मेंटल हेल्थ (Mental Health) एक मानसिक स्थिति है जो लोगों को जीवन के तनावों से निपटने, अपनी क्षमताओं का एहसास करने, अच्छी तरह से सीखने और अच्छी तरह से काम करने और अपने समाज में योगदान करने में सक्षम बनाती है. यह स्वास्थ्य और कल्याण का एक अभिन्न अंग है जो निर्णय लेने, रिश्ते बनाने और जिस दुनिया में हम रहते हैं उसे आकार देने की हमारी व्यक्तिगत और सामूहिक क्षमताओं को रेखांकित करता है.
मानसिक स्वास्थ्य एक बुनियादी मानव अधिकार है. यह व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है. मेंटल हेल्थ को बठावा देने के लिए 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है (World Mental Health Day).
भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश बन सकता है, जहां लोग प्रतिदिन 7 घंटे से भी कम सोते हैं. मोबाइल फोन का इस्तेमाल नींद की कमी का प्रमुख कारण है. एक सर्वे में 88% भारतीयों ने माना कि वे सोने से पहले मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं. मोबाइल की ब्लू लाइट नींद को प्रभावित करती है और मोटापे का कारण भी बनती है. VIDEO
बच्चों की कल्पना की दुनिया अनोखी होती है. कभी उनका दोस्त कोई टेडी बियर होता है, कभी कोई अदृश्य इंसान, तो कभी टमाटर का डिब्बा. रिसर्च बताती है कि 7 साल की उम्र तक 65% बच्चे अपने जीवन में कम से कम एक काल्पनिक दोस्त बना लेते हैं.
Minimalism एक जीवनशैली है, जिसमें फालतू चीजों को त्यागकर सिर्फ उन्हीं चीजों को रखा जाता है जो वास्तव में जरूरी हैं और हमें खुशी देती हैं. यह आंदोलन 1960 के दशक में कला और डिजाइन के क्षेत्र से शुरू हुआ था, लेकिन आज एक जीवनशैली का रूप ले चुका है.
पुलिस ने बताया कि सौरभ के हत्यारोपी साहिल शुक्ला और मुस्कान साथ में नशा करते थे. यही नहीं साहिल तंत्र मंत्र पर विश्वास करता था, उसने बयान में बताया है कि वो अपनी मृत मां के साथ संपर्क में रहता है और वो ही उसे आदेशित करती हैं. लेकिन क्रिमिनल साइकोलॉजी इसे बहुत अच्छे से परिभाषित करता है.
हाई हील्स पहनना पूरी तरह से फैशन और कम्फर्ट का मामला है लेकिन यह मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित कर सकता है. अगर यह आत्मविश्वास बढ़ाता है तो यह लगातार दर्द और तनाव का कारण भी बन सकता है. इसलिए अगर आपको हाई हील्स पसंद हैं तो इससे जुड़े फायदे नुकसान जरूर जान लें.
कम सोने के नुकसान तो ज्यादातर लोग समझते ही हैं, लेकिन अधिक सोने के भी कई नुकसान होते हैं. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपी रिसर्च के मुताबिक, 9 घंटे से ज्यादा सोने वाले लोगों में स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा 20% तक बढ़ सकता है.
वर्ल्ड स्लीप डे पर एक नए सर्वे के मुताबिक भारत में 59% लोग बिना किसी खलल के लगातार 6 घंटे भी नहीं सो पाते. 72% लोगों की नींद वाशरूम ब्रेक से टूटती है, जबकि 25% के लिए खराब शेड्यूल समस्या है. मोबाइल फोन सिर्फ 6% लोगों की नींद में बाधा बनता है. नींद की कमी से स्वास्थ्य और कार्यक्षमता प्रभावित होती है. देखिए VIDEO
केरल में 18 वर्षीय श्री नंदा की मौत सोशल मीडिया पर मिलने वाली स्वास्थ्य सलाह के कारण हुई. यूट्यूब वीडियो देखकर लिक्विड डाइट अपनाने से लड़की का वजन सिर्फ 24 किलो रह गया. डॉक्टरों से सलाह लिए बिना इन टिप्स को फॉलो करना खतरनाक साबित हुआ. देखें VIDEO
NCBI की एक स्टडी के अनुसार, मेनोपॉज के दौरान 75% महिलाएं हॉट फ्लैशेज का अनुभव करती हैं. मेनोपॉज के दौरान हॉट और कोल्ड फ्लैशेज आम समस्या होती है. हॉट फ्लैश में अचानक शरीर में गर्मी का तेज़ अहसास होता है, जिससे पसीना, घबराहट और बेचैनी महसूस होती है.
