प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त तीन देशों के दौरे पर है. पीएम मोदी कुल चार दिनों में तीन देशों की यात्रा कर रहे है. वह जॉर्डन और इथियोपिया के बाद आज ओमान पहुंच गए हैं.
जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह पैगंबर मोहम्मद साहब की 41वीं पीढ़ी से ताल्लुक रखते हैं जबकि क्राउन प्रिंस हुसैन बिन अब्दुल्ला उनकी 42वीं पीढ़ी के सीधे वंशज हैं. जॉर्डन का शाही परिवार आधुनिक सोच और पश्चिमी जीवनशैली को अपनाता है. महारानी रानिया और राजकुमारी रज़वा अक्सर पश्चिमी कपड़ों में दिखती हैं और हिजाब-बुर्के से दूरी बनाए रखती हैं.
प्रधानमंत्री मोदी की जॉर्डन से आई तस्वीरों को देखकर कार वाली कूटनीति की जमकर चर्चा हो रही है. जॉर्डन के क्राउन प्रिंस हुसैन बिन अब्दुल्ला ने खुद गाड़ी चलाई और पीएम मोदी उनके साथ वाली सीट पर बैठे हुए थे. इससे पहले पीएम मोदी दिल्ली में रशिया के राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक ही कार में बैठकर आए थे. अमेरिका और इजरायल में भी उनकी कार वाली डिप्लोमेसी देखने को मिली थी. देखें ब्लैक एंड व्हाइट.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार डिप्लोमेसी ने एक बार फिर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. जॉर्डन के क्राउन प्रिंस हुसैन बिन अब्दुल्ला ने खुद कार चलाकर प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रीय संग्रहालय तक पहुंचाया. 31 वर्षीय क्राउन प्रिंस और 75 वर्षीय प्रधानमंत्री मोदी एक ही कार में सफर करते हुए नजर आए. इससे पहले भी रूस के राष्ट्रपति पुतिन, अमेरिका के बराक ओबामा और इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मोदी की कार डिप्लोमेसी काफी चर्चा में रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत और जॉर्डन के बीच व्यापारिक संबंधों का महत्व बढ़ रहा है. भारत जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है और यह संबंध केवल नंबर्स की बजाय लंबे समय तक चलने वाले रिश्तों पर आधारित हैं. एक समय था जब गुजरात से पेट्रा के रास्ते यूरोप तक व्यापार होता था. अब हमें इस परंपरा को पुनः जीवित करना और इसे भविष्य की संभावनाओं के लिए मजबूत करना होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों के चार दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरे का पहला पड़ाव जॉर्डन में हुआ, जहां उन्होंने बिजनेस मीट को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारत-जॉर्डन के बीच लंबे समय से चले आ रहे ऐतिहासिक विश्वास और भविष्य के आर्थिक अवसरों पर जोर दिया. पीएम मोदी ने बताया कि सीमाओं और बाजारों की तुलना में दोनों देशों के बीच संबंध खास और भरोसेमंद हैं.
पीएम मोदी जॉर्डन की दो दिवसीय यात्रा पर गए हैं जहां उन्होंने युवराज क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की. युवराज ने पीएम मोदी के लिए खास सम्मान दिखाते हुए खुद उन्हें कार ड्राइव कर जॉर्डन संग्रहालय तक पहुंचाया. यह यात्रा किंग अब्दुल्ला द्वितीय के निमंत्रण पर हुई है. युवराज अल हुसैन पैगंबर मोहम्मद के 42वीं पीढ़ी के वंशज भी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जॉर्डन दौरे के दौरान एक खास क्षण तब सामने आया जब क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला II स्वयं गाड़ी चलाकर पीएम मोदी को जॉर्डन म्यूज़ियम ले जाकर देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के महत्व को दर्शाया. मोदी ने अपने संदेश में क्राउन प्रिंस के प्रति आभार व्यक्त किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय के साथ अम्मान में भारत-जॉर्डन बिजनेस फोरम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अगले पांच सालों में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 5 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का प्रस्ताव रखा. दोनों नेताओं ने व्यापार और कनेक्टिविटी बढ़ाने पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जॉर्डन दौरे के दौरान एक खास पल देखने को मिला, जब क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय खुद गाड़ी चलाकर उन्हें जॉर्डन म्यूजियम ले गए. इस यात्रा में ऊर्जा, डिजिटल तकनीक और जल प्रबंधन सहित कई क्षेत्रों में अहम समझौते हुए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला II ने अम्मान में आतंकवाद विरोधी सहयोग, गाजा संकट और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. दोनों देशों ने ऊर्जा, जल, संस्कृति, डिजिटल और पर्यटन सहित पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए और व्यापार बढ़ाने पर सहमति जताई.
