मेघना गुलजार (Meghna Gulzar) एक लेखिका, निर्देशक और निर्माता हैं. वह गीतकार और कवि गुलजार और पूर्व अभिनेत्री राखी की बेटी हैं. वह फिल्म तलवार (2015) और राजी (2018) फिल्मों के निर्देशन के लिए जानी जाती हैं. मेघना ने पिता के साथ उनकी फिल्मों में सहायक के रूप में 1999 में निर्देशित फिल्म हू तू के लिए काम किया. बाद में मेघना एक स्वतंत्र निर्देशक बन गईं और उन्होंने अपनी पहली फिल्म, फिलहाल... (2002) का निर्देशन किया.
फिल्म राजी के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला. इसके बाद उन्होंने फिल्म छपाक (2020) का निर्देशन किया.
इसके बाद साल 2023 में सैन्य अधिकारी सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित फिल्म सैम बहादुर के लिए काम किया जिसमें विकी कौशल ने मुख्य भूमिका निभाई है.
दिल्ली के मेजर ध्यानचऺद नेशनल स्टेडियम में शब्द-सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2024' का आज दूसरा दिन शानदार रहा. यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 24 नवंबर तक चलेगा. साहित्य आजतक के मंच पर गुलजार साहब ने अपनी कविताओं और गानों के किस्सों से सबका दिल जीता.
महाराष्ट्र में हो रहे विधानसभा चुनाव की वोटिंग में बॉलीवुड के कई सेलेब्स पहुंचे. इनमें से ही एक रहे गीतकार गुलजार और उनकी बेटी मेघना. मीडिया ने जब उनसे चुनाव के अहम मुद्दों पर बात की तो उन्होंने जवाब में कहा कि कॉमनमैन को चुनावो में बहुत ग्लैमरस गिफ्ट्स दिखाए जा रहे हैं. देखें वीडियो.
गुलजार ने महाराष्ट्र चुनाव में वोट करने जा रहे वोटर्स के लिए खास मैसेज भी शेयर किया. उन्होंने कहा कि यूथ को वोटिंग के लिए उत्साह के साथ आगे आना चाहिए क्योंकि भारत पर उनका हक है. गुलजार आम आदमी को भी आगाह किया कि चुनावी मौसम में सामने आने वाले लुभावने वादों के प्रभाव में आकर वोट न करें.
सच्ची कहानियों को संजीदगी से पर्दे पर उतारना मेघना गुलजार बेहतरीन तरीके से जानते हैं. फिल्म मेकर ने दीपिका पादुकोण के साथ छपाक, इरफान खान के साथ तलवार बना चुकी हैं. अब डायरेक्टर ने अब हैदराबाद में 2019 के दौरान हुए एक जघन्य अपराध को अपनी फिल्म की कहानी के लिए चुना है.
विक्की कौशल इस बार बड़े पर्दे पर सैम मानेकशॉ बनकर आए हैं. देश के पहले फील्ड मार्शल बनने वाले मानेकशॉ की कहानी, एक देश की भी कहानी है. मेघना गुलजार की ‘सैम बहादुर’ का ट्रेलर तो बहुत सॉलिड था. आइए बताते हैं फिल्म कैसी है.