मंडी
मंडी जिला (Mandi) उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के मध्य में स्थित है (Districts of Himachal Pradesh). मंडी शहर जिले का मुख्यालय है. यह शहर राज्य का एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक केंद्र है. यह कुल्लू-मनाली और NH 3 (अटारी - मनाली- लेह) और NH-154 (पठानकोट-सुंदरनगर-बिलासपुर और आगे चंडीगढ़) से अन्य आसपास के स्थानों के लिए एक प्रमुख मार्ग है (Mandi NH).
2011 की जनगणना के अनुसार मंडी जिले का क्षेत्रफल 3950 वर्ग किमी है (Mandi Area). इसकी जनसंख्या 999,777 है (Mandi Population) और जनसंख्या घनत्व 253 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है (Mandi Density). 2001-2011 के दशक में इसकी जनसंख्या वृद्धि दर 10.89% थी (Mandi Population Growth). मंडी में हर 1000 पुरुषों पर 1012 महिलाओं का लिंगानुपात है (Mandi Sex Ratio) और साक्षरता दर 82.81% है (Mandi literacy). इस जिले की मुख्य मूल भाषा मंडेली है (Mandi Language).
15 अप्रैल 1948 को मंडी राज्य और सुकेत राज्य, दो रियासतों के विलय के बाद मंडी जिले का गठन किया गया था. राज्य को बाद में पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ. मंडी शहर का नाम इसके निवासी संत मांडव्या ऋषि के नाम पर रखा गया था (Formation of Mandi District).
मंडी शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी में ब्यास नदी के बाएं किनारे पर स्थित है. मंडी और सुकेत के दो पूर्ववर्ती राज्यों की तुलना में, मंडी का नाम 'मंडी' या 'बाजार' है क्योंकि यह लद्दाख से होशियारपुर और अन्य स्थानों जैसे पंजाब के स्थानों के लिए एक प्रमुख व्यापार मार्ग था (Mandi Trade Center).
मंडी जिले की कुछ झीलें पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करते है उनमें रेवलसर झील. पराशर झील, मैकचियल झील, पंडोह दामो, बरोट झील और कामरू नाग झील प्रमुख हैं (Mandi Lakes).
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से अनोखी सजा देने का एक मामला सामने आया है. जहां कोर्ट ने खराब नमकीन बेचने पर एक दुकानदार को दिनभर खड़ा रहने को कहा और 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया.
Himachal Pradesh: मंडी कलम की चार प्राचीन पेंटिंग्स ने मुंबई के नीलामी घर में इतिहास रच दिया. ये पेंटिंग्स सदियों पुरानी कला और संस्कृति को दर्शाती हैं. इनमें सबसे महंगी पेंटिंग 3 करोड़ रुपये में बिकी, जिसमें 16वीं सदी की राजसी महिलाओं को दर्शाया गया है. वहीं दूसरी पेंटिंग में मंडी शहर के गंधर्व जंगल वाले क्षेत्र को दर्शाया गया है, यह 85 लाख रुपये में खरीदी गई.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. यहां हरियाणा से मनाली जा रहे 5 दोस्तों में से एक शख्स 400 मीटर गहरी खाई में जा गिरा. युवक टॉयलेट करने के लिए कार से नीचे उतरा था, लेकिन पैर फिसलने के बाद वह सीधे ब्यास नदी के किनारे पर जा गिरा.
हादसे की सूचना रविवार सुबह मिली जब एक भेड़पालक ने सड़क से करीब 700 मीटर नीचे खेतों में लुढ़की कार देखी. इसकी सूचना आस-पास के ग्रामीणों को दी. तदोपरांत पंचायत प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंच कर घटना की सूचना टिक्कन पुलिस चौकी को दी.
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक तांत्रिक ने तंत्र विद्या के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया. खुद को माता शिकारी देवी का भक्त बताकर, इस तांत्रिक ने विभिन्न जिलों के लोगों से पूजा-पाठ और बुरी शक्तियों से छुटकारा दिलाने के नाम पर करीब 7 लाख रुपये ठगे. अब ठगी के शिकार लोगों ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है.
हिंदू संगठनों द्वारा 10 सिंतबर को नगर निगम के बाहर और 13 सिंतबर को शहर में प्रदर्शन किया गया था. इस दौरान शहर के जेल रोड स्थित अवैध मस्जिद को गिराने की मांग उठाई गई थी. इसी दिन निगम कोर्ट ने मस्जिद के ढांचे को अवैध और टीसीपी नियमों के विरुद्ध बताते हुए गिराने का आदेश दिया था.
मंडी जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि प्राइवेट बस ने अचानक ब्रेक लगा दी. तेज रफ्तार होने के कारण गोपाल अपनी बाइक को नियंत्रित नहीं कर पाया और स्किड होकर बस के पिछले हिस्से से टकरा गया.
