महाराष्ट्र राज्य की विधानसभा के सभी 288 सदस्यों को चुनने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 नवंबर में संपन्न कराए गए. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव कराया गया और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए.
पिछला विधानसभा चुनाव अक्टूबर 2019 में हुआ था. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन आंतरिक कलह के कारण, शिवसेना ने गठबंधन (एनडीए) छोड़ दिया और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ एक नया गठबंधन बनाया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एमवीए को बुलाया और राज्य सरकार बनाई, जिसमें उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने.
2022 के महाराष्ट्र राजनीतिक संकट के बाद एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के साथ बीजेपी के साथ सरकार बनाई. जिसके बाद एकनाथ शिंदे नए मुख्यमंत्री बने. 2023 के महाराष्ट्र राजनीतिक संकट के बाद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अजीत पवार गुट भी सरकार में शामिल हो गए (Maharashtra Assembly Election 2024).
बॉम्बे हाई कोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने नवंबर 2024 के कर्जत-जामखेड विधानसभा चुनाव के संबंध में एनसीपी के विधायक रोहित पवार को समन जारी किया है. बीजेपी नेता राम शिंदे ने भ्रष्ट आचरण के आरोप में याचिका दायर की, जिसे सुनवाई के लिए 27 मार्च को फिर से लिस्ट किया गया है.
ममता बनर्जी ने कभी भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत नहीं की. पर मतदाता सूची में गड़बड़ी करने के आरोपों को वो सही मानती हैं. उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल में भी ऐसी साजिश हो रही है. इसके बावजूद ममता बनर्जी ने कहा है कि 2026 में फिर से टीएमसी ही सरकार बनाएगी.
महाराष्ट्र चुनाव में अब तक सबसे ज्यादा सीटें जीतने के बाद बीजेपी की मुश्किलें खत्म हो जानी चाहिये थी, लेकिन देवेंद्र फणवीस अब भी एकनाथ शिंदे से जूझते नजर आ रहे हैं - आखिर क्यों?
राहुल गांधी 2024 में महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों के बीच बढ़े मतदाताओं की संख्या पर सवाल उठा रहे हैं. पर इसके लिए उन्हें 2009 , 2014, 2015 और 2019 के चुनावों के समय कितने वोटर्स की संख्या बढ़ी, इसकी जानकारी भी देनी चाहिए थी. या तो वे उस समय बढ़े वोटरों की संख्या से अनभिज्ञ हैं या फिर जानबूझकर उसे चर्चा में नहीं लाना चाहते.
कांग्रेस में एक नई एक्सपर्ट कमेटी बनाई गई है, जिसकी 5 फरवरी को होने जा रहे दिल्ली चुनाव पर खास नजर होगी. ये कमेटी राहुल गांधी को रिपोर्ट करेगी - और देश भर में होने वाले चुनावों पर कांग्रेस के लिए खास तौर पर नजर रखेगी.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के कथित अनियमितताओं के खिलाफ वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को चुनाव आयोग और महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी किया. याचिका में कहा गया है कि मतदान के समापन के बाद भारी संख्या में डाले गए वोटों की पारदर्शिता पर संदेह है.
योगी आदित्यनाथ के दिल्ली में दस्तक देने के पहले से ही 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा गूंजने लगा है. देखना है योगी आदित्यनाथ का अगला कैंपेन बीजेपी के लिए हरियाणा-महाराष्ट्र जैसे रिजल्ट लाता है, या झारखंड की तरह फिर से हार का मुंह देखना पड़ता है.
कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से संबंधित केवल आंशिक व्यय रिपोर्ट दी है. इसने महाराष्ट्र पार्टी प्रमुख नाना पटोले को प्रचार और प्रचार के लिए केवल 40 लाख रुपये दिए. कांग्रेस ने चुनाव आयोग को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में झारखंड विधानसभा चुनाव पर हुए खर्च का कोई ब्योरा नहीं दिया है.
