माघ मास में पड़ने वाला अमावस्या को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) कहा जाता है. मौनी अमावस्या को हिंदुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण और शुभ दिन माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन पवित्र गंगा नदी का जल अमृत में बदल जाता है और मौनी अमावस्या के दिन गंगा में स्नान करना पवित्र होता है. माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों में और संगम में देवताओं का निवास होता है इसलिए इस दिन गंगा या पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है (Mauni Amavasya Bath).
मौनी अमवास्या में दान देने का भी बड़ा महत्व माना गया है. इस दिन पूजा अर्चना करने से घर परिवार में कल्याण होता है और सुख शांति आती है. मौनी अमवस्या को भगवान विष्णु की विधि विधान से पुजा करने से दुखों का नाश होता है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन अगर मौन रहकर भगवान विष्णु की अराधना की जाती है तो उसका विशेष फल मिलता है (Mauni Amavasya Rituals).
सुबह उठकर स्नान करके सबसे पहले सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. इसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. फिर विष्णु की विधिवत पूजा कर, अपने सामर्थ्य के अनुसार दान- दक्षिणा देना चाहिए (Mauni Amavasya Puja).
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे को संसद में उनके बयानों के लिए सनातन विरोधी बताया है - क्योंकि विपक्ष के दोनो नेताओं ने लोकसभा और राज्यसभा में महाकुंभ में हुई मौतों के मामले पर सरकार के जवाब मांगा है.
मौनी अमावस्या पर कुंभ मेले में हुई त्रासदी को लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं. कांग्रेस सांसद उज्जवल रमण सिंह ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विपक्ष का कहना है कि सरकार ने इवेंट मैनेजमेंट और ब्रांडिंग पर ध्यान दिया, जबकि सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.
Mahakumbh Stampede Cases: पन्ने निषाद अपनी पत्नी कुसुम के साथ प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर नहाने के लिए गए थे. भीड़ बढ़ी और भगदड़ हुई तो पत्नी के हाथ से उनका हाथ छूट गया और वो भगदड़ में गिर गए. जब लोग तितर बितर हुए तो पन्ने जमीन पर मृत मिले. महाकुंभ की भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं की दर्दभरी कहानियां...
त्रिभुवन पांडे बताते हैं कि 'मेरे ऊपर भी कई लोग चलते हुए चले गए, मेरे सिर पर कंधे पर, पैर पर काफी चोटे आईं, मै वहीं बेहोश हो गया. जब आंख खुली तो मेरे इर्द गिर्द कई लोग खड़े थे, मैने अपनी पत्नी तो ढूंढना चाहा लेकिन वह नहीं मिलीं.'
प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर भगदड़ होने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में 30 से ज्यादा लोगों की मौत बताई जा रही है. बीजेपी के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का कहना है कि ये घटना बेहद दुखद है. उन्होंने अपने वायरल बयान पर कहा कि उन्हे हादसे के विषय में कोई जानकारी नहीं थी. देखें वीडियो.
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान से पहले भगदड़ मच गई. बताया जा रहा है कि इसमें 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद से विपक्ष महाकुंभ में बदइंतजामी का मुद्दा उठा रहा है, जिस पर बीजेपी प्रवक्ताओं ने सफाई दी. दंगल में साहिल के सवालों पर देखिए पार्टी प्रवक्ताओं का वार-पलटवार.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रयागराज महाकुंभ से लौट रही भीड़ के कारण जिलाधिकारी ने सभी स्कूल बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस संबंध में एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया है। आदेश के अनुसार, 05 फरवरी तक कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे।
जिस तरह के मौन शास्त्रार्थ की कहानी कालिदास की रही है, वैसी ही एक कहानी इटली की लोककथा में भी शामिल है, जहां ऐसे ही एक सिरफिरे ने यहूदियों की जान और जमीन बचाई थी. कहते हैं कि, 'कई शताब्दियों पहले इटली में पोप ने यह आदेश दिया कि सभी यहूदी कैथोलिक में बन जाएं या इटली छोड़ दें.