Honey Singh weight loss secret: हनी सिंह ने अपना 17 किलो वजन कम किया था. वह पहले 94-95 किलो के थे और वेट लॉस के बाद उनका वजन 77 किलो हो गया था. उनके कोच अरुण कुमार ने हनी सिंह की डाइट, वजन कम करने का तरीका और वर्कआउट प्लान इंटरव्यू के दौरान बताया.
अगर आपकी आंत स्वस्थ है तो शरीर में सूजन कम होती है, जिससे पिंपल्स, एक्जिमा जैसी स्किन प्रॉब्लम्स से बचाव होता है. आंत का हेल्दी माइक्रोबायोम न्यूरोट्रांसमीटर (जैसे सेरोटोनिन) को सपोर्ट करता है, जिससे मूड अच्छा रहता है और दिमाग अच्छे से काम करता है.
एक मिनट का समय लीजिए और सोचकर देखिए, क्या हम सब फोन के फिल्टर से छनकर अलग ही आभासी दुनिया में जीने लगे हैं. एकाध बार तो चलता है लेकिन जब आप बिना फिल्टर की खुद को तस्वीर में देखना ही पसंद न करें तो सचेत हो जाना चाहिए. जानिए- रिसर्च क्या कहते हैं.
PCOS एक हार्मोनल डिसऑर्डर है, जिसमें महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन हार्मोन (पुरुष हार्मोन) का स्तर बढ़ जाता है. इसके कारण अनियमित पीरियड्स, मुंहासे, वजन बढ़ना और इनफर्टिलिटी जैसी समस्याएं होती हैं. वहीं एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है, जिसमें यूटेरस की अंदरूनी लाइनिंग (एंडोमेट्रियम) बाहर फैलने लगती है, जिससे तेज दर्द, अनियमित मासिक धर्म और इनफर्टिलिटी की समस्या होती है.
अमेरिका के अरबपति ब्रायन जॉनसन हमेशा से अलग-अलग तरह के एंटी-एजिंग एक्सपेरिमेंट के लिए जाने जाते हैं. इस बार भी वे काफी चर्चा में हैं. दरअसल, इस बार उन्होंने अपने हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैम्बर को अपने नए ऑफिस के रूप में बदल दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी 10 प्रमुख हस्तियों को मोटापे के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए नॉमिनेट किया. इनमें जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उद्योगपति आनंद महिंद्रा और अभिनेता मोहनलाल शामिल हैं. यह पहल रविवार को उनके 'मन की बात' कार्यक्रम में मोटापे को नियंत्रित करने और स्वास्थ्य सुधारने के आह्वान के एक दिन बाद आई है.
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. इन परीक्षाओं के साथ ही लाखों बच्चों पर जेईई मेंस या मई में होने जा रही नीट आदि परीक्षाओं का दबाव भी है. कई बार परीक्षाओं का अधिक तनाव बच्चों में परफॉर्मेंस एंजाइटी, डिप्रेशन, ड्रग एडिक्शन या सुसाइडल थॉट जैसी स्थितियां भी पैदा कर देता है. आइए एक्सपर्ट से इस तनाव से निपटने के टिप्स जानते हैं.
परीक्षा के दबाव से निपटने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए दीपिका पादुकोण ने छात्रों को मंत्र दिया है. उन्होंने कहा कि छात्र उन चीजों पर ध्यान दें जो उनके नियंत्रण में हैं. माता-पिता या शिक्षकों से बात करने, मेडिटेशन और व्यायाम करने की सलाह दी गई. मानसिक स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त नींद, सूर्य की रोशनी और ताजी हवा का महत्व बताया. देखिए VIDEO
बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने अपने डिप्रेशन के अनुभव को साझा किया. उन्होंने बताया कि 2014 में एक दिन वह बेहोश हो गईं और कुछ दिनों बाद उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें डिप्रेशन है. दीपिका ने कहा कि डिप्रेशन एक अदृश्य बीमारी है जिसे देखा नहीं जा सकता. VIDEO
जब छात्रा ने मिठाई खाने से मना कर दिया और उससे बचने की कोशिश की तो आरोपी ने उस पर मिठाई फेंक दी. छात्रा उससे बचकर भागी तो CHO ने मिठाई का डिब्बा फेंककर मारा. इस दौरान वहां मौजूद एक शख्स ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया.
अक्सर हमने अपने आसपास ऐसे पति-पत्नी को देखा होगा जिनकी शक्लें एक दूसरे से मेल खाती हैं. जिन्हें देखकर अनायास ही मुंह से निकल जाता है कि ये कपल तो भाई-बहन जैसे दिखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं ये सिर्फ कोरी कल्पना नहीं बल्कि इसके पीछे भी मनोविज्ञान का रहस्य छुपा हुआ है..
एक स्टडी के दौरान शव के मस्तिष्क के नमूनों की जांच के दौरान उसमें किडनी और लिवर की तुलना में सात से 30 गुना ज्यादा नैनो प्लास्टिक पाया गया.