मिल्कीपुर में भी उपचुनाव उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के साथ ही होना था, लेकिन तकनीकी वजहों से नहीं हो सका. महाराष्ट्र विधानसभा के साथ यूपी की 9 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी ने 7 और समाजवादी पार्टी ने 2 सीटें जीती थी - लेकिन मिल्कीपुर ज्यादा महत्वपूर्ण है.
अजित पवार के मन में क्या चल रहा है, ये तो नहीं मालूम. मगर, उनकी मां चाहती हैं कि नये साल में चाचा-भतीजे फिर से साथ हो जायें - क्या ये वास्तव में संभव हो सकता है?
सूत्रों के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक में बोलते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाए और चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताया. उन्होंने कहा, 'वोटर लिस्ट में बड़ा बदलाव हुआ. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद महाराष्ट्र की 118 सीटों पर 72 लाख मतदाता जुड़े, जिनमें से बीजेपी ने 102 सीटें जीतीं. इससे साफ होता है कि कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है.'
अरविंद केजरीवाल INDIA ब्लॉक में नये चैलेंजर बनते नजर आ रहे हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व को चुनौती देने वाली ममता बनर्जी की राह में अब आम आदमी पार्टी के नेता मुश्किलें खड़ा कर सकते हैं.
महाराष्ट्र में करीब 13 फीसदी दलित हैं लेकिन प्रदेश में दलित पॉलिटिक्स हाशिए पर है. ऐसा तब है जब स्थानीय स्तर पर तीन मजबूत पार्टियां हैं और बसपा जैसी पार्टियां भी सूबे की सियासत में एक्टिव हैं. क्यों?
मुंबई का एक शादी समारोह महाराष्ट्र की राजनीति में नये कयासों को हवा दे रहा है - क्योंकि, चर्चा ये हो रही है कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे बीएमसी चुनावों में हाथ मिला सकते हैं.
महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने अपने मंत्रियों के 'परफॉर्मेंस ऑडिट' पर सहमति जताई है. यानी परफॉर्मेंस के बलबूते ही मंत्रियों का भविष्य टिका रहेगा. महायुति में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी शामिल है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि महायुति सहयोगी अपने मंत्रियों के प्रदर्शन ऑडिट कराने पर सहमत हुए हैं.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कैबिनेट का विस्तार आज शाम 4 बजे नागपुर में होने जा रहा है. इसके लिए ज़रूरी तैयारियां शुरू हो गई हैं. चर्चा है कि बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी से कुल 35 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे, जहां बीजेपी अपने कोटे की 20 सीटों में कुछ सीटें खाली रख सकती है.
भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 15 दिसंबर को होगा, जिसमें नए मंत्री नागपुर में एक समारोह में पद की शपथ लेंगे. राज्य विधानमंडल का एक सप्ताह तक चलने वाला शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर को महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में शुरू होने वाला है.
विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक दल कांग्रेस ने महाराष्ट्र में 101 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत केवल 16 पर ही मिल सकी. कभी राज्य में सत्ता में रहने वाली कांग्रेस का ये अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है. राज्य में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी अपनी सीटें बचाने में विफल रहे. पटोले खुद भंडारा जिले में अपने सकोली विधानसभा क्षेत्र में केवल 208 वोटों से जीते.
दिल्ली में मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जाने से पूरी तरह साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी अपनी सरकार के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर महसूस कर रही है - हरियाणा और महाराष्ट्र में तो बीजेपी ने अपने मनमाफिक परिस्थतियां बना ली थी, अरविंद केजरीवाल के साथ क्या होगा?
राहुल गांधी अभी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं, और ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री. दोनो नेताओं की अहमियत अलग अलग लेवल की है - INDIA ब्लॉक के नेतृत्व में भी दोनो की अपनी अपनी तयशुदा हदें भी हैं, जाहिर है, प्रभाव भी.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बाद गुरुवार सुबह एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. ये मुलाकात संसद भवन में शाह के दफ्तर में हुई है. महाराष्ट्र में 14 दिसंबर को नए मंत्रिमंडल के सदस्यों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम है.