महू (Mhow) मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर जिले का एक शहर है. यह इंदौर शहर से 23 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में, पुराने मुंबई-आगरा रोड पर मुंबई की ओर स्थित है. 2003 में, मध्य प्रदेश सरकार ने राजनीतिक सुधारक और शहर के मूल निवासी बी.आर. अंबेडकर के नाम पर शहर का नाम बदलकर डॉ. अंबेडकर नगर (Dr Ambedkar Nagar) कर दिया.
महू में 9 मार्च 2025 की रात आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (ICC Champions Trophy 2025) में भारत की शानदार जीत के बाद निकाले गए जुलूस के दौरान हिंसा हो गई. इस मामले में लगभग 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इस हिंसा में 10 से अधिक लोग घायल हो गए थे (Mhow Violence 2025).
2011 की भारत की जनगणना के अनुसार,महू की जनसंख्या 85,023 थी. पुरुषों की आबादी 54% और महिलाओं की 46% है. महू की औसत साक्षरता दर 72% है, जो राष्ट्रीय औसत 59.5% से अधिक है; पुरुष साक्षरता 78% है, और महिला साक्षरता 65% है. जनगणना भारत 2011 द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार महू कैंट कैंटोनमेंट बोर्ड की जनसंख्या 81,702 है, जिसमें 43,888 पुरुष हैं जबकि 37,814 महिलाएं हैं.
महू और उसके आस-पास के पर्यटन स्थलों में भीम जन्मभूमि स्मारक, पातालपानी झरना, जनापाव पहाड़ी मंदिर, क्राइस्ट चर्च और महू
जामगेट शामिल हैं.
महू में उपद्रव करने के मामले में इंदौर (ग्रामीण) के कलेक्टर आशीष सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के प्रावधानों के तहत दो आरोपियों के खिलाफ रासूका के तहत केस दर्ज किया है. रिपोर्ट में इन दोनों आरोपियों की गतिविधियों को सार्वजनिक शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है.
महू में हाल ही में हुई हिंसा ने व्यापारियों की होली पर असर डाला है. पिचकारी और रंग बेचने वाले व्यापारियों का धंधा मंदा हो गया है. होली के त्योहार पर व्यापारियों को ज़्यादातर बिक्री की उम्मीद थी, लेकिन हिंसा के कारण ग्राहक बाजार से दूर रहे. देखें.
महू में हुई हिंसा से होली बेरंग हो गई है. दो दिन मार्केट बंद रहने के बाद आज बाजार खुले हैं और होली के त्योहार के चलते रंगों और पिचकारी की दुकानें लगी हुई हैं. हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि हिंसा होने से उनका धंधा मंदा हो गया है, जिससे वे बहुत निराश हैं. देखें.
इंदौर के महू में भारतीय क्रिकेट टीम की न्यूजीलैंड पर जीत के जश्न के बीच एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी. इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए और पुलिस ने 40 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. घटना मोती महल चौराहे पर हुई जब लोग जुलूस निकाल रहे थे. देखें.
मध्य प्रदेश के महू में टीम इंडिया की जीत के जश्न के दौरान हुई हिंसा का एक नया वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में मस्जिद से अचानक बड़ी संख्या में लोग निकलते दिखाई दे रहे हैं और विजय जुलूस पर हमला करते हुए नजर आ रहे हैं. इस घटना के बाद वहां हिंसा और आगजनी की वारदात शुरू हो गई.
Mhow Violence: महू हिंसा के पीड़ित गजराज उर्फ पप्पू कौशल ने FIR में लिखवाया- 'हम सभी ने आरोपियों को गालियां देने से मना किया तो सभी ने एकमत होकर पहले से इकट्ठा करके रखे ईंट पत्थर से हम पर पथराव कर दिया.'
महू में हुई हिंसा का एक नया वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में मस्जिद से अचानक बड़ी संख्या में लोग निकलते दिखाई दे रहे हैं. भीड़ मस्जिद से बाहर निकलते ही बाइक पर जश्न मनाने वाले लोगों पर टूट पड़ती है. इसके बाद वहाँ हिंसा और आगजनी शुरू हो जाती है. VIDEO
महू में 9 मार्च की रात हुई हिंसा की साजिश के तार जुड़ने लगे हैं. पुलिस को पता चला कि भारतीय टीम की जीत के जश्न के बाद हिंसा की योजना पहले से रची गई थी. उपद्रवियों ने पत्थर, गर्म तेल और मिर्च पाउडर पहले से तैयार कर रखा था. अब तक 13 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.
महू में 9 मार्च की रात जो हिंसा हुई उसकी साजिश के तार जुड़ने लगे हैं. इस मामले में खुलासे हुए हैं, जो बेहद चौंकाने वाले हैं. पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि भारतीय टीम की जीत के जश्न के बाद हिंसा की साजिश उससे पहले ही रची जा चुकी थी. उपद्रवी तैयार थे, बस उन्हें मौके का इंतजार था. देखें 'लंच ब्रेक'.
Mhow Violence Case: मध्य प्रदेश के महू में भारत की जीत के जश्न के दौरान हुई हिंसा पर सरकार एक्शन में है. अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीम FIR दर्ज की गई है. इसमें 17 लोगों को नामजद किया गया है. आरोपियों ने पहले से ही पत्थर जमा कर रखे थे और जश्न मनाने वालों को धमकी दी थी. पुलिस ने कहा है कि कोई भी दोषी नहीं बचेगा. देखिए महू हिंसा को लेकर दर्ज FIR में क्या है?
Mhow Violence Case: मध्य प्रदेश के महू में भारत की जीत के जश्न के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है. अब तक 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से 13 को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों पर पहले से ही पत्थर जमा करने और जश्न मनाने वालों को धमकी देने का आरोप है. आरोपियों पर कैसे कसेगा शिकंजा.