मनसुख मंडाविया, राजनेता
डॉ मनसुख लक्ष्मणभाई मंडाविया (Mansukh Mandaviya) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री ( Minister of Health & Family Welfare and Chemical and Fertilizers of India) के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने 7 जुलाई, 2021 को ये पदभार ग्रहण किया. वह गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं (Mandaviya Rajya Sabha Member).
मनसुख मंडाविया का जन्म 1 जून 1972 (Mandaviya Date of Birth) को गुजरात के भावनगर जिले के हनोल गांव में हुआ था. एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्मे मनसुख चार भाइयों में सबसे छोटे हैं. उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा सरकारी प्राथमिक स्कूल, हनोल से और हाई स्कूल की पढ़ाई सोनगढ़ गुरुकुल से पूरी की. एचएससी पूरा करने के बाद, उन्होंने पशु चिकित्सा लाइव स्टॉक इंस्पेक्टर में सर्टिफिकेट कोर्स किया और सोनगढ़ गुरुकुल और गुजरात कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात में शिक्षा प्राप्त की. बाद में, उन्होंने भावनगर विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए किया. 2021 में, मंडाविया ने गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च से राजनीति विज्ञान में पीएचडी प्राप्त की (Mandaviya Education). मनसुख मंडाविया की शादी नीताबेन मंडाविया (Mandaviya Wife) से हुई है और उनके दो बच्चे पवन और दिशा हैं.
मनसुख अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य और एबीवीपी गुजरात इकाई के राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य रहे हैं. मंडाविया 2002 में गुजरात में विधान सभा के सबसे कम उम्र के सदस्य बने. 2010 में, वे गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष बने. 38 साल की छोटी उम्र में, मनसुख मंडाविया गुजरात से राज्यसभा सांसद के रूप में चुने गए. 5 जुलाई 2016 को, मनसुख मंडाविया ने भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी और रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें मार्च 2018 में राज्यसभा में सांसद के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया. मई 2019 में, मनसुख मंडाविया रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री के साथ बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने. मंडाविया ने जनवरी 2020 में स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच में भारत का प्रतिनिधित्व किया (Mandaviya Political Career).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @mansukhmandviya है. उनके फेसबुक पेज का नाम Mansukh Mandaviya है. वह इंस्टाग्राम पर mansukhmandviya यूजरनेम से एक्टिव हैं.
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने साफ संदेश दे दिया है कि दो या दो से ज्यादा बार राज्यसभा सांसद रहे चुके मंत्रियों और सांसदों को पार्टी फिर से राज्यसभा के सहारे संसद में नहीं भेजेगी. इसलिए अब इन मंत्रियों को अपने गृह राज्यों में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सीट ढूंढकर उस पर शुरू कर देनी चाहिए.
केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. इसमें आईडी हार्डवेयर सेक्टर में प्रोत्साहन योजना के मंजूरी के साथ ही किसानों को मिलने वाली खाद पर सब्सि़डी जारी रखने का फैसला लिया गया. बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और अश्विनी वैष्णव ने ये जानकारी दी.
मास्क अभी जरूरी नहीं, पूरे देश में मॉकड्रिल... कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में क्या फैसले हुए?
Coronavirus Update: देश में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं. जिसे देखते हुए हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को समीक्षा बैठक बुलाई है. देश में 6 महीने बाद नए केस 5 हजार के पार पहुंचे हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 606 कोविड संक्रमित मरीज मिले हैं. देखें ये वीडियो.
मनसुख मांडविया ने माना है कि कोरोना के बाद दिल के दौरे की वजह से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है. मांडविया ने बताया कि ICMR दिल का दौर पड़ने से होने वाली मौत और कोविड के बीच संबंध का आकलन करने के लिए स्टडी कर रहा है. इसके नतीजे 2 महीने में सामने आएंगे.
देश के 6 राज्यों में कोविड केसों के मामले में इजाफा हुआ है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 6 राज्यों को चिट्ठी लिखकर कोविड गाइडलाइन का पालन करने और सावधानी बरतने को कहा है. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र और गुजरात में हैं. देखें वीडियो
भारत ने कोविड-19 के दौरान जो कदम उठाए उनसे करीब 34 लाख लोगों की जिंदगी बचाने में मदद मिली. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और इंस्टिट्यूट ऑफ कॉम्पिटिटिवनेस के प्रकाशित पेपर में इसका जिक्र किया गया है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में इस बात की जानकारी दी.
