जो बाइडेन (राजनेता)
जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर (Joseph Robinette Biden Jr), जिन्हें जो बाइडेन (Joe Biden) के नाम से भी जाना जाता है, संयुक्त राज्य अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति (President of America) हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं. वे अमेरिका के अब तक के सबसे उम्रदराज निर्वाचित राष्ट्रपति (POTUS) हैं.
बतौर राष्ट्रपति, जो बाइडेन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का कठिन फैसला लिया.
जो बाउडेन, राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) के साथ (2009-2017) अमेरिका के 47वें उपराष्ट्रपति (Vice President of America) के रूप में भी उनहोंने काम किया है और अमेरिकी सीनेट (1973-2009 के बीच) में डेलावेयर का प्रतिनिधित्व किया है.
जो बाइडेन का जन्म 20 नवंबर 1942 को हुआ था. इनका पालन-पोषण स्क्रैंटन, पेनसिल्वेनिया और न्यू कैसल काउंटी, डेलावेयर (Scranton, Pennsylvania and New Castle County, Delaware) में हुआ था. साल 1965 में, उन्होंने डेलावेयर विश्वविद्यालय (University of Delaware) से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1968 में न्यूयॉर्क के सिरैक्यूज विश्वविद्यालय (Syracuse University New York) से कानून की डिग्री हासिल की. बाइडेन 1972 में, 29 साल की उम्र में सीनेट (Senate) में चुने गए, वह इतिहास में पांचवें सबसे कम उम्र के सीनेटर बने थे. छह बार चुने जाने के बाद, डेलावेयर की सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सीनेटर बनने का रिकॉर्ड उनके नाम है. एक सीनेटर के रूप में उन्होंने विदेशी संबंधों, आपराधिक न्याय और ड्रग नीति पर ध्यान केंद्रित किया.
जो बाइडेन ने 1966 में नीलिया हंटर (Joe Biden Wife) से शादी की जिनसे उनके तीन बच्चे हुए, लेकिन 1972 में एक दुर्घटना में नीलिया और उनकी बेटी नाओमी की मौत हो गई. वर्ष 1977 में, बाइडेन ने एक शिक्षक, जिल जैकब्स से शादी की और बाद में उनसे एक बेटी, एशले ब्लेजर बाइडेन (Joe Biden Daughter) हुई.
बराक ओबामा ने उन्हें 2017 में राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया था.
उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल @JoeBiden है और फेसबुक पेज का नाम Joe Biden है. साथ ही इंस्टाग्राम पर भी वह joebiden यूजरनेम से एक्टिव हैं.
What is Autopen: अमेरिका में ऑटोपेन को लेकर काफी बवाल हो रहा है. तो जानते हैं कि आखिर ये क्या है और किस तरह काम करता है. साथ ही जानते हैं ये इंटरनेशनल मुद्दा कैसे बना हुआ है.
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन एक्शन मोड में है. अमेरिका ने क्यूबा, हैती, निकारागुआ और वेनेज़ुएला के 530,000 लोगों के अस्थायी कानूनी दर्जे को रद्द करने का फैसला लिया है. 24 अप्रैल से ये आदेश लागू हो जाएगा. ट्रंप का यह फैसला जो बाडेन द्वारा शुरू किए गए पैरोल प्रोग्राम को पलट देगा, जिससे कई लोगों को निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन के फैसले के तहत अब बाइडेन कार्यकाल के इन अधिकारियों को किसी भी गोपनीय या संवेदनशील सरकारी जानकारी तक पहुंच नहीं दी जाएगी. इस फैसले की पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (DNI) तुलसी गबार्ड ने की. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर की गई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद में दिए अपने वक्तव्य में भारत पर निशाना साधा और कहा कि भारत अमेरिका पर 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगा रहा है, जो अनुचित है. इसके जवाब में ट्रंप ने चेतावनी दी कि वो भी 2 अप्रैल से अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ के बराबर टैरिफ लगाएंगे. ट्रंप ने जो बाइडन को अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति बताया.
अमेरिका की सत्ता पर काबिज होते ही ट्रंप सरकार लगातार एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले ले रही है. ट्रंप द्वारा खर्चे में कटौती करने के लिए बनाए गए मंत्रालय ने कहा था कि वो USAID के तहत दुनिया के देशों को दिए जाने वाले 723 मिलियन डॉलर की रकम को खत्म कर रहा है.
