कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव (Kalvakuntla Chandrashekar Rao), तेलंगाना के पहले और वर्तमान मुख्यमंत्री हैं (CM Telangana). इन्हें अक्सर केसीआर (KCR) के नाम से संदर्भित किया जाता है. के चंद्रशेखर राव भारतीय राष्ट्र समिति के संस्थापक और नेता हैं. उन्होंने तेलंगाना राज्य बनाने के लिए तेलंगाना आंदोलन का नेतृत्व किया था (K Chandrashekar Rao Leads Telangana Movement). इससे पहले, उन्होंने 2004 से 2006 तक केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री के रूप में कार्य किया है. वह तेलंगाना की विधानसभा में गजवेल निर्वाचन क्षेत्र (Gajwel Constituency) का प्रतिनिधित्व करते हैं. राव ने 2014 में तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और 2018 में दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुने गए.
के चंद्रशेखर राव का जन्म 17 फरवरी 1954 को सिद्दीपेट के पास चिंतामदका गांव में हुआ था (K Chandrashekar Rao Born). उनके पिता राघव राव और मां वेंकटम्मा थीं. राव की 9 बहनें और 1 बड़ा भाई है (K Chandrashekar Rao Family). उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से तेलुगु साहित्य में एमए की डिग्री प्राप्त की है (K Chandrashekar Rao Education).
राव की शादी शोभा से हुई है (K Chandrashekar Rao wife) और उनके दो बच्चे हैं (K Chandrashekar Rao Children). उनके बेटे, के टी रामाराव, सिरसीला से विधायक हैं और आईटी, नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास के लिए कैबिनेट मंत्री हैं. उनकी बेटी कविता, एम.पी. निजामाबाद से और वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य के रूप में कार्यरत हैं. 2015 में, राव ने प्रत्यूषा नाम की एक लड़की को गोद लिया था, जिसे घरेलू हिंसा से बचाया गया था. प्रत्यूषा की शादी हो चुकी है (K Chandrashekar Rao Adopted daughter).
राव ने मेदक जिले में यूथ कांग्रेस पार्टी के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी. 27 अप्रैल 2001 को राव ने टीडीपी पार्टी के डिप्टी स्पीकर के पद से भी इस्तीफा दे दिया. अप्रैल 2001 में, उन्होंने तेलंगाना राज्य का दर्जा हासिल करने के लिए हैदराबाद के जाला द्रुश्याम में तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) पार्टी का गठन किया. 2004 के चुनावों में, राव ने टीआरएस उम्मीदवार के रूप में सिद्दीपेट राज्य विधानसभा क्षेत्र और करीमनगर लोकसभा क्षेत्र भी जीता. टीआरएस ने तेलंगाना राज्य देने के लिए कांग्रेस पार्टी के वादे के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ गठबंधन में 2004 के आम चुनाव लड़े और राव उन पांच टीआरएस उम्मीदवारों में से एक थे जिन्हें सांसद के रूप में वापस लाया गया था. टीआरएस का नाम बदलकर भारतीय राष्ट्र समिति रखा गया है (K Chandrashekar Rao Political Career).
जून 2022 में, केसीआर ने एक राष्ट्रीय पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) बनाने की घोषणा की.
तेलंगाना में सचिवालय की बिल्डिंग का एक हिस्सा ढहकर कार के ऊपर गिर गया. इस घटना में कार को नुकसान पहुंचा है. बताया जा रहा है कि बिल्डिंग की पांचवी मंजिल के इस हिस्से का उद्घाटन तब के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने किया था.
तेलंगाना में रेवंत रेड्डी की सरकार ने तेलंगाना थल्ली की नई मूर्ति लगाई, जिससे BRS और KCR नाराज हो गए. यह कदम कांग्रेस के जरिए तेलंगाना की विरासत को दोबारा परिभाषित करने की कोशिश का हिस्सा है?
अडानी का मुद्दा, जैसे राहुल गांधी दिल्ली में बीजेपी के खिलाफ उठा रहे हैं, ठीक वैसी ही मुहिम कांग्रेस के खिलाफ बीआरएस नेता केटी रामा राव तेलंगाना में चला रहे हैं - और कांग्रेस से एक ही मुद्दे पर डबल स्टैंड अपनाने पर जवाब मांग रहे हैं.
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच भी एक फर्क है. जहां एक तरफ बीजेपी, टीडीपी के साथ दूसरे दर्जे की भूमिका निभाने में खुश थी. वहीं, तेलंगाना में राज्य बीजेपी खुद को 2028 में सत्ता के दावेदार के रूप में देखती है.
लोकसभा चुनाव में मायावती की बसपा से लेकर केसीआर की बीआरएस और नवीन पटनायक की बीजेडी तक, कई ऐसी पार्टियां थी जो एनडीए और इंडिया ब्लॉक से अलग अकेले चुनाव मैदान में उतरीं. राजनीति में मजबूत दखल रखने वाले ये क्षत्रप इस बार खाली हाथ रह गए.
