केके, पार्श्व गायक
कृष्णकुमार कुन्नाथ (Krishnakumar Kunnath), जिन्हें केके (KK, Playback Singer) के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय पार्श्व गायक थें.. वह हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली, असमिया और गुजराती भाषाओं की फिल्मों के प्रमुख गायक थें. उन्हें साल 2000 में फिल्म हम दिल दे चुके सनम के "तड़प तड़प" गाने के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था. 2009 में फिल्म बचना ऐ हसीनों के "खुदा जाने" गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक– पुरुष स्क्रीन अवार्ड मिला (KK Awards). 31 मई 2022 को कोलकाता के विवेकानंद कॉलेज में एक इवेंट के दौरान हार्ट अटैक की वजह से उनकी मौत हो गई (KK Death).
केके का जन्म 23 अगस्त 1968 को नई दिल्ली में हुआ था (KK Date of Birth). वे एक हिंदू मलयाली परिवार से ताल्लुक रखते थें. उनके माता-पिता सी. एस. मेनन और कुनाथ कनकवल्ली थें (KK Parents). उनकी स्कूली शिक्षा दिल्ली के माउंट सेंट मैरी स्कूल से हुई थी और किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की थी (KK Education).
केके ने 1991 में अपने बचपन की दोस्त, ज्योति से शादी की (KK Wife). उनका एक बेटा नकुल कृष्ण कुन्नाथ और एक बेटी है जिसका नाम तमारा कुनाथ है (KK Childrem).
बॉलीवुड में कदम रखने से पहले केके ने 3,500 जिंगल गाए हैं (KK jingle Songs). कुछ वर्षों के बाद, 1994 में, वह मुंबई चले गए. उन्होंने 1999 के क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए "भारत के जोश" गीत में गाया था. केके को पार्श्व गायक के रूप में ए आर रहमान (A R Rahman) के हिट गीत "कल्लूरी साले" और "हैलो डॉ" के साथ पेश किया गया था. उन्हें बॉलीवुड में ब्रेक "तड़प तड़प" हम दिल दे चुके सनम (1999) से मिला (KK Debut In Hindi Song). हालांकि, इस गीत से पहले उन्होंने गुलज़ार की माचिस (1996) के गीत "छोड़ आए हम" का एक छोटा सा हिस्सा गाया था (KK Career).
इस हफ्ते ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कई फिल्में और वेब सीरीज रिलीज हुई हैं, जिन्हें आप परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं. रणवीर शौरी और केके मेनन की वेब सीरीज 'शेखर होम' जियो सिनेमा पर रिलीज हो रही है. काफी मजेदार है, देख सकते हैं.
बीजेपी विधायक नवल किशोर ने कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक पागल हो गए हैं. मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि कहीं पागलखाने में इनका इलाज कराया जाए.
फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में ऐसा बहुत सी बार हुआ है जब आर्टिस्ट लाइव परफॉरमेंस देते हुए ही अचानक दुनिया छोड़ गए हों. आज हम आपको कुछ ऐसे ही वाकयों के बारे में बता रहे हैं.
ये फिल्म खेलो पर बनी अब तक की कई फिल्मो से बेहतर है, जिसमें तकनीकी रुप से एक गहरा संदेश है और रीयल स्पोर्ट्स स्टार भी, बैडमिंटन को केंद्र में रखकर, बच्चो के जीवन में खेलो की जरुरत पर बेहद खूबसूरती से बात करती है ये फिल्म. केके मेनन इसमें मुख्य भूमिका में हैं, सुधांशु शर्मा नें इसे डायरेक्ट किया है. केके इसमें एक पूर्व खिलाड़ी के साथ एक पिता की गंभीर भूमिका में है.
म्यूजिक कम्पोजर एम एम कीरावानी को RRR फिल्म के गाने 'नाटू नाटू' के लिए गोल्डन ग्लोब अवार्ड मिला है. इंडिया के टॉप डायरेक्टर राजामौली के लिए उन्होंने 'बाहुबली' फिल्मों के गाने भी बनाए थे. लेकिन इससे पहले वो एम एम करीम के नाम से हिंदी फिल्मों में काम कर चुके हैं और उन्होंने कई यादगार गाने बनाए हैं.
2022 बीतने को है, लेकिन जाते-जाते ये साल कई यादें याद दिलाता हुआ जा रहा है. इस साल हमने अपने कई चहेते स्टार्स को खो दिया है. जिनके बारे में आपने भी गूगल पर खूब सर्च किया और इनके बारे में जानना चाहा. चलिए आपको बताते हैं, कौन थे वो स्टार्स जिन्होंने एकाएक इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
सिंगर केके की आज बर्थ एनिवर्सरी है. इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं उन्हें बॉलीवुड में सिंगिंग का मौका कैसे मिला था. केके ने फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' के फेमस गाने 'तड़प तड़प के' को गाय था. इस गाने की रिकॉर्डिंग को सुनने के बाद डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की आंखें नम हो गई थीं.
जानते हैं केके के उस सफर के बारे में जो सक्सेस मिलने से पहले उन्होंने देखा. केके के हिट होने से पहले उन्होंने कितना स्ट्रगल किया, उसके बारे में जानते हैं.
दोनों बच्चों के प्रोफेशन पर बात करते हुए एक बार केके ने कहा था कि वो उन्हें कभी भी सिंगिंग में करियर बनाने के लिये प्रेशराइज नहीं करेंगे. हांलाकि, नकुल ने 12वीं पास करने के बाद खुद ही म्यूजिक इंडस्ट्री में आने की इच्छा जताई थी.
केके की पत्नी के लिए बचपन के प्यार को खोने का गम किसी बड़े सदमे से कम नहीं है. केके और ज्योति की ड्रीमी लव स्टोरी रिलेशनशिप गोल्स देती है. उनका परफेक्ट रिश्ता और हैप्पिली मैरिड लाइफ किसी को भी इंस्पायर कर सकती है.
आखिरकार सिंगर की जिंदगी में वो लम्हा भी आया है. जब 1994 में वो मुंबई आ गये. केके मुंबई तो आ गये थे, लेकिन शहर में वो बिल्कुल अंजान थे. मायानगरी मुंबई में कोई ऐसा शख्स नहीं था, जिससे वो अपने दिल की बात कह पाते. केके कई मुश्किलों से गुजरे, लेकिन सिंगर बनने के लिये मुंबई में टिके रहे.
सिंगिंग करियर में केके ने हिंदी समेत तेलुगु, मलयालम, पंजाबी, कन्नड़ और तमिल 11 अलग-अलग भाषाओं में गाने गाये हैं. इसके अलावा उन्हें बांग्ला और असम भाषा में गाना भी बेहद पसंद था. पर इन सारी भाषाओं में उनके लिये मलयालम में गाना सबसे मुश्किल रहा, जो कि उनकी मातृभाषा थी.
बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन सिंगर्स में से एक केके उर्फ कृष्ण कुमार कुन्नथ अब इस दुनिया में नहीं हैं. केके का निधन 31 मई की शाम कोलकाता में हुआ. वह एक लाइव शो कर रहे थे. शो के खत्म होने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी थी. अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. केके के यूं अचानक चले जाने से देशभर में उनके फैंस और बॉलीवुड के सेलेब्स को बड़ा झटका लगा है.