कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) हर साल सावन में शुरू होता है. इस यात्रा में कांवरिया उत्तराखंड के हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री के हिंदू तीर्थ स्थानों के लिए या अपने नजदीकी शिवमंदिर के नाम से गंगा जल या पवित्र जल भर कर अपने कंधों पर रख कर सैकड़ों मील तक यात्रा करते हैं. इसे अपने स्थानीय शिव मंदिरों, या मेरठ में पुरा महादेव और औघड़नाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ, बैद्यनाथ और देवघर जैसे विशिष्ट मंदिरों में चढ़ाते हैं.
साल 2023 में सावन 4 जुलाई से आरंभ हो रहा है (Sawan 2023). माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने से भक्तों की सरी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल कावड़ यात्रा 4 जूलाई से शुरू होगा. इस पवित्र यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. कांवड़ यात्रा पर चलते हुए श्रद्धालु बोल बम का नारा लगाते हुए अपनी यात्रा करते हैं. इस बार सावन का शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 को है. इसी दिन कावड़ यात्रा का आखिरी दिन होगा और कांवरिया शिवलिंग का जलाभिषेक करेंगे (Kanwar Yatra 2023).
कांवरियों के विश्राम करने के लिए जगह-जगह पर टैंट और जलपान की व्यवस्था की जाती है. जिला प्रशासन के द्वारा आवाजाही की विशेष रूप से व्यवस्था की जाती है, ताकी लोकल जनता और कांवरियों को कोई परेशानी न हो (Kanwar Yatra Arrangement).
शिवरात्रि के मौके पर लाखों शिव भक्त गंगाजल लाने के लिए हरिद्वार जाते हैं. हरिद्वार से वापसी में सबसे पहला जिला बिजनौर पड़ता है, जहां से अलीगढ़, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, हापुड़, अमरोहा, संभल, आगरा सहित कई जिलों के शिव भक्त कांवड़ लेकर गुजरते हैं. ऐसे में बिजनौर प्रशासन अलर्ट है.
यूपी के बरेली में कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है. माहौल बिगड़ने से बचाने के लिए भारी फोर्स की तैनाती की गई है. चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सुबह-सुबह ही तनाव वाले इलाके में बुलडोजर भी भेज दिए.
सावन के महीने में उत्तर भारत के अंदर आस्था की अनोखी तस्वीर देखने को मिलती है. दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी से लोग गंगाजल लेने के लिए शिव की नगरी हरिद्वार जाते हैं. इस दौरान सड़कों पर शिवभक्तों का सैलाब उमड़ आता है. इस यात्रा को और बेहतर समझने के लिए हमने भी कांवड़ियों के साथ कुछ सफर तय किया. यहां हमने जाना कि यात्रा में भोले के भक्तों का रुटीन क्या होता है और उनको क्या-क्या परेशानी होती है. देखें आजतक की ये खास ग्राउंड रिपोर्ट.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में कांवड़ियों के चरण धोकर एवं उन्हें सम्मान स्वरूप गंगाजल भेंट करके उनका स्वागत किया. उन्होंने सरकार के कार्यों का भी उल्लेख किया.
कांवड़ यात्रा को लेकर गौतमबुद्ध नगर में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. ट्रैफिक और कानून व्यवस्था के लिए पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है. जिले की कई सड़कों का डायवर्जन किया गया है. वहीं, सभी सड़को पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है. सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी जॉइंट सीपी आनंद कुलकर्णी के नेतृत्व में की गई है.
कांवड़ यात्रा 2023 शुरू हो गई. इस चलते बड़ी संख्या में भक्त हरिद्वार पहुंच रहे हैं. यहां हरिद्वार पहुंचे कांवड़ियों का पुलिसकर्मियों ने भव्य स्वागत किया.
कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है. इसके साथ ही भोले के भक्त यात्रा पर निकल गए हैं. इधर देवघर में भक्तों का तांता देखने को मिला.
Sawan kanwar Yatra 2023: सावन का आज से महीना शुरू हो चुका है. इस दौरान श्रद्धालु गंगा नदी से जल भरकर शिव मंदिर पहुंचते हैं और शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. इस दौरान भगवान शिव की प्रिय चीजें भी शिवलिंग पर चढ़ाई जाती हैं. साथ ही 4 जुलाई यानी आज से कांवड़ यात्रा की शुरू भी हो चुकी है.
मुंबई में कुर्बानी के बकरे पर बखेड़ा खड़ा हो गया तो यूपी में कुर्बानी को लेकर योगी सरकार का नया फरमान आया है. योगी सरकार ने तय कर दिया है कि बकरीद पर क्या करना है, क्या नहीं करना है. बकरीद के साथ-साथ कांवड़ यात्रा को लेकर भी योगी सरकार की गाइडलाइन आई है. इन दो आयोजनों को लेकर यूपी पुलिस को कमर कसकर बांधना पड़ रहा है. तैयारी में पूरा जोर लगाना पड़ रहा है.
संभल में डीएम और एसपी सहित जिला स्तरीय अफसरों ने हिंदू और मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं के साथ बैठक की. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों से बकरीद पर खुले में कुर्बानियां, प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानियां नहीं करने की अपील की. साथ ही डीएम ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से कुर्बानी की वीडियो सोशल मीडिया पर न डालने की अपील की.