काबुल (Kabul) अफगानिस्तान की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है (Capital of Afghanistan). यह अफगानिस्तान के पूर्वी भाग में स्थित है. यह एक नगर पालिका भी है, जो काबुल प्रांत का हिस्सा है. काबुल को 22 जिलों में विभाजित किया गया है (Kabul 22 Districts). 2021 में अनुमान के अनुसार, काबुल की जनसंख्या 46 लाख थी और यह अफगानिस्तान के राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र के रूप में कार्य करता है. काबुल दुनिया का 75वां सबसे बड़ा शहर है (Kabul 75th big City).
काबुल हिंदू कुश पहाड़ों (Hindu Kush mountains) के बीच एक संकरी घाटी में स्थित है साथ ही, काबुल नदी (Kabul River) से घिरा है. इसकी ऊंचाई 1,790 मीटर (5,873 फीट) है, जो इसे दुनिया की सबसे ऊंची राजधानियों में से एक बनाती है.
एशिया में चौराहे पर स्थित है (Asia Crossroad). इसके पश्चिम में इस्तांबुल और पूर्व में हनोई के बीच यह दक्षिण और मध्य एशिया के व्यापार मार्गों के साथ एक रणनीतिक स्थान पर स्थित है. यह प्राचीन सिल्क रोड (Silk Road) का एक प्रमुख स्थान भी है. अतीत में इसकी तुलना टार्टरी, भारत (India) और फारस के बीच एक मिलन स्थल से की गई थी (Geographical Location of Kabul).
इतिहासकारों की माने तो यह शहर 3,500 साल से अधिक पुराना है, जिसका उल्लेख कम से कम अचमेनिद साम्राज्य के समय से हुआ है. अहमद शाह दुर्रानी के पुत्र तैमूर शाह दुर्रानी के शासनकाल के दौरान 1776 में काबुल अफगानिस्तान की राजधानी बना. 19वीं शताब्दी में, अंग्रेजों ने शहर पर कब्जा कर लिया, लेकिन विदेशी संबंध स्थापित करने के बाद, उन्हें अफगानिस्तान से सभी बलों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा था (Kabul History).
काबुल पर 1979 में सोवियत संघ का कब्जा था, जबकि 1990 के दशक में विभिन्न विद्रोही समूहों के बीच गृहयुद्ध ने शहर के अधिकांश हिस्से को तबाह कर दिया था. काबुल पर तालिबान की सेना ने अगस्त 2021 में कब्जा कर लिया गया था (Kabul seized by Taliban's forces).
काबुल अपने ऐतिहासिक उद्यानों, बाजारों और महलों के लिए जाना जाता है. यहां स्थित बाबर के बगीचे और दारुल अमन पैलेस प्रमुख हैं (Kabul Gardens and Palaces).
तालिबान के प्रवासन मंत्री और तालिबान के आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा खलीलुर रहमान हक्कानी काबुल में एक विस्फोट में मारे गए हैं. अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज ने इसकी जानकारी दी है.
तालिबान के प्रवासन मंत्री और तालिबान के आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा खलीलुर रहमान हक्कानी काबुल में एक विस्फोट में मारे गए हैं. अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया टोलो न्यूज ने इसकी जानकारी दी है.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हवाई अड्डे के पास एक वेडिंग हॉल में सामूहिक शादी समारोह आयोजित हुआ. इसमें 50 जोड़ों ने शादी की. शादी का खर्च कम करने के मकसद से अफगानिस्तान में ये नई प्रथा बन गई है. ज्यादातर लोग शादी का खर्च बचाने के लिए ऐसे ही शादी करना चाहते हैं.
राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के बाद तालिबान ने अगस्त 2021 में काबुल पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद अफगानिस्तान से बड़ी संख्या में पलायन शुरू हो गया था. तभी काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला हुआ था. इसमें 13 अमेरिकी सैनिकों और 169 अफगानियों की मौत हो गई थी.
अफगानिस्तान में आतंकी हमलों का खतरा ज्यादा रहता है इसलिए यहां उन्हीं जवानों को तैनात किया जाता है जिनके पास खास तरीके की कमांडो ट्रेनिंग की दक्षता होती है. इन महिला कमांडो को विशेष तरह का प्रशिक्षण दिया गया है जो किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम हैं.
अफगानिस्तान में बुधवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप के झटके सुबह 5:49 बजे (IST) महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र देश में काबुल से 85 किमी. पूर्व में था. भूकंप के कारण किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
अफगानिस्तान के काबुल में जोरदार धमाका हुआ है. इस धमाके में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल बताए जा रहे हैं. इससे पहले भी काबुल में ऐसे ही बड़े धमाके देखने को मिले हैं.
तालिबान सरकार का ये एक्शन ऐसे वक्त पर हुआ, जब हाल ही में यूएन की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड खुरासान ने अफगानिस्तान में भारत-चीन और ईरान के दूतावास पर आतंकी हमले की धमकी दी है. यूएन का दावा है कि ISIL-K के पास 1000-3000 लड़ाके हैं.
