चुंबकीय शक्ति
विद्युत आवेशित कणों के बीच उनकी गति के कारण उत्पन्न आकर्षण या प्रतिकर्षण को चुंबकीय बल कहते हैं (Magnetic Force). यह विद्युत मोटरों की क्रिया और लोहे के लिए चुंबक के आकर्षण जैसे प्रभावों के लिए जिम्मेदार मूल बल है. स्थिर विद्युत आवेशों के बीच विद्युत बल मौजूद होते हैं जबकि गतिमान विद्युत आवेशों के बीच विद्युत और चुंबकीय दोनों बल मौजूद होते हैं (Attraction or Repulsion of Magnetic Force).
मैक्सवेल के समीकरण चुंबकीय बलों की उत्पत्ति, उसका व्यवहार और उसे नियंत्रित करने वाले क्षेत्रों की व्याख्या करते हैं. इसके मुताबिक, चुंबकीय क्षेत्र में मौजूद बल को चुंबकत्व कहते है. चुंबकीय क्षेत्र दो ध्रुवों के बीच या विद्युत प्रवाह से बनता है. यह चुंबकीय क्षेत्र में मौजूद दूसरे कणों पर चुंबकीय बल प्रदान करता है. विद्युत आवेशित कणों के गति में होने पर उसमें चुंबकत्व होता है. कणों में चुंबकीय शक्ति विद्युत प्रवाह में इलेक्ट्रॉनों की गति से, या परमाणु के नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉनों की कक्षीय गति से पैदा होता है. वे क्वांटम-मैकेनिकल स्पिन से उत्पन्न होने वाले "आंतरिक" चुंबकीय दो ध्रुव से भी उत्पन्न होते हैं (Maxwell's equations of Magnetic).
NASA के वैज्ञानिक इस समय चिंता में हैं. क्योंकि दक्षिण अमेरिका से लेकर अफ्रीका तक धरती का चुंबकीय क्षेत्र कमजोर हो रहा है. इस कमजोरी की वजह से विमानों से संपर्क करना मुश्किल हो सकता है. या फिर सैटेलाइट्स को नुकसान पहुंच सकता है. मोबाइल नेटवर्क और टीवी प्रसारण में बाधा आ सकती है.
हाल ही में अमेरिका और कनाडा के आसमान में हरे रंग की रोशनी बिखरी दिखाई दी. ऐसा पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में एक दरार के खुल जाने की वजह से हुआ था.