1976 में रांची, झारखंड में जन्मी एक भारतीय व्यावसायिक हस्ती कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) एक प्रसिद्ध राजनीतिक परिवार का अभिन्न अंग हैं. कल्पना सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) की पत्नी हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में जेएमएम ने उन्हें गांडेय सीट से उम्मीदवार बनाया था, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई (Assembly Election 2024).
कल्पना ने अपनी शिक्षा एक निजी स्कूल में की और बाद में झारखंड के एक सरकारी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. कल्पना और हेमंत सोरेन के दो बेटे हैं जो एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ते हैं.
झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर JMM नेता मनोज पांडे ने जनता की प्रतिक्रिया के रूप में हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन की जीत को बताया. उन्होंने भाजपा पर तानाशाही प्रवृत्ति और नेताओं की बयानबाजी की आलोचना की. मनोज पांडे ने कहा कि झारखंड में अगर कुछ अच्छा होगा तो वही JMM और कांग्रेस सरकार करेगी.
झारखंड में JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सत्ता में फिर वापसी की है. आखिर ऐसे क्या समीकरण बने, जिससे भ्रष्टाचार के आरोपों समेत सत्ता विरोधी लहर में उलझी JMM की छवि चमकी और बहुमत हासिल करने में कामयाब हो पाई. जानकार इसके पीछे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन (48 साल) की मेहनत और प्रयासों का नतीजा बता रहे हैं.
हेमंत सोरेन ने कहा, 'हमने अपना होमवर्क कर लिया था और अपने लक्ष्य निर्धारित कर लिए थे. हम जानते थे कि यह बहुत कठिन मुकाबला होने वाला है. इसलिए हम अपनी टीम के साथ जमीन पर काम करने के लिए निकल पड़े थे. यह बेहतरीन टीम वर्क था और हमने वह मैसेज दिया जो हम देना चाहते थे.'
झारखंड चुनाव के रुझानों में हेमंत सरकार की वापसी दिख रही है. इस पर कल्पना सोरेन का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने विकास का रास्ता चुना है और यह उनकी जीत है. उन्होंने आगे कहा कि अभी थोड़ा इंतजार करिये, क्योंकि अभी बहुत कुछ बाकी है. देखें ये वीडियो.
झारखंड की राजनीति की गेमचेंजर कही जा रहीं कल्पना सोरेन की हर तरफ चर्चा हो रही है. हमेशा राजनीति से दूर रहने वाली कल्पना ने पति के कंधे से कंधा मिलाते हुए खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, आइए जानते हैं उनके बारे में ये खास बातें.
महाराष्ट्र में बुधवार को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. राज्य के कई दिग्गज नेताओं, जैसे शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे, डिप्टी सीएम अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस, की प्रतिष्ठा दांव पर है. दूसरी तरफ झारखंड की जनता भी दूसरे चरण में मतदान के लिए तैयार है. यहां मुकाबला सत्तारूढ़ इंडिया ब्लॉक और एनडीए के बीच है.
महाराष्ट्र, झारखंड से यूपी तक चूुनाव प्रचार का शोर अब थम गया है. चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र की बारामती सीट पर पवार परिवार की फैमिली फाइट चर्चा में रही तो वहीं झारखंड में जेएमएम के अभियान की अगुवाई कल्पना सोरेन ने की. जानिए कौन से नारे, मुद्दे और चेहरे चुनाव प्रचार के दौरान छाए रहे.
कल्पना सोरेन की लोकप्रियता लगातार लोगों के बीच बढ़ रही है. झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान उनकी सभाओं में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. खास कर के जनजातीय मतदाओं के लिए वो आकर्षण का केंद्र बन गई हैं.
झारखंड चुनाव से पहले आज तक ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन से ख़ास बातचीत की जिसमें उन्होंने तमाम बड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी. देखें कल्पना सोरेन ने क्या कुृछ कहा.
कल्पना सोरेन ने कहा कि 2024 की शुरुआत से उभरी चुनौतियों ने उन्हें बदल दिया. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार (पार्टी) का विस्तार हुआ है. अब यह पहले से बहुत बड़ा हो गया है. केंद्र से तनातनी के सवालों पर उन्होंने कहा कि हम केंद्र से पैसे की भीख नहीं मांग रहे हैं, यह हमारा अधिकार है जो हम मांग रहे हैं.
झारखंड विधानसभा चुनावों में इस बार भी बीजेपी के कभी कोर वोटर्स रहा आदिवासी समुदाय पार्टी के नजदीक नहीं आते दिख रहा है. इसके साथ ही कुछ और ऐसे कारण हैं जिनके चलते झारखंड में एनडीए की राह आसान नहीं है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा ने पोटका से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
मार्च 1985 में जन्मी कल्पना, ओडिशा से एमबीए की डिग्री के साथ इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा अपने पति हेमंत सोरेन की जनवरी 2024 में गिरफ्तारी के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा. उन्होंने अपने पति और झारखंड के तत्कालीन सीएम की विरासत संभाली.
चंपाई सोरेन और बीजेपी एक दूसरे के लिए बेशक मददगार साबित हो सकते हैं, लेकिन ये रिश्ता म्युचुअल फंड की तरह जोखिमभरा भी है, तब भी - जबकि, बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा दोनो को टर्म्स और कंडीशंस अच्छी तरह पढ़ा दिया गया होगा.
चंपाई सोरेन का नई राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला काफी जोखिम भरा हो सकता है. आगे बढ़ने से पहले उनको कम से कम दो नेताओं बाबूलाल मरांडी और कैप्टन अमरिंदर सिंह का ट्रैक रिकॉर्ड जरूर देखना चाहिये - वैसे, विकल्प तो और भी हो सकते हैं.
हेमंत सोरेन फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गये हैं. चंपई सोरेन ने कोई विरोध तो नहीं किया, लेकिन चुनाव से करीब दो महीने पहले हटा दिये जाने से वो खुश भी नहीं हैं. आखिर हेमंत सोरेन को किस बात की जल्दबाजी थी? चंपई सोरेन को हटाये जाने से कहीं लेने के देने तो नहीं पड़ेंगे?
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने आज राजभवन में झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जेल से जमानत पर रिहाई के बाद से राज्य की राजनीति में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना तेज हो गई हैं. सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में कल्पना सोरेन की ताजपोशी हो सकती है. साथ ही ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जाने से पहले कल्पना सत्ता की कमान संभाल सकती है.
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (BJP leader Nishikant Dube) ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए झारखंड (jharkhand) की सियासत का पारा बढ़ा दिया है. उन्होंने लिखा- चम्पाई दा होशियार, कल्पना भाभी आ गई हैं, झारखंड की वर्तमान सरकार के लिए आने वाले 7 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं.
जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता कल्पना सोरेन ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कल्पना सोरेन ने कहा कि जेएमएम को जमकर लूटो पार्टी कहने से पहले बीजेपी खुद को देखे कि वह कितने भ्रष्टाचारी नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा चुकी है.
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन 38 साल की हैं और उनके पास सिम्बायोसिस स्कूल ऑफ डिस्टेंस लर्निंग से एमबीए की डिग्री है. उन्होंने बीजू पटनायक यूनिवर्सिटी उड़ीसा से बीटेक भी किया है. उन्होंने 2006 में हेमंत सोरेन से शादी की. कल्पना सोरेन ने 5,51,51,168 रुपये की कुल संपत्ति घोषित की है.