऐन मौके पर डील टूट गई और Jayanti Chauhan ने इसकी बागडोर संभाली. .
एंजेलो जॉर्ज (Angelo George) बिसलेरी इंटरनेशनल के सीईओ हैं. एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फार्मास्युटिकल सेक्टर की बड़ी कंपनियों में करीब तीन दशक काम करने का अनुभव रखने वाले एंजेलो साल 2019 में बिसलेरी के साथ जुड़े थे.
बेटी Jayanti Chauhan की कारोबार संभालने की इच्छा न होने के चलते अब रमेश चौहान ने सीईओ एंजेलो जॉर्ज (Angelo George) को कंपनी के प्रबंधन का प्रभार सौंप दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम पूर्व नियोजित (Pre-Planned) नहीं था, यानी ये फैसला अचानक से लेना पड़ा है.
बेटी मान गई... पिता रमेश चौहान का छलका था दर्द- कौन चलाएगा कंपनी? अब जयंती के हाथ Bisleri की कमान!