कालीचरण महाराज, धर्मगुरु
कालीचरण महाराज (Kalicharan Mharaj) एक धर्मगुरु हैं. इनका असली नाम अभिजीत धनंजय सराग (Abhijit Dhananjay Sarag) है. इनका जन्म महाराष्ट्र के अकोला (Akola, Maharashtra) में हुआ था (Birth). इनके पिता धनंजय सराग हैं (Father). कालीचरण की 8वीं तक की पढ़ाई शहर के ही जिला परिषद स्कूल से हुई है. धार्मिक कार्यों में रुचि की वजह से उन्होंने कई धर्मग्रंथों का अध्ययन किया है (Kalicharan Education).
कालीचरण महाराज इंदौर जाकर रहने लगे जहां वो भय्यूजी महाराज के संपर्क में आए और उनके साथ धार्मिक कार्यों से जुड़ गए.
सावन के महीने में कालीचरण महाराज हर साल अकोला में कांवड़ यात्रा में भाग लेते है. 2020 में उनके गाए तांडव स्तोत्र ने सोशल मीडिया पर उनकी पहचान बनाई.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिसंबर 2021 में आयोजित धर्म संसद (Dharm Sansad) में कालीचरण महाराज के विवादित बयान ने उन्हें मुश्किल डाल दिया (Kalicharan Controversy).
कालीचरण महाराज ने कहा कि हिंदुओं को धर्म की रक्षा करने का प्रयास करना चाहिए. जो भी सनातन धर्म की आलोचना करेगा, उसकी पहचान अज्ञानियों में की जाएगी. मूर्ख लोग सनातन धर्म की आलोचना कर रहे हैं, क्योंकि हमने जगदंबा को दीक्षा देनी बंद कर दी है और इनके सिर धड़ से अलग करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.
संत कालीचरण महाराज ने कहा कि मैं आप सभी से आह्वान करता हूं कि जितनी भी हिंदू धर्म विरोधी फिल्में बन रही हैं, उनका पूरी तरह से बहिष्कार कीजिए. इनको सबक सिखाईए. धर्म का अपमान करने वालों को कैसे सजा मिलती है. पठान हो या अन्य मूवी... इनका बायकॉट करना ही दंड होगा.