अफगानिस्तान के काबुल में सैन्य हवाई अड्डे पर बड़ा धमाका हो गया है. इस घटना में 10 लोगों की मौत हुई है. जबकि 8 लोग जख्मी हुए हैं. मौके पर राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया है. खामा प्रेस ने तालिबान के आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता का हवाला देते हुए घटना के बारे में जानकारी दी है.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मिलिट्री एयरपोर्ट के बाहर एक ब्लास्ट हुआ है. इस विस्फोट में कई लोगों के मारे जाने की खबर है.
बीते दिन ही काबुल में हमला हुआ था. कुछ हमलावर एक होटल में हथियार लेकर दाखिल होते हुए भी देखे गए थे. इस होटल को चाइनीज होटल कहा जाता है क्योंकि यहां वरिष्ठ चीनी अधिकारी अक्सर आते-जाते रहते हैं. इस हमले के बाद तालिबान ने दावा किया कि इस हमले में कोई विदेशी जख्मी नहीं हुआ लेकिन आज चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि 5 चीनी नागरिक घायल हुए थे.
काबुल के जिस होटल में हमला हुआ है, वहां चीन के नागरिक बड़ी संख्या में आते हैं, इस होटल में हमले के वक्त कई लोग फंसे हुए थे. हमलावर गोलियां चला रहे थे और होटल की खिड़कियों से लोग लटके हुए दिख रहे थे. कुछ खिड़कियों से धुएं का गुबार और आग की लपटें निकलती दिख रही थी.
काबुल के 'चाइनीज होटल' पर आतंकी हमला हुआ. इस हमले में तीनों हमलावरों के मारे जाने की खबर है. हमले के बाद के कई वीडियो सामने आए हैं. ऐसे ही एक वीडियो में जान बचाने के लिए चौथी मंजिल की ऊंचाई पर लटका युवक गिरता हुआ दिखाई दे रहा है. बता दें, हमलावरों को मार गिराया गया है.
अफगानिस्तान के काबुल में सोमवार 12 दिसंबर दोपहर एक धमाका हुआ. शहर के स्टार-ए-नौ होटल को हमलावरों ने निशाना बनाया है. इस होटल को चाइनीज होटल कहा जाता है क्योंकि यहां वरिष्ठ चीनी अधिकारी अक्सर आते-जाते रहते हैं. अब तक, हमलावरों की पहचान अज्ञात है, इस पूरे मामले पर देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार दोपहर एक ब्लास्ट हुआ है. काबुल के शहर-ए-नवा इलाके के होटल को हमलावरों ने निशाना बनाया है. स्थानीय लोगों के मुताबिक वहां से गोलीबारी की आवाजें भी सुनी गईं हैं. आशंका जताई जा रही है कि हमलावर कुछ लोगों को होटल के अंदर बंदी बना सकते हैं. इस हमले में 3 लोगों की मौत हुई है और 18 लोग घायल हुए हैं.
काबुल में घातक विस्फोट की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब बुधवार को शहर की एक मस्जिद में जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे अभी तक तीन लोगों के मारे जाने की सूचना मिली है जबकि 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद से ऐसे धमाकों में तेजी आई है.
तालिबान की सरकार आने के बाद भी अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. आतंकियों ने आज काबुल में स्थित रूस के दूतावास को निशाना बनाकर ब्लास्ट किया, जिसमें 2 रूसी राजदूतों सहित 25 लोगों की मौत हो गई. इससे पहले दहशतगर्दों ने अफगानिस्ता में 2 मस्जिदों को निशाना बनाया था.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक आत्मघाती हमले में तालिबानी नेता शेख रहीमुल्ला हक्कानी की मौत हो गई है. ये हमला हक्कानी से संबंधित एक मदरसे पर किया गया. हमलावर नकली टांग में बारूद छिपाकर लाया था और डेटोनेटर की मदद से उसने धमाके को अंजाम दिया.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मस्जिद में विस्फोट होने की खबर है. कुल दो विस्फोट में 8 लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. मरने वालों में ज्यादतर औरतें और बच्चे हैं. इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (IS) ने ली है.
Al Zawahiri Killing: अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में ड्रोन स्ट्राइक कर अल कायदा के आका अल जवाहिरी को ठिकाने लगा दिया है. अमेरिका के इस ऑपरेशन का सऊदी अरब ने स्वागत किया है तो वहीं अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इसे अंतर्राष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन बताया है. अमेरिका के इस अटैक को ओसामा बिन लादेन के खात्मे के बाद अल कायदा के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है.
Ayman Al-Zawahri Killed: अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी को CIA ने ड्रोन हमले में खत्म कर दिया. इसी के साथ आतंक का एक इतिहास खत्म हुआ. जिस ड्रोन से अमेरिका ने अयमान अल-जवाहिरी के अड्डे पर हमला किया है, वो दुनिया का सबसे घातक और चुपचाप हमला करने वाला ड्रोन माना जाता है. उसके निशाने से किसी का बचना बेहद मुश्किल माना जाता है. आइए जानते हैं इस ड्रोन की खासियत...