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
पूर्व पुलिस उपायुक्त राधा किशन राव ने एक बड़े फोन टैपिंग घोटाले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. उन्होंने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव पर एक वरिष्ठ बीजेपी नेता को गिरफ्तार कराने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है, जिससे पार्टी को समझौता करने के लिए मजबूर होना पड़ता.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए केसीआर को नोटिस जारी किया है. इसमें केसीआर पर लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर 48 घंटे के लिए प्रचार पर बैन लगा दिया गया है.
पार्टी की ओर से कहा गया है कि बीआरएस अध्यक्ष ने संबंधित संसदीय क्षेत्रों में महत्वपूर्ण नेताओं के साथ परामर्श करने और उम्मीदवारों के नामों पर आम सहमति के बाद यह निर्णय लिया है. बता दें कि तेलंगाना में कुल 17 लोकसभा सीटें हैं.
22 जनवरी को राहुल गांधी असम में ही रहेंगे. भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले कांग्रेस नेता को मालूम है कि अयोध्या समारोह का बहिष्कार करने के लिए वो बीजेपी के निशाने पर होंगे ही, लिहाजा हिमंत बिस्वा सरमा के बहाने पहले से ही बीजेपी नेतृत्व पर धावा बोल दिया है.
के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात करने के बाद एन. चंद्रबाबू नायडू ने मीडिया को संबोधित किया. टीडीपी प्रमुख ने कहा कि वह केसीआर से मिलने गए थे, जिनकी हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है. उन्होंने तेलंगाना के पूर्व सीएम से बात की और उनका हाल जाना.
तेलंगाना के पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर (KCR) गुरुवार रात फिसल कर गिर गए. KCR को हैदराबाद में यशोदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. तेलंगाना में 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे, इनमें केसीआर की पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी सत्ता से बाहर हो गई. कांग्रेस ने तेलंगाना में प्रचंड बहुमत हासिल किया है.
तेलंगाना के अगले सीएम रेवंत रेड्डी के 'डीएनए' वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. भाजपा द्वारा उत्तर-दक्षिण विवाद पर उनकी आलोचना किए जाने पर राजनीति तेज हो गई है. इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर का डीएनए बिहार है और वहां डीएनए की समस्या है." देखें वीडियो.
Assembly Election Result Updates: मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के चुनावू नतीजे अब स्पष्ट हो चुके हैं. इन चारों राज्यों में 3 दिसंबर को मतगणना हुई. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तीनों में बीजेपी ने जीत हासिल की तो वहीं तेलंगाना में कांग्रेस ने जीत हासिल की है.
MP, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनावी नतीजे सामने आ चुके हैं. इन चार राज्यों में से तीन में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा जीती है तो तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत मिला है.
Telangana Assembly Election Result 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 का रिजल्ट आ गया है. राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पार्टी ने 119 सीटों में से 64 सीटें अपने नाम की है और सरकार बनाने के लिए 60 के जादुई आंकड़े को पार कर गई है. राज्य में के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति को 39 सीटें मिली हैं और इस बार राव का सरकार बनाने का हैट्रिक का सपना टूट गया है.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 का रिजल्ट आ गया है. राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पार्टी ने 119 सीटों में से 64 सीटें अपने नाम की है और सरकार बनाने के लिए 60 के जादुई आंकड़े को पार कर गई है. राज्य में के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति को 39 सीटें मिली हैं और इस बार राव का सरकार बनाने का हैट्रिक का सपना टूट गया है.
केसीआर खुद को राष्ट्रीय नेता के तौर स्थापित करना चाहते थे. लेकिन इस विधानसभा चुनाव में केसीआर का ये दांव उल्टा पड़ गया. जहां एक ओर वे अपने घर तेलंगाना में सत्ता गंवा बैठे, दूसरी ओर उनकी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को अपने साथ लाने की कोशिश भी सफल होती नहीं दिख रही है.
2018 के विधानसभा चुनाव में हार के बावदूद बीजेपी ने लोक सभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया था. 2024 के आम चुनाव के हिसाब से देखें तो इस बार मोदी का जादू भी छाया हुआ नजर आ रहा है. लेकिन बीजेपी के लिए ध्यान देने वाली बात ये है कि दक्षिण भारत को लेकर कांग्रेस ने बड़ा अलर्ट भेजा है.
साल 2013 में तेलंगाना का गठन हुआ. इस बार तीसरा विधानसभा चुनाव हुआ. नतीजों में मुख्यमंत्री केसीआर जीत की हैट्रिक लगाने से चूकते दिख रहे हैं. इसकी वजह उनका राष्ट्रीय राजनीति पर फोकस और भ्रष्टाचार को लेकर उनके खिलाफ बना माहौल माना जा रहा है.
देश, दुनिया, राज्य, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन...