कोविड-19 का एक और नया वैरिएंट दुनियाभर में फैल रहा है. ओमिक्रॉन के इस सबसे खतरनाक सब-वैरिएंट का नाम जेएन.1 (JN.1) है. भारत में भी कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में एक्टिव मामलों की संख्या 2311 से बढ़कर 2669 हो गई है.
बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्क्रीनिंग और निगरानी करने की एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सभी राज्यों से स्क्रीनिंग बढ़ाने, RT-PCR टेस्ट को बढ़ाने और जीनोम अनुक्रमण के लिए पॉजिटिव नमूने इकट्ठे करने को कहा गया है. यह वैरिएंट अन्य देशों में भी तेजी से फैल रहा है, इसलिए WHO ने इसके तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए, JN.1 को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' (VOI) के रूप में वर्गीकृत किया है. WHO का कहना है कि JN.1 सब-वैरिएंट के कारण कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है.
कोविड-19 एक बार फिर से डराने लगा है. देशभर में कोरोना के मामलों में लगातार उछाल दिख रहा है. पिछले 24 घंटे में कोविड के 774 नए केस सामने आए हैं. जबकि कोविड के चलते 24 घंटे में दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. देश में एक्टिव केसों की संख्या 4,187 तक पहुंच गई है.
भारत में कोरोना वायरस फिर से पैर पसार रहा है और मामलों में इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 761 नए मामले दर्ज किए गए. साथ ही कोविड-19 से 12 मरीजों की मौत हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि नए मामले सामने आने से देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,423 हो गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में बीते चौबीस घंटे के दौरान देश में कोरोना वायरस के 841 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो सात महीनों में सबसे अधिक है. अब सक्रिय मामले पिछले दिन के 3,997 से बढ़कर 4,309 हो गए हैं.
Corona Cases Update: भारत में कोविड-19 के सब-वैरिएंट जेएन.1 (JN.1) की कुल मामलों की संख्या 178 हो गई है. इनमें गोवा में सबसे ज्यादा 47 मामले पाए गए हैं. नए साल के करीब आने के साथ, विशेषज्ञों ने गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और फेस मास्क पहनने की सलाह दी है.
Covid in India Highlights: भारत में कई आंकड़ों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. जेएन.1 सब-वैरिएंट तेजी से फैल रहा है जिसके कारण लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. जेएन.1 के लक्षण क्या हैं और इसे कैसे पहचान सकते हैं, इसके बारे में AIIMS का क्या कहना है, इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.
देश में COVID-19 और नए सब वैरिएंट जेएन.1 के मामले सामने आने के बाद से केंद्र सरकार ने सावधानी बरतने की सलाह दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि एक्टिव मामलों की संख्या 4,097 हो गई है. इसके बढ़ने की वजह जेएन.1 सब-वैरिएंट और BA.2.86 है.
कोरोना का यह नया वैरिएंट JN.1 देश के कई शहरों में पैर पसार रहा है. केरल में सबसे अधिक 78 और गुजरात में 34 मामले सामने आए हैं. इसके बाद गोवा में 18, कर्नाटक में 8, महाराष्ट्र में 7, राजस्थान में 5, तमिलनाडु में 4, तेलंगाना में 2 और दिल्ली में एक मामला सामने आया है.
Covid-19 JN.1 Sub variant guidelines: जेएन.1 सब-वैरिएंट के मामले बढ़ने के कारण न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए कुछ गाइडलाइन को फॉलो करना होगा ताकि इस वायरस के जोखिम को कम किया जा सके. तो आइए जान लेते हैं क्या है ये जरूरी गाइडलाइन.
COVID-19 New Jn.1 Variant: कोरोना का नया वैरिएंट 41 देशों में फैलने के बाद भारत में भी दस्तक दे चुका है. नए वैरिएंट का नाम जेएन.1 है जो ओमिक्रॉन से सब-वैरिएंट BA.2.86 से बना है. यह सब-वैरिएंट जेएन.1 की शुरुआत कैसे हुई, कितना खतरनाक है और इसके लक्षण क्या हैं, इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने न्यूज एजेंसी को बताया कि दिल्ली में ओमीक्रॉन के सब-वेरिएंट जेएन.1 का पहला मामला सामने आया है. जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 3 सैंपल्स भेजे गए थे. इनमें से एक जेएन.1 और दो ओमीक्रॉन के केस मिले हैं.