प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की यात्रा पर हैं. सबसे पहले वह जॉर्डन पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. 37 साल बाद हो रहे इस पूर्ण द्विपक्षीय दौरे को भारत-जॉर्डन रिश्तों के लिए अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन के प्रधानमंत्री और किंग अब्दुल्ला से मुलाकात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 दिसंबर से जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान के दौरे पर जा रहे हैं. दौरे की शुरुआत जॉर्डन से होगी, जहां पीएम मोदी की अहम द्विपक्षीय बातचीत तय है. इतिहास, रोमांच और सुकून से भरे इस देश में ऐसी कई जगहें हैं, जो दुनिया भर के सैलानियों को अपनी ओर खींचती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15–16 दिसंबर को जॉर्डन की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा पर हैं. यह दौरा भारत-जॉर्डन राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रहा है. यात्रा में व्यापार, उर्वरक सहयोग और उच्चस्तरीय राजनीतिक वार्ता पर खास जोर रहेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 18 दिसंबर, 2025 तक जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान का दौरा करेंगे, जिसमें उनका उद्देश्य मिडिल ईस्ट और अफ्रीका में भारत की महत्वपूर्ण साझेदारियों को मजबूत करना है. जॉर्डन में वे किंग अब्दुल्ला II से मिलकर 75 साल पुराने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने पर चर्चा करेंगे.
दुनिया में कुछ ऐसे देश हैं, जिनका वीज़ा पाने के लिए आम आदमी को अपनी पूरी ज़िंदगी की कमाई भी शायद पर्याप्त न हो. ये वीज़ा मुख्य रूप से निवेश या "गोल्डन वीज़ा" प्रोग्राम के जरिए मिलते हैं और इनकी कीमत लाखों डॉलर में होती है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप का भाषण दुनियाभर में अमेरिकी धाक और आठ महीनों की सरकार की उपलब्धियों पर केंद्रित होगा.
कतर पर इजरायल के हमले और गाजा पर इजरायल के कब्जे को अमेरिका के समर्थन के बाद मुस्लिम देश एकजुट हो रहे हैं. जॉर्डन, कतर, सऊदी अरब समेत 57 मुस्लिम देशों ने अमेरिका पर भरोसा न होने की बात कहकर अब नेटो जैसा एक नया सैन्य संगठन 'अरब नेटो' खड़ा करने की बात कही है. जिसमें पाकिस्तान ने परमाणु हमले का प्रस्ताव रखा है.
बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल की विस्तारवादी नीति का समर्थन करते हुए कहा कि वो 'ग्रेटर इजरायल' के दृष्टिकोण से बहुत जुड़े हुए हैं. उनके इस बयान पर सऊदी अरब समेत सभी मुस्लिम देश भड़क गए हैं और बयान जारी कर अपनी नाराजगी जता रहे हैं.
भारत ने सोमवार को ईरान से 290 भारतीय नागरिकों और एक श्रीलंकाई नागरिक को निकाला. यह घटना अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर बमबारी के बाद फारस की खाड़ी के देश और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुई है.
मिडिल ईस्ट में अपनी ताकत बढ़ाने के मकसद से ही ईरान परमाणु हथियार हासिल करना चाहता है, जो न सिर्फ इजरायल और अमेरिका बल्कि सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों के लिए चिंता का विषय बन चुका है. इजरायल की तरफ मुस्लिम देश भी नहीं चाहते कि ईरान परमाणु हथियार बनाए, क्योंकि इससे सबसे ज्यादा खतरा उन्हीं देशों को हो सकता है.