साल 2001 से 2024 के बीच, USAID ने भारत को कुल 2.9 बिलियन डॉलर दिए हैं. यह सालाना औसतन 119 मिलियन डॉलर है. इस राशि का 1.3 बिलियन डॉलर या 44.4 फीसदी बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA सरकार (2014-2024) के दौरान दिया गया था. कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार (2004-2013) के दौरान, भारत को 1.2 बिलियन डॉलर या 41.3 प्रतिशत अनुदान मिला.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जो बाइडेन प्रशासन भारत में किसी और की सरकार बनवाना चाहता था. ट्रम्प ने मियामी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बाइडेन सरकार ने भारतीय चुनाव में 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग दी. उन्होंने इस फंडिंग को लेकर सवाल उठाए और कहा कि यह भारतीय सरकार को बताना चाहिए. ट्रम्प ने इस मामले को रूस द्वारा अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप के साथ तुलना की.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को दो करोड़ डॉलर की अमेरिकी फंडिंग रोकने के DOGE के फैसले का बचाव करते हुए कहा था कि हम भारत को दो करोड़ डॉलर क्यों दे रहे हैं? उनके पास बहुत पैसा है. वे दुनिया में सबसे अधिक टैक्स वसूलने वाले देशों में हैं. उनके टैरिफ भी बहुत अधिक हैं. मैं भारत और उनके प्रधानमंत्री का बहुत सम्मान करता हूं लेकिन वोटर टर्नआउट के लिए दो करोड़ डॉलर क्यों देना?
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
यूक्रेन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रवैया जो बाइडेन की पिछली सरकार से बिल्कुल अलग है. बाइडेन प्रशासन बिना शर्त रूस के खिलाफ यूक्रेन की मदद कर रहा था लेकिन ट्रंप ने साफ कह दिया है कि अमेरिका यूक्रेन की मदद तभी करेगा जब वो उसे आर्थिक मदद के बराबर रेयर अर्थ एलिमेंट्स उपलब्ध कराएगा.
अमेरिका के नए प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को लेकर बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने बाइडेन की खुफिया ब्रीफिंग को रोक दिया है. ट्रंप ने अपने 'X' अकाउंट पर इस फैसले की जानकारी देते हुए इसके पीछे का कारण भी बताया. देखें यूएस टॉप-10.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को बड़ा झटका दिया है. ट्रंप ने एक बेहद अहम फैसले में उनकी सिक्योरिटी क्लीयरेंस रद्द कर दी है. साथ ही गोपनीय सूचनाओं तक उनकी पहुंच पर भी रोक लगा दी है.
व्हाइट हाउस में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने हेलिकॉप्टर पायलट की आलोचना की और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि दुर्घटना कैसे हुई लेकिन इसके बारे में हमारे विचार बहुत पुख्ता हैं फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) में हुई डाइवर्सिटी हायरिंग की वजह से सेफ्टी मानक कमजोर हुए हैं.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि एलॉन मस्क की अगुवाई में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी (DOGE) और ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (OMB) को रिकॉर्ड्स खंगालने पर पता चला कि बाइडेन प्रशासन ने गाजा में कंडोम बांटने के लिए इतनी बड़ी धनराशि को मंजूरी दी थी.
डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच वैचारिक मतभेदों के बावजूद, एक परेशान करने वाली समानता नजर आती है. दोनों नेताओं ने क्षमा शक्ति का उपयोग ऐसे तरीकों से किया है, जो स्वार्थी और राजनीति से प्रेरित नजर आते हैं.
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से आधे घंटे पहले जो बाइडेन ने अपने सारे रिश्तेदारों को पिछले 11 सालों में किए गए अपराधों के लिए दोषमुक्त करार देकर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने का काम किया है.
साल 1989 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने अपने दो कार्यकाल के बाद व्हाइट हाउस छोड़ते वक्त, यह परंपरा शुरू की थी. उन्होंने अपने उत्तराधिकारी जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश के लिए एक नोट छोड़ा था.
बुलेट प्रूफ दीवार, ऑटोमेटिक राइफल, सीक्रेंट चैंबर, White House की सिक्योरिटी जानकर दंग रह जाएंगे
डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेने के बाद ओवल ऑफिस पहुंचे. उन्होंने यहां कई कार्यकारी आदेशों पर साइन किए. इस दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में बाइडेन सरकार के 78 फैसलों को रद्द कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के बाहर होने का ऐलान किया.
डोनाल्ड ट्रंप की शपथ से पहले बाइडेन का बड़ा फैसला, डॉक्टर फाउची समेत इन लोगों को दी 'माफी'.
अब से कुछ घंटे बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण से पहले साफ कर दिया है वह राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करते ही 100 महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन करेंगे. हालांकि, उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि वह बॉर्डर को मजबूत करेंगे. जैसा की उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में किया था.