मनोज बाजपेयी
मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee, Actor) एक अभिनेता हैं जो मुख्य रूप से हिंदी सिनेमा में अभिनय करते हैं. अपने अभिनय के लिए उनको तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, छह फिल्मफेयर पुरस्कार और दो एशिया प्रशांत स्क्रीन पुरस्कार मिल चुका है. 2019 में उन्हें कला में उनके योगदान के लिए भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान, पद्मश्री से सम्मानित किया गया (Manoj Bajpayee Padma Shri).
बाजपेयी का जन्म 23 अप्रैल 1969 को बिहार के पश्चिम चंपारण (West Champaran) में बेतिया (Bettiah) शहर के पास बेलवा गांव (Belwa Village) में हुआ था (Manoj Bajpayee Age). वे एक ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वो पांच भाई-बहनों हैं. उनकी एक बहन, पूनम दुबे फिल्म उद्योग में एक फैशन डिजाइनर हैं. उनके पिता एक किसान थे और उनकी मां एक गृहिणी थीं. एक किसान के बेटे के रूप में, बाजपेयी अपनी छुट्टियों के दौरान खेती करते थे (Manoj Bajpayee Family).
उनकी स्कूली शिक्षा ख्रीस्त राजा हाई स्कूल, बेतिया से हुई है और बेतिया के ही महारानी जानकी कुंवर कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई पूरी की (Manoj Bajpayee Education).
वह सत्रह साल की उम्र में नई दिल्ली चले गए. रामजस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई की. फिर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में आवेदन किया जहां उन्हें तीन बार खारिज कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने अभिनेता रघुबीर यादव के सुझाव के बाद निर्देशक और अभिनय कोच बैरी जॉन की कार्यशाला में भाग लिया. बाजपेयी के अभिनय से प्रभावित होकर, जॉन ने उन्हें उनके शिक्षण में सहायता करने के लिए काम पर रखा (Manoj Bajpayee Early Life).
बाजपेयी की शादी दिल्ली की एक लड़की से हुई थी, लेकिन संघर्ष के दौरान उनका तलाक हो गया (Manoj Bajpayee Ex Wife). उन्होंने अभिनेत्री शबाना रजा जिन्हें नेहा के नाम से भी जाना जाता है, से 2006 में शादी कर ली (Manoj Bajpayee Wife). उनकी एक बेटी है (Manoj Bajpayee Daughter).
बाजपेयी ने फिल्म पिंजर (2003) के लिए विशेष जूरी राष्ट्रीय पुरस्कार जीता. इसके बाद उन्होंने राजनीतिक थ्रिलर राजनीति (2010) में भूमिका निभाई, जिसे खूब सराहा गया. 2012 में गैंग्स ऑफ वासेपुर, चक्रव्यूह (2012), स्पेशल 26 (2013), अलीगढ़, भोंसले, और सत्या जैसी फिल्मों में सराहनीय भूमिकाएं निभाई. द फैमिली मैन (2021) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर ओटीटी पुरस्कार भी जीता (Manoj Bajpayee Films).
सोहम शाह की फिल्म 'क्रेजी' में 'सत्या' (1998) के आइकॉनिक गाने 'गोली मार भेजे में' को रीमिक्स किया गया है. जनता को ये गाना पसंद नहीं आ रहा. लेकिन ऑरिजिनल गाना खुद जितना मजेदार था, इसके बनने की कहानी भी उतनी ही मजेदार है. आइए बताते हैं 'गोली मार भेजे में' की बिहाइंड द सीन कहानी...
90 के दशक में आई मनोज बाजपेयी की दो फिल्में 'सत्या' और 'कौन' उन्हीं में से एक है. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान मनोज ने अपनी फिल्म 'कौन' को उनकी सबसे 'गीली' फिल्म बताया है.
फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा पिछले काफी समय से ऐसी फिल्में बना रहे हैं जिसे देखकर उनके फैंस निराश हैं. लेकिन हाल ही में उनकी 27 साल पुरानी फिल्म सत्या के री-रिलीज होने के बाद उन्हें उनकी गलती का अहसास हुआ है. उन्होंने एक लंबा सा पोस्ट लिखा है.
IPO Alert: मुंबई बेस्ड रियल एस्टेट कंपनी श्री लोटस डेवलपर्स ने अपना आईपीओ पेश करने के लिए मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) पास दस्तावेज जमा कराए हैं. इस कंपनी में कई दिग्गज बॉलीवुड स्टार्स का पैसा लगा है.
मनोज बाजपेयी बॉलीवुड इंडस्ट्री का पिछले 30 सालों से बड़ा हिस्सा रहे हैं. मेनस्ट्रीम में मनोज ने अपनी राह खुद बनाई है. उन्हें किसी का सपोर्ट नहीं मिला है.
मानव कौल तब मनोज बाजपेयी को छेड़ते रहते थे क्योंकि उन्होंने कहा था- 'मैंने सुना कि तुझे ड्राइविंग नहीं आती है, तो तू आराम से चलाना.' लेकिन मानव, मनोज की बात मानने की बजाय अपनी ड्राइविंग से उनके साथ मजाक करते लगे, उन्हें डराने लगे.