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में लोकल लोगों ने अवैध रूप से राज्य में रह रहे लोगों के खिलाफ प्रदर्शन किया है. इसको लेकर मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत का भी रिएक्शन आया है. कंगना रनौत ने दावा किया कि यहां कई लोग फर्जी नाम पर अपना व्यवसाय चला रहे हैं.
हिमाचल के मंडी में अवैध मस्जिद विवाद के मामले में नगर निगम ने एक्शन लिया है. मंडी नगर निगम ने अवैध मस्जिद का बिजली-पानी का कनेक्शन काट दिया है. 30 दिन के अंदर अवैध निर्माण गिराने का आदेश है. मंडी में इस अवैध निर्माण के खिलाफ हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया था.
हिमाचल प्रदेश के मंडी स्थित मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन ने सख्त रूख अपना लिया है. प्रशासन ने मस्जिद में बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए हैं. निगम ने बीती 13 सितंबर को नगर निगम ने मस्जिद अवैध हिस्से को को 30 दिन के भीतर गिराने के आदेश दिए थे.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठन शुक्रवार को रैली निकाल रहे हैं. ये प्रदर्शन रैली मंडी शहर से सकोडी चौक की ओर बढ़ रही है. हिंदू संगठनों की इस रैली के मद्देनजर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम में सुनवाई हुई. मंडी नगर निगम ने मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर सुनवाई करते हुए मस्जिद कमेटी को अहम आदेश दिया. नगर निगम ने कहा कि मस्जिद का बिना अनुमति के बनाया गया ढांचा तोड़ना होगा.
हिमाचल प्रदेश के शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद अब मंडी के जेल रोड में भी मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर अब तनाव है. हिंदू संगठनों ने शुक्रवार के लिए मंडी शहर में प्रदर्शन करने का ऐलान किया था और इसी कड़ी में हिन्दू संगठनों के समर्थक सड़कों पर उतर आए. क्या है पूरा मामला? देखें.
मंडी नगर निगम ने मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर सुनवाई करते हुए मस्जिद कमेटी को अहम आदेश दिया. नगर निगम ने कहा कि मस्जिद का बिना अनुमति के बनाया गया ढांचा तोड़ना होगा. नगर निगम ने मस्जिद कमेटी को इसके लिए 30 दिनों का समय दिया गया है. साथ ही सख्त आदेश देते हुए कहा कि या तो मस्जिद कमेटी खुद अवैध ढांचे हो हटा दें या फिर प्रशासन उसको तोड़ेगा.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में हिंदू संगठनों की इस रैली के मद्देनजर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की. मंडी में इस जबरदस्त बवाल के बाद मंडी के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई होगी.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठन शुक्रवार को रैली निकाल रहे हैं. ये प्रदर्शन रैली मंडी शहर से सकोडी चौक की ओर बढ़ रही है. हिंदू संगठनों की इस रैली के मद्देनजर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की.
हिमाचल के मंडी में हिंदू संगठनों ने मस्जिद की अवैध निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू कर दिया है. सैकड़ों की संख्या में हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता फिर सड़क पर उतरे गए. पुलिस की रोक के बावजूद हो रहे इस प्रदर्शन को रोकने पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी का बौछार भी की. देखें क्या हैं मौजूदा हालात.
मंडी जिले में श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शनिवार देर रात दो वाहनों में सवार लोगों के एक समूह ने मेडिकल कॉलेज परिसर में प्रवेश किया और प्रशिक्षु डॉक्टरों पर हमला कर दिया. इस दौरान छह आरोपियों ने झगड़ा और हाथापाई की, जिससे मेडिकल कॉलेज के छात्रों को मामूली चोटें आईं. बाद में कॉलेज के छात्रों ने इकट्ठा होकर आरोपियों की पिटाई की.
कंगना रनौत ने कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमें ऐसे नेताओं की जरूरत है, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह काम कर सकें. कोलकाता में जो रहा है, वह शर्मनाक है.
भारत के 80 फीसदी जिले एक्सट्रीम वेदर इवेंट्स के शिकार हो रहे हैं. यानी ऐसी मौसमी घटनाएं जो अचानक हो जा रही है. वो भी बेहद तीव्र और घातक स्थिति के साथ. चरम गर्मी और चर्म बारिश की घटनाएं बढ़ गई हैं. वायनाड, मंडी, शिमला, केदारनाथ, रुद्रप्रयाग जैसे हादसे अभी आपके सामने हुए हैं. यहीं हैं चरम मौसमी आपदाएं.
क्या होता है भूस्खलन? क्यों होता है? क्या इसकी भविष्यवाणी हो सकती है? क्यों ये पता नहीं चल पाया कि वायनाड में पहाड़ लुढ़कते हुए आएगा और 360 से ज्यादा लोगों की जान ले लेगा. केदारनाथ का रास्ता रोक देगा. मंडी और शिमला में दर्जनों लोगों की मौत का जिम्मेदार होगा. रुद्रप्रयाग में आफत ले आएगा.