प्रयागराज के महाकुंभ में बीती रात एक दर्दनाक हादसा हुआ. इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 लोग घायल हो गए. लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि आखिर ये घटना कैसे हुई, कहां हुई ? VIDEO
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज के संगम में भगदड़ के बावजूद 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया. जो एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड है. सवाल ये उठ रहा है कि आखिर मौनी अमवस्या पर लोग सिर्फ़ संगम में क्यों स्नान करना चाहते थे? देखिए VIDEO
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के आयोजन में 7 हजार करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च हुए हैं. जिसके बावजूद मौनी अमावस्या पर भीड़ अनियंत्रित हो गई. अगर महाकुंभ जैसे आयोजन में किसी भी वजह से कोई जान जाती है तो ये बेहद निराशाजनक है. देखें वीडियो.
Mahakumbh Mela Stampede Live Updates: महाकुंभ के संगम नोज पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि 60 लोग घायल हो गए हैं. इस बात की जानकारी मेला प्रशासन की ओर से दी गई है. मंगलवार-बुधवार की रात करीब 2 बजे महाकुंभ में भगदड़ मची थी.
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में भगदड़ से 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए. प्रयागराज में पहुंच रही भारी भीड़ के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. महाकुंभ में अब तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. जानिए ये 10 करोड़ लोग कुंभ में कितने दायरे में मौजूद हैं.
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर तमाम अखाड़ों के संतों ने अमृत स्नान किया. अखाड़ों के संत एक के बाद एक संगम तट पर आए और आस्था की डुबकी लगाई. धर्म ध्वजा के साथ जब अलग-अलग अखाड़े संगम तट की ओर आए तो वो नजारा देखने वाला था. न्यूजरूम से देखें बड़ी खबरें.
मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में अलग-अलग अखाड़ों के संतों ने अमृत स्नान किया. सबसे पहले जूना अखाड़ा के साधुओं ने संगम तट पर पहुंचकर स्नान किया. इस दौरान, हेलिकॉप्टर से इन साधु-संतों पर फूलों की बारिश की गई. ये नजारा अद्भुत था. देखें खबरदार.
मौनी अमावस्या के पावन दिन संगम तट पर संतों की भीड़ है. महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर अमृत स्नान शुरू हो गया है. अखाड़ों के संत एक के बाद एक आकर संगम में डुबकी लग रहे हैं. आजतक ने इस नजारे को ड्रोन कैमरे में भी कैद किया है. न्यूजरूम से देखें बड़ी खबरें.
मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के मौके पर गंगा स्नान के लिए हरिद्वार (Haridwar) में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. कड़ाके की ठंड के बावजूद हर की पैड़ी पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए भक्तजन देर रात से ही पहुंचने लगे. मौनी अमावस्या पर बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा स्नान कर सुख समृद्धि की कामना की. आज यूपी के प्रयागराज संगम में स्नान का महत्व बताया गया है.
Prayagraj Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ के दौरान बुधवार की अलसुबह संगम पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें 10 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका है. तमाम घायल भी हुए हैं. मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए उमड़े थे.
प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में बुधवार को उस वक्त बड़ा हादसा हो गया जब मौनी अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्नान के लिए पहुंची थी. देर रात संगम नोज पर भगदड़ मच गई और 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.
Mahakumbh Stampede Death: महाकुंभ में संगम स्थली पर मची भगदड़ के बाद आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है. अखाड़ा परिषद ने यह फैसला लिया है. इससे पहले मेला प्रशासन ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से फिलहाल अखाड़ों के अमृत स्नान को रोकने की अपील की थी, जिसके बाद आज के अमृत स्नान को रद्द कर दिया गया. अखाड़ा परिषद ने घोषणा की है कि अखाड़ों का अमृत स्नान अब बसंत पंचमी पर होगा.
महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या यानी दूसरे अमृत स्नान को लेकर श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है. बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं. माना जा रहा है कि मौनी अमावस्या के दिन 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने आएंगे. देखें पूरी रिपोर्ट.