कोविड-19 के सब-वैरिएंट JN.1 के 40 नए केस दर्ज किए गए है. 26 दिसंबर तक देशभर में नए वैरिएंट के केसों की संख्या बढ़कर 109 हो गई थी. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि गुजरात में 36, कर्नाटक में 34 और गोवा में 14
Covid-19 JN.1 India updates: क्रिसमस और नए साल के कारण कोरोना के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 के मामलों में जनवरी के पहले सप्ताह में उछाल दिखाई देगा जो तीन हफ्ते तक दिख सकता है. कोरोना को लेकर एक्सपर्ट की क्या राय है, इस बारे में स्टोरी में जानेंगे.
कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को एक एडवाइजरी जारी की. इसके मुताबिक, 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों, अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं से बाहर जाने पर फेस मास्क पहनने की अपील की गई. क्योंकि, बेंगलुरु में कोरोना के नए सब वैरिएंट के 20 मरीज मिले हैं. देखें वीडियो.
Covid in India Highlights: भारत में कई आंकड़ों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,054 हो गई है. जेएन.1 नए सब-वैरिएंट ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. इसके लक्षण क्या हैं और इसे कैसे पहचान सकते हैं, इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.
यूनाइटेड किंगडम के स्वास्थ्य अधिकारियों ने नए डेटा के आधार पर कहा कि कोविड-19 के नए वैरिएंट के अलावा इंफ्लूएंजा के मामले भी सामने आ रहे हैं. मरीजों द्वारा बताए गए लक्षणों में बहती नाक, खांसी, सिरदर्द, कमजोरी या थकान, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नींद न आने की समस्या, एंग्जाइटी जैसी परेशानियां शामिल हैं.
पंजाब के अमृतसर में कोरोना का पहला केस सामने आने के बाद JN.1 वैरिएंट को लेकर भगवंत मान सरकार अलर्ट हो चुकी है. अमृतसर से पटियाला, पठानकोट तक कोविड गाइडलाइंस जारी कर दी गई है. साथ ही लोगों से मास्क और भीड़ भाड़ वाली जगह पर ना जाने की अपील की गई है. देखें पंजाब आजतक.
Covid sub-variant JN.1: 41 देशों में फैल चुका कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट का नया सब-वैरिएंट जेएन.1 भारत में भी दस्तक दे चुका है. देश में लगातार केस बढ़ रहे हैं. नए सब-वैरिएंट से सुरक्षा के लिए क्या वैक्सीन की बूस्टर डोज लेनी होगी? या पहली ली हुई खुराक ही काफी है? इस पर एक्सपर्ट की राय जानिए.
देश में रविवार तक कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के 63 मामले सामने आ चुके हैं. इस वैरिएंट के सबसे अधिक मामले गोवा से सामने आए हैं. इसके अलावा कोरोना के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 4 हजार के पार पहुंच गई है.
एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, 'हमें एक ऐसी वैक्सीन की जरूरत है, जो वायरस के किसी भी वैरिएंट पर काम कर सके और सुरक्षा दे पाए. अब वर्तमान में लोगों की इम्यूनिटी कैसी है, जो उन्हें पिछली वैक्सीन के आधार पर मिली है. यह जानने के लिए हमें और ज्यादा डेटा की जरूरत है.
महाराष्ट्र के ठाणे में स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक ठाणे शहर में 30 नवंबर से लेकर अब तक 20 मरीजों का सैंपल लिया गया, जिसमें से JN.1 वैरिएंट के 5 मामले सामने आए हैं. अभी ठाणे में कोरोना के 28 एक्टिव केस हैं.
कोविड का नया सब-वैरिएंट जेएन.1 दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. ब्रिटेन, चीन के अलावा भारत में भी इसके बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. W.H.O. ने नए वैरिएंट को 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' की श्रेणी में रखा है. संगठन ने कहा, 'यह इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि हम इसे नए वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत करते हैं.