एक्टर मनोज बाजपेयी ने शबाना रजा से इंटरफेथ मैरिज की थी. उन्होंने बताया कि शादी को लेकर उन्होंने किसी तरह का फैमिली प्रेशर नहीं झेला था.
मनोज बाजपेयी और शहाना गोस्वामी की फिल्म 'डिस्पैच' में एक्ट्रेस ने इंटीमेट सीन्स किए हैं जिसे लेकर उन्होंने खुलकर बात की है.
शहाना के मुताबिक, उन्होंने अपने करियर में मेकअप आउट सीन्स ज्यादा किए हैं. लेकिन कभी उन्होंने इसे लेकर अपमानित महसूस नहीं किया.
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में बाहरी लोगों द्वारा जमीन खरीदने का मामला सामने आ रहा है. ऐसे में प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन जमीनों की जांच कराई.
एक्टर मनोज बाजपेयी ने हाल ही में अपने पुराने दिनों को याद करता हूं तो इमोशनल हो गए. उन्होंने इस दौरान बताया कि वो मुंबई में किस तरह खाने के लिए तरसे हैं. वो बोले- "मुंबई में रहना मेरे लिए सबसे ज्यादा मुश्किल रहा. मैं एक स्टूडियो से दूसरे स्टूडियो जाता था. रहना वहां बहुत महंगा था और खाने का भी कुछ अता-पता नहीं रहता था. मैं पूरा दिन भूखा निकाल देता था.
हाल ही में मनोज बाजपेयी ने दिल्ली में अपने बिताए हुए समय और मुंबई में किए गए स्ट्रगल को याद करते हुए कई बातें की. उन्होंने सपनों का शहर कहे जाने वाले मुंबई में अपने भुखमरी के दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे वो खाने के लिए फिल्मों के स्टूडियो में घुस जाया करते थे.
मनोज बाजपेयी का फिल्मी करियर काफी लंबा और धुआंधार रहा है. उन्होंने कई लाजवाब फिल्मों में अपनी एक्टिंग के टैलेंट से लोगों को अपने काम का मुरीद बनाया है. अब उन्हें अपने करियर का चौथा नेशनल अवॉर्ड्स मिला है. इसे लेकर एक्टर ने अपना रिएक्शन दिया है.
हाल ही में मनोज को फिल्म 'गुलमोहर' के लिए नेशनल अवॉर्ड्स में स्पेशल मेंशन भी मिला. मगर देश के सबसे बेहतरीन एक्टिंग टैलेंट्स में से एक मनोज ने अब कहा है कि वो भी इंडस्ट्री में एक्टर्स को स्टीरियोटाइप किए जाने की बात से परेशान हैं.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को 70वें नेशनल फिल्म अवार्ड्स अनाउंस कर दिए हैं. देश के सबसे प्रतिष्ठित सिनेमा अवॉर्ड्स कहे जाने वाले, नेशनल अवॉर्ड किसी भी फिल्ममेकर के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होते हैं.
डायरेक्टर देवाशीष मखीजा ने बताया मूवी जोरम की वजह से वो फाइनेंशियली बर्बाद हुए हैं. इसमें मनोज बाजपेयी लीड हीरो थे. देवाशीष का मानना है पैसों की तंगी के चलते वो इनसिक्योरिटी में जी रहे हैं. वो पिछले 2 दशक से मुंबई में रह रहे हैं लेकिन अभी तक खुद को फाइनेंशियली सिक्योर नहीं कर पाए हैं.
जी5 पर मनोज बाजपेयी की फिल्म 'भैया जी' से लेकर डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर अविका गौर की फिल्म 'ब्लडी इश्क' आई है, जिसे आप देखना प्रिफर कर सकते हैं.
मनोज बाजपेयी ने कहा कि अगर इंडस्ट्री के किसी कोने में कोई कुछ गलत करता पकड़ा जाता है तो इससे कुछ भी साबित नहीं होता. बॉलीवुड से आने वालीं डिवोर्स की खबरों को लेकर बात करते हुए मनोज ने कहा कि न्यूक्लियर फैमिली के ट्रेंड ने पूरे समाज को ही नुक्सान पहुंचाया है.
अब मनोज ने कहा है कि उन्हें अपने करियर में किसी भी प्रोजेक्ट को छोड़ने का पछतावा नहीं हुआ और ना ही उनकी छोड़ी कोई फिल्म बहुत बड़ी हिट बनी. लेकिन संजय लीला भंसाली की आइकॉनिक हिट 'देवदास' का उन्हें पछतावा है.
मनोज बाजपेयी ने बताया कि गुलशन कुमार की हत्या के बाद फिल्म 'सत्या' के ओरिजिनल प्रोड्यूसर काफी डर गए थे. ऐसे में उन्होंने अपने हाथ पीछे खींच लिये थे. ये प्रोजेक्ट बीच में ही लटक गया था. लेकिन डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा हार मानने को तैयार नहीं थे. ऐसे में उन्होंने एक हफ्ते के अंदर दूसरे प्रोड्यूसर ढूंढ निकाला था.
बॉलीवुड के दमदार एक्टर्स में गिने जाने वाले मनोज वाजपेयी के करियर की 100वीं फिल्म 'भैया जी' रिलीज हो गई है. डायरेक्टर अपूर्व सिंह कार्की ने ही फिल्म की राइटिंग का भी जिम्मा संभाला है. पहले हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कितनी चली? देखें.