मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) भारत की सबसे विश्वसनीय और लोकप्रिय कार निर्माता कंपनी है, जो किफायती, टिकाऊ और ईंधन-कुशल कारों के लिए जानी जाती है. कंपनी ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है और हर वर्ग के ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वाहन उपलब्ध कराती है.
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1981 में भारत सरकार और जापानी कंपनी सुजुकी के संयुक्त सहयोग से हुई थी. 1983 में इस कंपनी ने अपनी पहली कार, मारुति 800, लॉन्च की, जिसने भारतीय सड़कों पर क्रांति ला दी. समय के साथ, कंपनी ने कई आधुनिक और तकनीकी रूप से उन्नत मॉडल लॉन्च किए और देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बन गई.
मारुति की कारें पेट्रोल, डीजल और CNG तीनों में आती हैं और अपने उच्च माइलेज के लिए फेमस हैं. इसकी कारें कम लागत में चलने वाली होती हैं और सर्विसिंग आसानी से उपलब्ध है. मारुति अपने नए मॉडलों में सेफ्टी फीचर्स जैसे एयरबैग, ABS और मजबूत बॉडी स्ट्रक्चर प्रदान करती है. पूरे भारत में मारुति के हजारों सर्विस सेंटर हैं, जिससे कार की देखभाल आसान हो जाती है.
मारुति सुजुकी समय के साथ नई तकनीकों को अपनाकर अपने वाहनों को आधुनिक बनाती जा रही है. कंपनी अब हाइब्रिड टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV), और ADAS (Advanced Driver Assistance System) जैसी सुविधाओं पर काम कर रही है.
Cheapest CNG SUV: अब बाजार में कंपनी फिटेड सीएनजी वाले SUV कारों ने दस्तक दे दी है. ये कारें कम कीमत में बेहतर माइलेज देती हैं.
Maruti Flop cars: मारुति सुजुकी हमेशा से ही भारतीयों की पहली पसंद रही है लेकिन ये कारें लोगों को आकर्षित नहीं कर सकीं. देखें मारुति की फ्लॉफ होने वाली 5 कारें-
Maruti Suzuki Kharkhoda Plant: मारुति सुजुकी हरियाणा के खरखौदा में अपना तीसरा प्लांट लगाने जा रही है. इसके लिए मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने अप्रूवल दे दिया है और यह घोषणा बोर्ड की बैठक के बाद की गई है.
सड़क हादसों पर लगाम लगाने लिए सरकार एक नई तैयारी में है. इसके लिए एक मसौदा अधिसूचना तैयार किया गया है जिसके तहत 8 से अधिक लोगों को ढोने वाले सभी पैसेंजर वाहनों में अब कुछ एडवांस सेफ्टी फीचर्स को शामिल किया जाना अनिवार्य होगा.