मास्टरकार्ड
मास्टरकार्ड इंक. (Mastercard Inc.) (1979 से 2016 तक MasterCard और 2016 से Mastercard के रूप में) एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय वित्तीय सेवा निगम है (American Multinational Financial Services Corporation). इसका मुख्यालय - मास्टरकार्ड इंटरनेशनल ग्लोबल हेडक्वार्टर - न्यूयॉर्क में स्थित है (Mastercard Headquarter in Mastercard International Global Headquarters in Purchase, New York). इसका ग्लोबल ऑपरेशंस मुख्यालय ओ'फॉलन, मिसौरी में स्थित है (Mastercard Global Operations Headquarters in O'Fallon, Missouri). दुनिया भर में, इसका मुख्य व्यवसाय व्यापारियों और बैंकों के बीच पेमेंट को प्रोसेस करना है (Mastercard Processes Payments Between Banks and Users). "मास्टरकार्ड" ब्रांड डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड से हुए हर तरह के भुगतान को प्रोसेस करता है. मास्टरकार्ड वर्ल्डवाइड 2006 से सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी है (Mastercard Worldwide).
मास्टरकार्ड को 1966 से 1969 तक इंटरबैंक (Interbank) और 1969 से 1979 तक मास्टर चार्ज (Master Charge) के रूप में जाना जाता था. इसे बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) द्वारा जारी बैंकअमेरिकार्ड (BankAmeriCard) के जवाब में कई क्षेत्रीय बैंककार्ड संघों के गठबंधन ने बनाया था. 1979 में, "मास्टर चार्ज: द इंटरबैंक कार्ड" (Master Charge: The Interbank Card) का नाम बदलकर "मास्टरकार्ड" कर दिया गया. 1983 में, मास्टरकार्ड इंटरनेशनल इंक अपने कार्ड की सुरक्षा के लिए होलोग्राम का उपयोग करने वाला पहला बैंक बन गया (First Bank to use Holograms). 2002 में, मास्टरकार्ड इंटरनेशनल का यूरोपे इंटरनेशनल (Europay International) के साथ विलय हो गया, जो एक और बड़ा क्रेडिट-कार्ड जारीकर्ता संघ था. 2006 के मध्य में, मास्टरकार्ड इंटरनेशनल (MasterCard International) ने अपना नाम बदलकर मास्टरकार्ड वर्ल्डवाइड कर दिया. इसके अलावा, कंपनी ने एक नया कॉर्पोरेट लोगो भी पेश किया. साथ ही, एक नई कॉर्पोरेट टैगलाइन पेश की गई: "द हार्ट ऑफ कॉमर्स" (The Heart of Commerce). अगस्त 2010 में, मास्टरकार्ड ने यूके स्थित पेमेंट प्रोसेसिंग और फ्रॉड/रिस्क मैनेजमेंट प्रोवाइडर कंपनी डाटाकैश (DataCash) का अधिग्रहण करके अपनी ई-कॉमर्स पेशकश का विस्तार किया. मार्च 2012 में, मास्टरकार्ड ने मध्य पूर्व के बाजारों सहित अपने मोबाइल कॉन्टेक्टलेस पेमेंट प्रोग्राम के विस्तार की घोषणा की. 2014 में, मास्टरकार्ड ने ऑस्ट्रेलिया की प्रमुख रिवार्ड प्रोग्राम मैनेजर कंपनी पिनपॉइंट (Pinpoint) का अधिग्रहण किया. सितंबर 2014 में मास्टरकार्ड ने ऐप्पल के साथ मिलकर ऐप्पल के नए आईफोन और ऐप्पल वॉच मॉडल में एक नया मोबाइल वॉलेट फीचर शामिल किया, जिसे ऐप्पल पे (Apple Pay) के नाम से जाना जाता है.
जुलाई 2016 में, मास्टरकार्ड ने एक नए कॉर्पोरेट लोगो के साथ अपनी रीब्रांडिंग की (Mastercard Rebranding). इसके अलावा, उन्होंने अपने नाम को "MasterCard" से "Mastercard" कर दिया. अगस्त 2017 में, मास्टरकार्ड ने सैन फ्रांसिस्को स्थित ब्राइटरियन (Brighterion) का अधिग्रहण किया, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन सीखने की तकनीकों का एक पोर्टफोलियो प्रदान करता है. जनवरी 2019 में, मास्टरकार्ड ने अपने लोगो से अपना नाम हटा दिया. 2021 में, मॉर्निंग कंसल्ट ने सबसे भरोसेमंद ब्रांडों की सूची में मास्टरकार्ड को 13वें स्थान पर रखा.
मार्च 2022 में, मास्टरकार्ड ने यूक्रेन पर आक्रमण के कारण रूस में अपने सभी कार्यों को निलंबित करने का एलान किया (Mastercard Suspends all Operations in Russia).
रजनीश कुमार (Rajnish Kumar) अक्टूबर 2017 से लेकर अक्टूबर 2022 तक State Bank Of India यानी SBI के चेयरमैन रह चुके हैं. SBI YONO प्लेटफॉर्म लॉन्चिंग भी इनकी ही लीडरशिप में की गई थी.
यूपीआई का इस्तेमाल तमाम जगहों पर payment के लिए किया जाता है, लेकिन इसकी वजह से कई बार लोग कैशलेस भी महसूस करते हैं. यानी उनके पास इमरजेंसी में कैश नहीं होता है. ऐसी परिस्थिति को समझते हुए सरकार ने यूपीआई ATM लॉन्च कर दिया है.
MasterCard के तीन तरह के डेबिट कार्ड काफी पॉपुलर हैं. इनमें Standard Debit Card, Enhanced Debit Card और World Debit MasterCard शामिल हैं. आपको आम तौर पर अकाउंट खुलवाने पर स्टैंडर्ड डेबिट कार्ड मिलता है.
World Bank: भारतीय मूल के 63 वर्षीय अजय बांगा का जन्म पुणे के खादकी छावनी में 10 नवंबर 1959 को हुआ था. उन्होंने Delhi के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनोमिक्स में ग्रेजुएट किया और फिर IIM अहमदाबाद से पीजीपी (मैनेजमेंट) पूरा किया. वे 12 साल मास्टरकार्ड के साथ जुड़े रहे और प्रेसिडेंट-सीईओ का पद संभाला.
पर्सनल लोन के लिए आपको भी कॉल आते होंगे. इसके लिए आपको सिक्योरिटी के तौर पर कुछ नहीं जमा करना होता है. इसलिए कई बार लोग इसे ले लेते हैं. लेकिन पर्सनल लोन लेकर आपको कभी भी ये काम नहीं करने चाहिए.
आज के समय में डेबिट और क्रेडिट कार्ड (Debit-Credit Card) लोगों की बड़ी जरूरत बन चुके हैं. इन कार्ड्स पर पेमेंट नेटवर्क कंपनियों के नाम दर्ज होते हैं, जो इन्हें कैशलेस पेमेंट सिस्टम मुहैया कराती है. RuPay भारत का अपने घरेलू पेमेंट नेटवर्क है, जिसे साल 2012 में लॉन्च किया गया था.
अगले महीने की पहली तारीख से कार्ड टोकनाइजेशन का नियम लागू हो रहा है. लोगों को बैंकों की ओर से कार्ड के टोकनाइजेशन के लिए मैसेज भी आने लगे हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर यह कार्ड टोकनाइजेशन क्या है, कार्ड टोकनाइजेशन की प्रक्रिया क्या है और इसके क्या नफा-नुकसान हैं.