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने आयुष्मान फंड जारी करने को लेकर केंद्र पर पलटवार किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के फंड का उपयोग करके अपने राज्य में अलग-अलग नामों से सुविधाएं बनाई हैं. देखें ये वीडियो.
लोकसभा में आयुष्मान भारत योजना का मुद्दा उठा. बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुडी ने प्रश्नकाल के दौरान आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार कराने में गरीबों के सामने आ रही समस्याओं का जिक्र किया और योजना में नीतिगत बदलाव को जरूरी बताया. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सदन में इसका जवाब दिया.
विदेश जाकर मेडिकल की पढ़ाई भी अब आसान नहीं होने वाली. विदेश से डॉक्टर बनने का ख्वाब देखने वाले छात्रों को अब तीन शर्तें पूरी करनी होंगी. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विदेश से मेडिकल की पढ़ाई के लिए नीट परीक्षा पास करने को अनिवार्य कर दिया गया है.
देश में कोरोना के खिलाफ तैयारी शुरू कर दी गई है. मंगलवार से अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराया जा रहा है. इसी मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल का दौरा किया और यहां की तैयारियों का जायजा लिया. क्या है दिल्ली की तैयारी? देखें वीडियो में
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों के 200 कोविड-पॉजिटिव नमूनों में से कई में ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट, BF.7 पाया गया है. उन्होंने कहा, '200 नमूनों की जीनोम-सीक्वेंसिंग से पता चला है कि कई यात्रियों में BF.7 संस्करण मौजूद था. हमारे टीके इस उप-प्रकार के खिलाफ प्रभावी हैं.'
उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि भारतीय फार्मा कंपनी मारियन बायोटेक की कफ सिरप डॉक-1 मैक्स को लेने के बाद 18 बच्चों की मौत हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस सिरप में हानिकारक केमिकल है, जिससे बच्चों की मौत हो गई. बच्चों की मौत कैसे हुई? क्या है पूरा विवाद? भारत क्या कर रहा है? जानें पूरा मामला.
भारत में कोरोना को लेकर सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है. इसी सिलसिले में उसने चीन, जापान समेत छह देशों से आने वाले यात्रियों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं. अब उन्हें भारत आने से पहले पोर्टल पर अपनी कोविड की नेगेटिव रिपाेर्ट अपलोड करनी अनिवार्य होगी. मालूम हो कि चीन के अलावा अब जापान में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं.
अब चीन ही नहीं जापान और अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना लोगों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है. वहीं भारत में कोरोना को लेकर हालात सामान्य बने हुए हैं. हालांकि इससे लड़ने के लिए हर राज्य को अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा मंगलवार को पूरे देश में कोरोना से लड़ने की तैयारियों को देखने के लिउ मॉक ड्रिल की गई. जानते हैं हम कितना तैयार हैं-
भारत में कोरोना से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए आज देशभर में मॉकड्रिल हुई. इस दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई, वेंटिलेटर्स, बेड और दवाइयों जैसी महत्वपूर्ण तैयारियों को परखा गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि मॉकड्रिल से हमें ये जानने में मदद मिलेगी कि किस स्तर पर क्या कमी रह गई है, जिसे हम दुरुस्त कर सकेंगे.
चीन, जापान समेत 5 देशों से आने वाले यात्रियों की RT-PCR जांच अनिवार्य होगी. इस संबंध में स्वास्थ्य मंंत्रालय की ओऱ से कहा गया था कि एविएशन मिनिस्ट्री से इस संबंध में बात की जाएगी. वहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि हमें नोटिफिकेशन का इंतजार है.
भारत जोड़ो यात्रा में जारी सियासत के बीच आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्यों से अलर्ट रहने को कहा है. इसके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर आने वाले दिनों में त्योहारों के मद्देनजर खास ध्यान देने की अपील की है.
कोविड से बचाव को लेकर भारत सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. लिहाजा एयरपोर्ट पर टेस्टिंग शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR की रिपोर्ट जरूरी होगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को सभी राज्यों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. इसमें उन्होंने कोरोना की रोकथाम की तैयारियों को लेकर चर्चा की. इसके बाद उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक एडवाइजरी जारी कर दी है. उन्होंने कहा कि राज्यों से पिछली बार की तरह सहयोग करने की बात कही.
दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते हुए केसों को देखते हुए भारत सरकार एक्शन मोड में आ गई है. इसी क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की. इसके बाद राज्यों के लिए एक एडवाइजरी जारी कर दी है. इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को कड़ी निगरानी की सलाह दी थी. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने जिनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर दिया था.