आईपीएस मनोज वर्मा (IPS Manoj Verma) को कोलकाता का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है. सीएम ममता बनर्जी ने यह फैसला 16 सितंबर को प्रदर्शनकारियों के साथ हुई बैठक में लिया.
मनोज वर्मा को अपने तेजतर्रार स्वाभव के लिए ममता बनर्जी के पसंदीदा अधिकारियों में से एक माना जाता है. वर्मा साल 2019 तक दार्जिलिंग के आईजी थे. एंटी करप्शन ब्रांच में ADG रह चुके मनोज वर्मा को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी काम करने का काफी अनुभव है. करीब डेढ़ दशक पहले जंगलमहल में माओवादी एक्टिविटी चरम पर थी. मनोज वर्मा को पश्चिम मेदिनीपुर का पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया. उस दौरान इन गतिविधियों को रोकने के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाए थे.
30 सिंतबर 1968 को राजस्थान के सवाई माधोपुर में जन्मे वर्मा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. साल 1998 में उन्होंने UPSC की परीक्षा क्वालिफाई की.
आईपीएस अफसर मनोज वर्मा कोलकाता के नए पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं. यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस के बाद शहर के हालात को देखते हुए ममता बनर्जी ने उन पर बड़ा भरोसा जताया है. यही ममता कभी उनकी कट्टर विरोधी रही हैं.